26 जुलाई को पेरिस ओलंपिक की शुरूआत हो गई जिसका समापन 11 अगस्त को होना है। इस बड़े इवेंट में मनु भाकर ने भारत के लिए पहला मेडल लाया। युवा निशानेबाज ने 10 मीटर एयर पिस्टल एयर राइफल वर्ग में कांस्य पदक जीता। कई सारे और खेल से जुड़े एथलीट्स इस बड़े आयोजन में भारत के लिए मेडल लाते रहे हैं। हालांकि, अभी तक क्रिकेट टीम को ये मौका नहीं मिल सका।
दरअसल, क्रिकेट वर्षों से ओलंपिक का हिस्सा नहीं बन सका है जिससे कहीं न कहीं इस खेल की लोकप्रियता भी काफी लिमिटेड ही रह गई है। लेकिन, आने वाले समय में क्रिकेट नई बुलंदियों को छूने के लिए तैयार है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि 2028 में लॉस एंजलिस में खेले जाने वाले ओलंपिक गेम्स में क्रिकेट भी हिस्सा होगा। टी20 फॉर्मेट में मेंस और वुमेंस दोनों केटेगरी में मैच आयोजित किए जाएंगे।
बता दें कि इस बात की पुष्टि पिछले साल ही पिछले साल अक्टूबर में हो गई थी जब इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी ने बड़ा फैसला लेते हुए क्रिकेट सहित पांच खेलों को 2028 ओलंपिक में जोड़ने की घोषणा कर दी। क्रिकेट के अलावा बेसबॉल/सॉफ्टबॉल, फ्लैग फुटबॉल, लैक्रोस (सिक्स) और स्क्वैश है।
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आखिरी बार 1900 के ओलंपिक में क्रिकेट खेला गया था जहां मेजबान फ्रांस ने गोल्ड जीता। हालांकि, तब से क्रिकेट ओलंपिक का हिस्सा नहीं रहा है। IOC की मंजूरी के बाद, क्रिकेट 127 साल बाद ओलंपिक का हिस्सा बनने वाला है।
हालांकि, 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में वुमेंस केटेगरी में क्रिकेट का आयोजन हुआ था। आखिरी बार 1998 के कॉमनवेल्थ खेलों में क्रिकेट दिखाई दिया था। उसके बाद से इस आयोजन में हिस्सा बनने के लिए क्रिकेट को 24 सालों का लंबा इंतजार करना पड़ा। जबकि, 2023 में खेले गए एशियन गेम्स में भी क्रिकेट को जगह मिली थी। भारत ने रुतुराज गायकवाड़ की कप्तानी में गोल्ड पर कब्जा किया।