भारतीय टीम का आखिरकार 12 साल का लगातार होम टेस्ट सीरीज जीतने का स्ट्रीक टूट गया। रोहित शर्मा की अगुवाई में भारत को किवी टीम के हाथों पुणे टेस्ट में 113 रन से शिकस्त झेलनी पड़ी। इसी के साथ मेजबान ने तीन मैचों की टेस्ट सीरीज को भी गवां दिया है। भारत की सीरीज हार में दोषी विराट कोहली को माना जा रहा है। ये स्टार बल्लेबाज न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरूआती दोनों टेस्ट में बुरी तरह फेल साबित हुआ है जो फैंस के साथ-साथ भारत के पूर्व कोच और दिग्गज खिलाड़ी अनिल कुंबले को बिल्कुल भी रास नहीं आ रहा है।
जियो सिनेमा के लिए कमेंट्री कर रहे कुंबले का मानना है कि विराट को टेस्ट सीजन से पहले घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए था। वह खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं और वे पुणे में न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भी बड़ी पारी नहीं खेल सके।
कुंबले ने कहा, “शायद मैच की स्थिति में सिर्फ एक या दो पारी खेलने से ही उन्हें मदद मिल सकती थी। वास्तविक खेल में शामिल होना निश्चित रूप से सिर्फ अभ्यास से ज्यादा फायदेमंद है। हालांकि, मुझे नहीं लगता कि हम स्पिन के खिलाफ उनके संघर्ष का एकमात्र कारण केवल घरेलू क्रिकेट में न खेलना मान सकते हैं।”
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वह आगे कहते हैं, “जब वह क्रीज पर आए हैं, तो पिचें अक्सर स्पिन के अनुकूल रही हैं, जो एक बड़ा फैक्टर है। अपनी पारी की शुरुआत में स्पिन के खिलाफ उनकी चुनौतियां केवल मानसिकता के कारण नहीं थीं, बल्कि स्पिनरों की मदद करने वाली परिस्थितियों के कारण भी थीं। इसने शुभमन गिल और विराट कोहली को ग्लेन फिलिप्स की बाएं हाथ की स्पिन के सामने आउट होने में योगदान दिया, जिन्हें एक रणनीतिक कदम के रूप में लाया गया था। यहां तक कि आधुनिक समय के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज भी इन परिस्थितियों को मुश्किल पाते हैं।”
आपको बता दें कि 2021 से एशिया में खेलते हुए कुल 26 पारियों में विराट ने 28.85 की औसत और 49.67 की स्ट्राइक रेट से महज 606 रन बनाए हैं। वह स्पिनर के खिलाफ 21 बार आउट हुए, जो साबित करता है कि वह स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं।