भारतीय खिलाड़ी हनुमा विहारी और आंध्रप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के बीच पिछले कुछ दिनों से खींचतान जारी है। जिसको लेकर आंध्रप्रदेश क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान को कई लोगों ने खुलकर समर्थन दिया। हाल ही में तेलुगू सुपरस्टार पवन कल्याण ने क्रिकेटर का समर्थन करते हुए क्रिकेट एसोसिएशन में चल रही धांधली पर सवाल खड़े कर दिए। वहीं, अब भारतीय टीम के पूर्व ओपनर और हिंदी के स्टार कमेंटेटर ने भी इस मामले में विहारी का पक्ष लिया है।
कप्तानी और मैच में खिलाड़ियों के लिए अपशब्दों के इस्तेमाल पर चल रहे विवाद के बीच कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने सिडनी टेस्ट के हीरो रहे भारतीय खिलाड़ी हनुमा विहारी को लेकर अपने यूट्यूब चैनल पर राय रखी। इस दौरान उन्होंने इशारों-इशारों में आंध्रप्रदेश क्रिकेट बोर्ड को घेरते हुए कहा कि मामले में केवल एक पक्ष को गलत ठहराना सही नहीं है। इसके अलावा आकाश चोपड़ा ने हनुमा विहारी के उस साहस की भी याद दिलाई जिसमें आंध्रा के क्रिकेटर ने हैमस्ट्रींग होने के बावजूद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 के सिडनी टेस्ट में भारत को हार से बचाया था।
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पूर्व भारतीय ओपनर चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘सिर्फ एक ही को गलत ठहराने से अच्छा है कि दोनों तरफ को जिम्मेदार ठहराओ। हनुमा कोई आम प्लेयर नहीं, क्योंकि उन्होंने आंध्र प्रदेश टीम के लिए एक हाथ में फ्रैक्चर होने के कारण एक ही हाथ से खेला।’
‘उनकी जर्नी अविश्वसनीय रही है। उन्होंने आंध्रा को क्वॉलिफाई करने में मदद की है। उन्होंने टीम एक साथ रखने में अहम भूमिका निभाई। मेरे मन में उनके लिए बहुत सम्मान है, चाहे वह सिडनी मैच हो जहां उन्होंने हैमस्ट्रिंग इंजरी के साथ खेला और अपना करियर दांव पर लगा दिया और फिर उन्होंने आंध्रा के लिए एक हाथ से बल्लेबाजी की। मैं वास्तव में हनुमा विहारी की बातों पर विश्वास करना चाहूंगा।’ कमेंटेटर ने आगे कहा।
क्या था मामला?
हनुमा विहारी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया था कि कैसे रणजी सीजन 2023-24 के शुरूआती मैच में आंध्रा को मिली हार के बाद उन्हें टीम की कप्तानी छोड़ने के लिए आंध्रप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने दबाव बनाया। पोस्ट में आगे विहारी ने बताया कि बंगाल के साथ मैच के दौरान अपने 17वें खिलाड़ी को डांटने के कारण उसके पॉलिटिशियन पिता ने बोर्ड पर उनके खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। वहीं, बताते चलें कि इस घटना के कुछ दिन बाद ही आंध्रप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से सीनियर खिलाड़ी के ऊपर जांच कमेटी का गठन कर दिया गया।