भारत और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज़ का आखिरी मुकाबला राजकोट के सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में शनिवार को खेला गया। टीम इंडिया ने इस मैच में 91 रनों के बड़े अंतर से जीत दर्ज कर सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया। बता दें कि भारत ने मुंबई में पहला टी20 जीता था, वहीं, मेहमानों ने पुणे में खेले गए दूसरे मैच में जीत हासिल कर सीरीज में वापसी की थी।
भारत की प्रभावशाली जीत के पीछे सूर्यकुमार यादव का बड़ा योगदान रहा जिन्होंने टी20 करियर में अपना तीसरा शतक लगाकर मेजबानों को निर्णायक मैच में जीत दिलाई। सूर्या ने सभी लंकाई गेंदबाजों को जमकर धोया और अपने शानदार शॉट्स से हर किसी को प्रभावित किया। भारत के उप-कप्तान ने सिर्फ 26 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और फिर 100 रन के आंकड़े तक पहुंचने के लिए केवल 19 गेंदें लीं। इस तरह, दुनिया का नंबर एक टी20 बल्लेबाज 51 गेंदों में 112 रन बनाकर नाबाद रहा। सूर्यकुमार के अलावा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने 36 गेंद में 46 रन की पारी खेली।
सूर्या के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर भारत ने श्रीलंका के खिलाफ एक विशालकाय स्कोर 228/5 खड़ा किया जिसको मेजबान पार पाने में असफल रहे और मात्र 16.4 ओवर खेलकर 137 रन पर ऑल आउट हो गए। टीम इंडिया की ओर से अर्शदीप सिंह (3/20) ने तीन विकेट चटकाए, जबकि हार्दिक पन्या (2/30), युजवेंद्र चहल (2/30) और उमरान मलिक ( 2/31) ने दो-दो विकेट हासिल लिए।
टी20 इंटरनेशनल में एक विरोधी के खिलाफ सबसे ज्यादा जीत:
- 29 मैचों में 19 जीत – भारत बनाम श्रीलंका
- 29 में 19 जीत – इंग्लैंड बनाम पाकिस्तान (सुपर ओवर में एक जीत)
- 29 में 18 जीत – पाकिस्तान बनाम न्यूजीलैंड
- 25 में 17 जीत – भरत बनाम वेस्टइंडीज
“जब आप किसी खेल की तैयारी कर रहे हों तो अपने आप पर दबाव बनाना वास्तव में महत्वपूर्ण है। यदि आप अभ्यास में ऐसा करते हैं, तो गेम खेलते समय यह थोड़ा आसान हो जाता है। इसमें काफी मेहनत शामिल है लेकिन यह गुणवत्तापूर्ण अभ्यास सत्र करने के बारे में है। आपको पता होना चाहिए कि आपका खेल क्या है और उसी के अनुसार तैयारी करनी चाहिए। पीछे की बाउंड्री 50-60 मीटर की तरह हैं, इसलिए मैं उन्हें निशाना बना रहा था। कुछ शॉट ऐसे होते हैं जो पहले से तय होते हैं लेकिन आपको दूसरे शॉट भी लगाने होते हैं ताकि अगर गेंदबाज अपना प्लान बदलता है तो आपको जवाब मिल सके। वह (द्रविड़) मुझे सिर्फ खुद का लुत्फ उठाने देते हैं। वह मुझसे केवल आनंद लेने और खुद को अभिव्यक्त करने के लिए कहते हैं,” मैन ऑफ द मैच का ख़िताब पाने के बाद पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में बोले सूर्यकुमार।