भारतीय क्रिकेट टीम को कड़े मुकाबले वाले हैदराबाद टेस्ट मैच में इंग्लैंड (IND vs ENG) से 28 रन से हार का सामना करना पड़ा। यह हार भारतीय बल्लेबाजों के दूसरी पारी के लचर प्रदर्शन के परिणामस्वरूप हुई, जो अंग्रेजी टीम द्वारा निर्धारित 231 रनों के लक्ष्य का पीछा करने में विफल रहे।
मैच के बाद भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने मीडिया को संबोधित किया और उस गंभीर गलती पर प्रकाश डाला जिसके कारण मेजबान टीम की हार हुई। द्रविड़ ने बताया है कि भारतीय टीम को पहली पारी में ही 70 रन और जोड़ने चाहिए थे।
हालांकि पहली पारी में कई भारतीय बल्लेबाजों ने टीम के लिए अच्छी पारियां खेलीं और टीम को शानदार बढ़त भी दिलाई, लेकिन बेहतरीन शुरुआत को बड़े स्कोर या शतक में बदलने में नाकाम रहे। द्रविड़ ने इस विषय पर जोर देते हुए कहा कि जिस तरह से बल्लेबाज बड़े स्कोर की ओर बढ़ रहे थे, अगर 70 रन और जुड़ जाते तो नतीजा कुछ और होत। द्रविड़ का यह भी मानना था कि आखिरी पारी के दौरान टीम पर अतिरिक्त दबाव होता है और स्थिति चुनौतीपूर्ण हो जाती है।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान द्रविड़ ने टिप्पणी की, “चौथा दिन बेहद चुनौतीपूर्ण था। मैं आज के प्रदर्शन पर टीम को जज नहीं करना चाहूंगा। मैं मानता हूं कि हम पहली पारी में संभवत: 70 रन पीछे रहे। ऐसा इसलिए क्योंकि तब बल्लेबाजी के लिए स्थितियां अच्छी थी। हमारे बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत हासिल की, लेकिन इसको बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सके।’
द्रविड़ ने आगे भारतीय बल्लेबाजों को लेकर कहा, ‘हमारे बल्लेबाज शतक नहीं जमा सके। हमारे पास ऐसे बल्लेबाज नहीं थे, जो बड़ा शतक जमाए। मेरा बस इतना मानना है कि हमने पहली पारी में 70-80 रन कम बनाए। दूसरी पारी की बढ़त हमेशा चुनौतीपूर्ण रहती है। यह मुश्किल था। इस लक्ष्य को हासिल करना मुश्किल था।’
भारतीय कोच ने कहा, ‘चौथी पारी में इस पिच पर 230 रन का लक्ष्य हासिल करना मुश्किल था। भारत में यह हमेशा चुनौतीपूर्ण रहता है। चौथे दिन 230 रन बनाना, वो भी उस पिच पर, जहां स्पिन हो रही है। हम संभवत: 230 रन का पीछा नहीं कर पाते। अगर हमें इस लक्ष्य को हासिल करना था, तो किसी एक बल्लेबाज को अविश्वसनीय पारी खेलनी होती।’
अंत में द्रविड़ ने इंग्लिश बल्लेबाज ओली पोप की तारीफ करते हुए कहा, ‘मेरे लिए मैच में सबसे बड़ा फर्क ओली पोप की पारी रही। पोप ने शानदार पारी खेली। उन्होंने कई जोखिम भरे शॉट खेले और बड़ी अच्छी तरह खेला। इस पिच पर 196 रन की पारी खेलना, जहां अन्य बल्लेबाज अर्धशतक बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। मेरे ख्याल से यही मैच में सबसे बड़ा फर्क था।’
हैदराबाद टेस्ट में मिली हार पर भारतीय टीम का ध्यान अब सीरीज के आने वाले मैचों पर है। टीम इंडिया अपनी गलतियों को सुधारकर मजबूत वापसी करके इंग्लिश टीम के खिलाफ सीरीज बराबर करने को बेताब होगी।