Exclusive: ‘मिताली राज और झूलन गोस्वामी ने हम पर कभी दबाव नहीं डाला’, भारतीय महिला खिलाड़ी पूनम राउत ने अपनी क्रिकेटिंग जर्नी पर खुलकर की बात

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  • भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार खिलाड़ी पूनम राउत हमसे एक्सक्लूसिव बातचीत की।

  • 35 वर्षीय खिलाड़ी ने अपनी क्रिकेटिंग जर्नी पर खुलकर बात की और साथ ही कई दिलचस्प खुलासे भी किए। 

Exclusive: ‘मिताली राज और झूलन गोस्वामी ने हम पर कभी दबाव नहीं डाला’, भारतीय महिला खिलाड़ी पूनम राउत ने अपनी क्रिकेटिंग जर्नी पर खुलकर की बात
पूनम राउत

पूनम राउत भारतीय महिला क्रिकेट टीम की एक प्रमुख बल्लेबाज हैं, जो वनडे क्रिकेट में शानदार बल्लेबाजी के लिए जानी जाती हैं। मुंबई में जन्मीं पूनम ने 2009 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया और जल्द ही भारतीय टीम की अगम खिलाड़ी बन गईं। उन्होंने कई मैच जीताऊ पारियां खेली हैं, जिनमें 2017 महिला वर्ल्ड कप में शानदार शतक भी शामिल है। स्टार महिला क्रिकेटर ने हमसे एक्सक्लूसिव बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अपनी क्रिकेटिंग जर्नी पर खुलकर बात की और साथ ही कई दिलचस्प खुलासे भी किए।

पेश है इंटरव्यू के कुछ अंश:

सवाल: आपका क्रिकेट के प्रति लगाव कैसे शुरू हुआ और इस खेल के प्रति जुनून कैसे जागा?

पूनम: मेरे घर का माहौल हमेशा क्रिकेट से भरा रहता था। उस समय भारतीय क्रिकेट टीम में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरभ गांगुली जैसे दिग्गज खिलाड़ी खेलते थे। खासकर भारत-पाकिस्तान मैचों में उन्हें भारत को रेप्रेजेंट करते देखना बेहद मजेदार होता था। मैंने गली क्रिकेट में अपने भाई के साथ खेलना शुरू किया और धीरे-धीरे इस खेल को लेकर मेरी रुचि बढ़ने लगी।

हालांकि, मुझे वो दिन याद है जब मैंने अपनी उम्र के दो लड़कों को क्रिकेट पैड्स पहनकर मैदान पर प्रैक्टिस के लिए जाते देखा। मैंने अपने पिताजी से इसके बारे में बात की और परिवार को मनाने की कोशिश की, कि मुझे समर कैंप में क्रिकेट खेलना है। मेरे पिताजी ने मेरा साथ दिया और वहीं से मेरी खिलाड़ी बनने की जर्नी शुरू हुई। इस सफर में मैंने कई लोगों से मुलाकात की, लेकिन जिनका सबसे बड़ा प्रभाव मुझ पर पड़ा वो थे मेरे शुरुआती कोच संजय गायतोंडे। उन्होंने मुझे एक मैच के दौरान देखा और मुझे पैड पहनकर बल्लेबाजी करने को कहा। मैं चौंक गई क्योंकि मैच में नए खिलाड़ी की काबिलियत नहीं देखी जाती, लेकिन यह एक प्रैक्टिस मैच था। मैंने अच्छा प्रदर्शन किया और उनके तहत कई सालों तक ट्रेनिंग ली।

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सवाल: दीप्ति शर्मा के साथ WODI साझेदारी का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना कैसा अनुभव था?

पूनम: सच कहूं तो मैंने कभी रिकॉर्ड बनाने के बारे में नहीं सोचा था। हम उस समय वर्ल्ड कप की तैयारी कर रहे थे और चार टीमों की सीरीज खेल रहे थे। मुझे पता था कि मैं ओपनिंग करूंगी क्योंकि मुझे यही भूमिका दी गई थी। दीप्ति भी उस मैच में ओपनिंग करने की जिद पर अड़ी थीं। हम दोनों अपनी पारी को प्लान करने पर ध्यान दे रहे थे। जैसे ही हम लय में आए, गेंद बल्ले से जुड़ने लगी। दीप्ति के साथ अच्छी समझ और तालमेल बन गया। जब हमने 300 रन पार किए, तो मुझे लगा कि यह शायद वर्ल्ड रिकॉर्ड होगा। लेकिन जब हम बाहर आए, तो इसकी पुष्टि हुई कि यह वास्तव में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड था।

सवाल: 2017 महिला ODI वर्ल्ड कप फाइनल की हार को मानसिक रूप से कैसे संभाला?

पूनम: यह एक बहुत बड़ा मैच था। ट्रॉफी के इतना करीब पहुंचकर भी जीत न पाना, हमारे लिए बहुत भारी था। वर्ल्ड कप जीतना एक सपना था और इतने लंबे समय बाद फाइनल खेलना खास था। हमने अपनी पूरी कोशिश की, लेकिन 9 रनों के मामूली अंतर से हार गए। ड्रेसिंग रूम में हर कोई टूट चुका था, सभी रो रहे थे। जीत और हार हमारे हाथ में नहीं होती, लेकिन मैं कह सकती हूं कि यह मेरे जीवन का सबसे दुखद क्षण था। मुझे याद है कि लंदन में एक दिन का ठहराव था। झूलन गोस्वामी मेरे साथ थीं। उन्होंने मुझसे कहा, “अभी हमें नहीं पता कि हमने क्या खो दिया है, लेकिन जब तुम, मैं या इस टीम का हर सदस्य अकेले अपने कमरे में होंगे, तो हम सभी इस खेल के बारे में सोचेंगे और ओवरथिंक करेंगे कि हमने क्या गलत किया।” और वो बिल्कुल सही थीं।

सवाल: मिताली राज और झूलन गोस्वामी के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करना कैसा अनुभव था?

पूनम: वे हमारी सीनियर थीं, लेकिन बहुत फ्रेंडली, मजेदार और खुशमिजाज थीं। दोनों शांत स्वभाव की थीं और हम पर कभी दबाव नहीं डालती थीं कि हमें कुछ ऐसा करना चाहिए जो हम नहीं करना चाहते। सीनियर खिलाड़ी होना आसान नहीं है, लेकिन उन्होंने हमेशा हमारा सपोर्ट किया।

दरअसल, मुझे लगता है कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मैंने उनके साथ खेला। जब मैं बचपन में क्रिकेटर बनने की ख्वाहिश रखती थी, तो उन्हें टेलीविजन पर क्रिकेट खेलते हुए देखना प्रेरणादायक था। उनके साथ खेलना और ड्रेसिंग रूम साझा करना मेरे लिए एक सपना सच होने जैसा था।

सवाल: क्या आपकी कोई पसंदीदा टीम है जिसके खिलाफ खेलना आपको पसंद है?

पूनम: मेरी दो पसंदीदा टीमें हैं, एक है ऑस्ट्रेलिया और दूसरी इंग्लैंड। इन दोनों टीमों का गेंदबाजी आक्रमण बेहद शानदार है, जिसे खेलना मुझे पसंद है। वर्ल्ड कप में भी देखा जा सकता है कि मैंने इंग्लैंड के खिलाफ अच्छी बल्लेबाजी की और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक भी लगाया। अगर मुझे किसी एक टीम को चुनना हो, तो वो ऑस्ट्रेलिया होगी।

यहां देखें वीडियो:

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श्रेणी:: क्रिकेट टाइम्स- एक्सक्लूसिव

लेखक के बारे में:
क्रिकेट की दुनिया में जीते हैं। इस खेल के बारे में लिखना और देखना दोनों पसंद... धोनी के बहुत बड़े प्रशंसक। जुनूनी क्रिकेट राइटर जो दिलचस्प कंटेंट तैयार करने से पीछे नहीं हटते। पुलकित से संपर्क करने के लिए pulkittrigun@crickettimes.com पर मेल करें।