• भारत की टेस्ट टीम से केवल चेतेश्वर पुजारा को बाहर करने को लेकर सुनील गावस्कर ने चयनकर्ताओं पर निशाना साधा है।

  • बीसीसीआई ने आगामी वेस्टइंडीज दौरे के लिए टेस्ट और वनडे टीम का ऐलान कर दिया है।

‘उन्हें बलि का बकरा क्यों बनाया जा रहा है..’ सुनील गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट टीम में पुजारा को नहीं शामिल करने पर उठाया सवाल
चेतेश्वर पुजारा को बाहर करने को लेकर सुनील गावस्कर चयनकर्ताओं पर निशाना साधा है (फोटो: ट्विटर)

भारतीय टीम 12 जुलाई से वेस्टइंडीज दौरे पर रहेगी, जहाँ टीम को 2 टेस्ट, 3 वनडे और 5 टी20 मैच खेलने हैं। बता दें, इस दौरे के लिए टेस्ट और वनडे टीम का ऐलान कर दिया गया है। टेस्ट के लिए चुनी गई भारतीय टीम में अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को जगह नहीं दी गई है। ऐसे में पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने इसपर नाराजगी व्यक्त की है।

गावस्कर ने बताया कि अजिंक्य रहाणे को छोड़कर पूरी भारतीय बल्लेबाजी इकाई आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) फाइनल में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रही। ऐसे में उनके अनुसार, सिर्फ पुजारा को ही बलि का बकरा बनाया गया।

गौरतलब है कि पुजारा WTC फाइनल की पहली पारी में 14 और दूसरी पारी में 27 रन ही बना सके। वहीं अन्य प्रमुख भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा (15 और 43), विराट कोहली (14 और 49) और शुबमन गिल (13 और 18) भी फाइनल मुकाबले में फ्लॉप साबित हुए। हालांकि इन तीनों बल्लेबाजों ने अपनी जगह बरकरार रखी है। ऐसे में गावस्कर का साफतौर पर चयनकर्ताओं पर निशाना कि सिर्फ पुजारा को ही क्यों टीम से बाहर किया गया।

स्पोर्ट्स तक से बात करते हुए गावस्कर ने कहा “हां, वह काउंटी क्रिकेट खेल रहा है। उसने काफी रेड-बॉल क्रिकेट खेला है, इसलिए वह जानते हैं कि यह किस बारे में है। लोग 40 या 39 साल की उम्र तक खेल सकते हैं। इसमें कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि वे सभी बहुत फिट हैं। जब तक आप रन बना रहे हैं और विकेट ले रहे हैं, मुझे नहीं लगता कि उम्र कोई कारक होनी चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा, “स्पष्ट रूप से, केवल एक व्यक्ति को आउट किया गया है जबकि अन्य भी विफल रहे। मेरे लिए, बल्लेबाजी विफल रही। अजिंक्य रहाणे के अलावा, दोनों पारियों में, किसी और ने वास्तव में रन नहीं बनाए।”

उन्होंने अंत में कहा, “फिर उसे (चेतेश्वर पुजारा) को क्यों हटा दिया गया? हमारी बल्लेबाजी विफलताओं के लिए उन्हें बलि का बकरा क्यों बनाया जा रहा है? वह भारतीय क्रिकेट के सेवक, वफादार सेवक रहे हैं। लेकिन बस इसलिए उन्हें हटा दो क्योंकि किसी भी प्लेटफॉर्म पर उनके लाखों फॉलोअर्स नहीं हैं, जो उनके हटा दिए जाने पर शोर मचाएंगे?”

बताते चले कि लंबे समय से पुजारा ने बल्ले से कोई बड़ा योगदान नहीं दिया हैं। वो भारत में हुए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भी फ्लॉप रहे। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने छह पारियों में केवल 140 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक भी शामिल है। हालाँकि पिछले साल दिसंबर में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैच में उन्होंने आखिरी बार शतक लगाया था जो उनके बल्ले से लगभग 1443 दिनों के बाद निकला था।

टेस्ट टीम :
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, रूतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, यशस्वी जायसवाल, अजिंक्य रहाणे (उप कप्तान), केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, जयदेव उनादकट, नवदीप सैनी.

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श्रेणी:: सुनील गावस्कर

लेखक के बारे में:
टी-20 के दौर में टेस्ट के दीवाने.. विराट कोहली के बड़े प्रशंसक...बाकी स्पोर्ट्स जर्नलिज्म के बारीकियों को समझने समझाने में व्यस्त।अभिनय से संपर्क करने के लिए abhinay.pratap@crickettimes.com पर ईमेल करें।