नई दिल्ली के चाणक्यपुरी पुलिस स्टेशन के कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने हरियाणा के रहने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान मृणांक सिंह के रूप में हुई है। विशेष रूप से, मृणांक सिंह की पृष्ठभूमि अंडर-19 क्रिकेट की है, जो पहले इस खेल में हरियाणा का प्रतिनिधित्व कर चुका है। हालांकि, उसने बाद में क्रिकेट छोड़कर धोखाधड़ी का रास्ता चुना। मृणांक की गिरफ्तारी 5,53,000 रुपये की कथित धोखाधड़ी गतिविधि से संबंधित है, जो जुलाई 2022 में एक होटल में हुई थी।
मृणांक पहले भी कई कंपनियों और लोगों को चूना लगा चुका है। उसकी इस फर्जी योजना के शिकार लोगों में टीम इंडिया के प्रमुख विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत भी शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि ऋषभ पंत पहले मृणांक सिंह की धोखाधड़ी गतिविधियों का शिकार बन गए थे, जिससे उन्हें 2020-2021 की अवधि के दौरान 1.63 करोड़ रुपये का वित्तीय नुकसान हुआ था। यह गिरफ़्तारी मृणांक के कार्यों के बहुआयामी प्रभाव को उजागर करती है।
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मृणांक ने होटल को दिया धोखा
पुलिस के मुताबिक, आरोपी खुद को क्रिकेटर बताकर दिल्ली के ताज पैलेस होटल में रुका था और जब उससे किराया मांगा गया तो उसने कहा कि यह रकम उसकी कंपनी एडिडास देगी। बाद में उन्होंने कहा कि वह बकाया चुकाने के लिए अपने ड्राइवर को नकदी के साथ भेजेंगे, लेकिन उसने किसी को होटल नहीं भेजा। अब हाल ही में उसे आईजीआई एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया गया। हैरानी की बात यह है कि हिरासत में लिए जाने के दौरान उसने अपनी पहचान कर्नाटक एडीजीपी आलोक कुमार के रूप में बताई। साथ ही उसने कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को फोन करके हवाई अड्डे के अधिकारियों को प्रभावित करने का एक और प्रयास किया।
बताते चले कि मृणांक सिंह को पहले मुंबई और पंचकुला पुलिस भी लोगों के साथ धोखधड़ी के आरोप में अरेस्ट कर चुकी है। वहीं उसके खिलाफ मुंबई के जुहू, हरियाणा के करनाल और पंजाब के मोहाली में पिछले तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।
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