टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए भारतीय टीम के स्क्वाड का ऐलान कर दिया गया है। रोहित शर्मा एक बार फिर आईसीसी टूर्नामेंट में टीम इंडिया की कप्तानी करेंगे। हार्दिक पंड्या को उप कप्तानी की जिम्मेदारी मिली है। हालांकि, जिसकी उम्मीद लगभग न के बराबर थी, आखिरकार वही हुआ है। चीफ सेलेक्टर्स ने जून में होने वाले आईसीसी टूर्नामेंट के लिए केएल राहुल को दरकिनार करते हुए टीम से बाहर कर दिया गया। विकेटकीपर बल्लेबाजों में ऋषभ पंत के साथ संजू सैमसन को मौका मिला है।
बता दें कि सैमसन वो खिलाड़ी हैं जिन्हें कई बार भारतीय टीम से बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है। 2022 टी-20 वर्ल्ड कप के साथ-साथ पिछले साल भारत में खत्म हुए वनडे वर्ल्ड में भी वह टीम इंडिया का हिस्सा नहीं बन सके थे। हालांकि, आखिरकार वह समय आ चुका है जब वह पहली बार भारत के लिए आईसीसी टूर्नामेंट में खेलते दिखेंगे। आईए जानते हैं, ऐसे कौन से कारण रहे, जिसने सैसमन को टीम में लेने के लिए सेलेक्टर्स को बाध्य किए।
आईपीएल में शानदार प्रदर्शन
आईपीएल 2024 में सैमसन टॉप फॉर्म में चल रहे हैं। इस सीजन राजस्थान रॉयल्स के कप्तान ने अब तक खेले 9 मैचों में 77 की औसत से 385 रन बना डाले हैं। खास बात यह उनका स्ट्राइक रेट 161 का रहा है। शानदार बल्लेबाजी की बदौलत वह ऑरेंज कैप की रेस में छठें पायदान पर मौजूद है। इस सीजन उनकी कप्तानी में राजस्थान 9 मैचों में 8 जीत यानि 16 अंकों के साथ अंक तालिका में पहले पायदान पर है और यहां से प्लेऑफ में जाने से महज एक जीत दूर है।
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राहुल की धीमी बल्लेबाजी
गौरतलब है कि टी20 वर्ल्ड कप के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज की होड़ में संजू सैमसन के अलावा राहुल भी थे। माना जा रहा था कि अनुभवी होने के कारण राहुल को सैसमन के ऊपर तरजीह मिलेगा, लेकिन इसके उलट हुआ। राहुल को ही टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। एक्टपर्ट्स की मानें तो, सैमसन की टीम इंडिया की वापसी में राहुल का भी हाथ है। राहुल इस सीजन अपनी बल्लेबाजी से सेलेक्टर्स को इंप्रेस नहीं कर सके। भले ही लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान ने 17वें आईपीएल सीजन में 9 मैचों में 378 रन बनाए हैं, लेकिन वह स्ट्राइक रेट (141) के मामले में सैमसन से पिछड़ गए।
युवा खिलाड़ी को दी गई प्राथमिकता
बता दें कि राहुल ऑस्ट्रेलिया में खेले गए टी20 वर्ल्ड 2022 का हिस्सा थे, लेकिन वह शानदार प्रदर्शन करने में नाकाम रहे थे। कुल 6 पारियों में 32 की औसत से उनके बल्ले से महज 128 रन निकले थे। ऐसे में अमेरिका और वेस्टइंडीज में 2 जून से होने वाले वर्ल्ड कप में सेलेक्टर्स ने युवा खिलाड़ी का दांव खेला है जो आने वाले समय में भारतीय टीम के प्रमुख खिलाड़ी बन सकते हैं।