भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट के चौथे दिन, मेजबान टीम के स्पिनर – शाकिब अल हसन और मेहदी हसन मिराज – ने पहले घंटे में तीन विकेट लिए, जिससे भारत को 74/7 के मुश्किल स्थिति में डाल दिया। लेकिन रविचंद्रन अश्विन (नाबाद 42) और श्रेयस अय्यर (नाबाद 29) ने मिलकर शानदार बल्लेबाजी की और टीम इंडिया को मैच जिताया। दोनों बल्लेबाजों ने आठवें विकेट के लिए 71 रन जोड़े, जिससे भारत ने 145 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 2-0 से सीरीज़ स्वीप कर जीत हासिल की।
भारत की जीत के साथ मेहदी के पांच विकेट लेने का कारनामा बेकार गया। हालांकि, भारतीय टीम के खिलाफ एकदिवसीय और टेस्ट दोनों श्रृंखलाओं में उनका दमदार प्रदर्शन रहा। मेहदी को उनके हरफनमौला प्रदर्शन के लिए ओडीआई श्रृंखला में ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ भी नामित किया गया था। मेहदी ने आखरी टेस्ट में भी कई महत्वपूर्ण विकेट झटके। वहीं टेस्ट श्रृंखला के समापन के बाद, मेहदी को भारतीय स्टार विराट कोहली द्वारा हस्ताक्षरित एक जर्सी मिली। मेहदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर इसके बारे में एक कैप्शन के साथ पोस्ट किया, “महानतम क्रिकेटर में से एक विराट कोहली की ओर से विशेष स्मारिका।”
Special souvenir from one of the greatest cricketer Virat Kohli. 🤝 pic.twitter.com/y67twA2Rle
— Mehidy Hasan Miraz (@Officialmiraz) December 25, 2022
बता दें, मेहदी हसन ने दूसरे दिन की शाम को दूसरी पारी में कोहली (1) को वापस भेज दिया था। कोहली का दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला में कुछ खास प्रदर्शन नहीं रहा और वह पूरी सीरीज में बड़ा स्कोर करने में असफल रहे। हालाँकि उन्होंने तीसरे और अंतिम एकदिवसीये मैच में शतक बनाया था, उस मैच में भारत ने रिकॉर्ड जीत दर्ज की।
इस बीच, बांग्लादेश के कप्तान शाकिब ने स्वीकार किया कि दोनों टीमों ने अच्छा क्रिकेट खेला और प्रशंसकों का मनोरंजन किया। हरफनमौला खिलाड़ी ने खेल की चौथी पारी में दबाव को अच्छी तरह से संभालने के लिए अय्यर और अश्विन की भी सराहना की।
मैच के बाद की प्रस्तुति के दौरान, शाकिब ने कहा: “हम हमेशा जानते हैं कि हमारे पास मीरपुर में मौका है। हम इस स्थल पर वास्तव में अच्छा खेल रहे हैं। बहुत अच्छा टेस्ट क्रिकेट, दर्शकों को यही पसंद है। इसका श्रेय श्रेयस और अश्विन को जाना चाहिए, उन्होंने दबाव झेला। हम उस समय साझेदारी में गेंदबाजी नहीं कर सकते थे।”
उन्होंने आगे कहा: “हमें शायद एक और विकेट की जरूरत थी और उनके पास दो अन्य पुछल्ले खिलाड़ी थे। बहुत सारे अगर-मगर लेकिन हम जिस तरह से लड़े उससे मैं खुश हूं। लड़कों का रवैया प्रभावशाली रहा है। हम सुधार की उम्मीद करते हैं और उम्मीद है कि अगले साल हमें बेहतर परिणाम मिलेंगे।”