भारतीय क्रिकेट टीम ने टी20 वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रच दिया। इसी के साथ 11 सालों का आईसीसी ट्रॉफी का सूखा भी खत्म हो गया। रोहित शर्मा एंड कंपनी द्वारा किए गए इस बड़ी उपलब्धि का श्रेय कही न कही बोर्ड के सेक्रेटरी जय शाह को भी जाता है। शाह ने कई आईसीसी टूर्नामेंट के नॉकआउट मैचों में भारत को मिली शिकस्त के बावजूद अपने कप्तान रोहित और पूरी टीम पर भरोसा दिखाया जिसका परिणाम बारबाडोस में देखने को मिला। लिहाजा, सेक्रेटरी ने 125 करोड़ के बड़े प्राइज मनी खिलाड़ियों के बीच बांट दी है। इसी बीच खबर आ रही है कि वो बीसीसीआई को बाय-बाय कह सकते हैं।
गौरतलब है कि नवंबर 2024 में आईसीसी चेयरमैन ग्रेग बार्कले का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। जिसको लेकर माना जा रहा है कि शाह भी इस पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि अगर वह आईसीसी चेयरमैन के लिए आवेदन करते हैं तो वह निर्विरोध चुने जाएंगे। यानि उनके हाथ में क्रिकेट को कंट्रोल करने वाली संस्था यानि आईसीसी को चलाने का अधिकार मिल जाएगा। हालांकि, अभी तक बीसीसीआई सेक्रेटरी ने चेयरमैन चुनाव लड़ने की पुष्टि नहीं की है।
यह भी पढ़ें: BCCI ने भारतीय टीम को प्राइज मनी के रूप में 125 करोड़ देने का किया ऐलान, जानें हर खिलाड़ी को कितने रूपये मिलेंगे
क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार, इसी महीने यानि जुलाई में ही आईसीसी बोर्ड मेंबर्स की बैठक होने वाली है जिसमें चुनाव को लेकर चर्चा हो सकती है। नियमों के मुताबिक, पहले कोई शख्स लगातार तीन बार आईसीसी का अध्यक्ष रह सकता था जिसमें दो साल का कार्यकाल होता था। लेकिन, अब लगातार दो बार अध्यक्ष बना रहा जा सकता है जबकि कार्यकाल तीन साल का कर दिया गया है। ऐसे में न्यूजीलैंड के बार्कले वापस से चुनाव लड़ने के पात्र नहीं हैं जो लगातार दो कार्यकाल से इस पद पर बने हुए हैं।
बता दें कि शाह की बीसीसीआई में साल 2015 में एंट्री हुई थी। इससे पहले वह गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन में संयुक्त सचिव के रूप में काम कर रहे थे। 2019 में जब सौरव गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष बने, उसी समय शाह ने भी बतौर सचिव जिम्मा संभाल लिया। तब से लेकर अब तक वह इस पद पर बरकरार हैं जबकि अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी रोजर बिन्नी को मिल चुकी है।