टी20 विश्व कप 2022 के सेमीफाइनल में भारत को शर्मनाक हार झेलना पड़ा और तब से भारतीय फैंस के साथ साथ क्रिकेट एक्सपर्ट्स से लेकर पूर्व क्रिकेटर तक भारतीय टीम के प्रदर्शन को लेकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। खिलाड़ियो के खेलने के तरीकों को लेकर जमकर आलोचना भी कर रहे हैं। इसी बीच पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने खिलाड़ियों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ियों पर निशाना साधते हुए, 2007 टी20 विश्व कप में युवाओं से भरी टीम का उदाहरण दिया।
दरसल सहवाग ने क्रिकबज के एक शो में बातचीत करते हुए कहा कि वे मौजूदा भारतीय टीम के खास खिलाड़ियों को 2024 में होने वाले आगामी टी20 विश्व कप में नहीं देखना चाहेंगे। इस विषय में आगे बात करते हुए उन्होंने कहा,
“मैं मानसिकता और चीजों के बारे में बात नहीं करूंगा लेकिन मैं निश्चित रूप से खिलाड़ियों में बदलाव देखना चाहता हूं। मैं अगले विश्व कप में कुछ खास चेहरों को नहीं देखना चाहता। ऐसा 2007 के टी20 वर्ल्ड कप में भी हुआ था। इतने सालों तक खेलने वाले दिग्गज उस विश्व कप में नहीं गए।
युवाओं का एक समूह गया और किसी को उनसे कोई उम्मीद नहीं थी और मैं अगले टी20 विश्व कप के लिए इसी तरह की टीम को देखना चाहता हूं, कोई भी उनसे जीतने की उम्मीद नहीं करेगा लेकिन वह टीम भविष्य के लिए होगी।”
गौरतलब है कि टी20 विश्व कप 2022 में टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ी रोहित शर्मा, रविचंद्रन अश्विन, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी और दिनेश कार्तिक कुछ खास प्रदर्शन नही कर पाए।। हालांकि शमी टीम इंडिया का पहले हिस्सा नही थे, उन्हें जसप्रीत बुमराह की जगह टीम में शामिल किया गया था। ऐसे में सहवाग के इस बयान के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि सीनियर खिलाड़ियों को टी20 वर्ल्ड कप 2024 में खेलते हुए नहीं देखा जाएगा। आगामी न्यूजीलैंड दौरे पर भी सीमित ओवरों की श्रृंखला के लिए हार्दिक पांड्या को कप्तान बनाया गया है। यह एक संकेत है कि अधिकांश सीनियर धीरे-धीरे खेल के सबसे छोटे प्रारूप से बाहर निकलेंगे और अगले साल घर में एकदिवसीय विश्व कप पर अधिक ध्यान केंद्रित करेंगे।