भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया ने दोनों पारी के आधार पर कंगारुओं के लिए 76 रन का आसान लक्ष्य रखा है। मेजबानों ने इंदौर टेस्ट की दूसरी पारी में भी स्पिनरों के आगे घुटने टेक दिए। हालाँकि चेतेश्वर पुजारा ने अच्छी बल्लेबाजी की लेकिन उन्हें अन्य बल्लेबाजों ने साथ नहीं दिया और पूरी टीम 163 रन पर सिमट गई।
दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया को 197 रन पर ऑल आउट करने के बाद दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम को लंच के बाद शुभमन गिल के रूप में पहला झटका लगा। इसके बाद टीम इंडिया ने रोहित शर्मा और विराट कोहली के विकेट भी जल्दी खो दिए। रोहित और कोहली क्रमशः 12 व 13 रन बनाकर आउट हुए। रविंद्र जडेजा भी कुछ खास नहीं कर पाए और 7 रन बनाकर चलते बने। इसके बाद पुजारा (59) और श्रेयस अय्यर (26) ने मिलाकर भारतीय पारी को सँभालने की कोशिश जरूर की लेकिन ज्यादा देर टिक न सके। वहीं ऑस्ट्रेलिया के नाथन लियोन ने दूसरी पारी में 64 रन देकर आठ विकेट झटके।
इससे पहले दूसरे दिन की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया ने 156/4 से आगे खेलते हुए की। कंगारुओं ने शुरूआती एक घंटे तक कोई विकेट नहीं गंवाया। हालाँकि, भारतीय गेंदबाजों ने इस दौरान किफायती गेंदबाजी की और मेहमानों पर दबाव बनाए रखा। नतीजा यह रहा कि ड्रिंक्स के बाद ऑस्ट्रेलिया ने 186 के स्कोर पर अपना पांचवां विकेट गंवाया। पीटर हैंड्सकॉम्ब 19 रन बनाकर रविचंद्रन अश्विन का शिकार बने। अगले ही ओवर में कैमरन ग्रीन को 21 रन के निजी स्कोर पर उमेश यादव ने चलता किया। यहाँ से विकेटों का सिलसिला शुरू हो गया और देखते ही देखते ऑस्ट्रेलिया ने अपने आखिरी छह विकेट सिर्फ 11 रन पर गंवा दिए। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी के आधार पर 88 रनों की बढ़त मिली। भारत के लिए रविंद्र जडेजा ने पारी में सबसे अधिक चार विकेट चटकाए। वहीं रविचंद्रन अश्विन और उमेश ने तीन-तीन विकेट प्राप्त किए।