Exclusive: महिला टी20 वर्ल्ड कप में भारत के खराब प्रदर्शन की क्या रही वजह? पूर्व भारतीय खिलाड़ी प्रीति डिमरी ने अपने करियर सहित टीम के प्रदर्शन पर दी बेबाक राय

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  • हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली टीम इंडिया महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लीग स्टेज से ही बाहर हो गई थी।

  • पूर्व भारतीय खिलाड़ी प्रीति डिमरी ने हमसे एक्सक्लूसिव बातचीत में अपने करियर के साथ-साथ महिला टीम के प्रदर्शन पर अपनी बेबाक राय दी।

Exclusive: महिला टी20 वर्ल्ड कप में भारत के खराब प्रदर्शन की क्या रही वजह? पूर्व भारतीय खिलाड़ी प्रीति डिमरी ने अपने करियर सहित टीम के प्रदर्शन पर दी बेबाक राय
प्रीति डिमरी (फोटो: ट्विटर)

महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भारत का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली टीम इंडिया टूर्नामेंट के लीग स्टेज से ही बाहर हो गई थी। पूर्व लेफ्ट-आर्म स्पिनर जिन्होंने न केवल घरेलू क्रिकेट में बल्कि इंटरनेशल लेवल पर भी अपनी छाप छोड़ी है। भारत की महिला क्रिकेट टीम के लिए 26 मैच खेल चुकी प्रीति डिमरी ने हमसे एक्सक्लूसिव बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अपने करियर के साथ-साथ महिला टीम के प्रदर्शन पर अपनी बेबाक राय दी। पूर्व खिलाड़ी ने बताया कि टीम इंडिया से वर्ल्ड कप में कहां गलती हुई। इसके अलावा उन्होंने वुमेंस क्रिकेट पर खुलकर बात की।

सवाल: आपने कब खेलना शुरू किया?

प्रीति: जब मैं चार साल की थी तब मेरी मम्मी को लगा मेरा एक बच्चा एथलीट होना चाहिए। उन्होंने सभी बेटियों पर ट्रायल किया। रनिंग के लिए भेजा कि तुम 100 मीटर दौड़ो। फुटबॉल के लिए भेजा। लेकिन, उस टाइम पर लड़कियों के लिए उतना स्कोप नहीं था। चूंकि, मैं छोटी बेटियों में थी, तो मम्मी को लगा कि अब क्रिकेट में स्कोप दिख रहा है तो उन्होंने चार साल की उम्र में मेरा एडमिशन आगरा के स्पोर्ट्स एकलव्य ऐकडमी में कराया।

सवाल: भारतीय महिला टीम में खेलने का मौका कैसे मिला? इस सफर के बारे में कुछ बताएं

प्रीति: भारत की सीनियर नेशनल टीम बेलगांव जानी थी। टीम की एक बॉलर बीमार या शायद इंजर्ड हो गई थी। उस समय बीसीसीआई से वुमेंस क्रिकेट जुड़ा नहीं था। वुमेंस क्रिकेट एसोसिएशन हुआ करती थी। सेक्रेटरी मोहम्मद नवाब ने हेमलता काला से पूछा कि हमारे पास एक बॉलर की कमी है तुम्हारे पास ऐसी कोई लड़की है जो खेलती हो। उन्होंने कहा, ‘है तो सही, लेकिन वह छोटी है, सिर्फ 12 साल की है। मैं ट्रायल पर भेज देती हूं आप देख लो।’ सेक्रेटरी सर ने कहा, ‘बहुत छोटी है ये’। तब हेमलता ने कहा, ‘एक बार देख लो नहीं होगा तो कोई बात नहीं है।’ वहां से मैं ट्रायल पर गई, जब मैंने पांच-छह बल्लेबाजों को बॉलिंग किया, तो सर को लगा कि इसमें स्ट्रेंथ तो है। वहां से महज 12 साल की उम्र में मैने सीनियर नेशनल टीम के लिए खेल लिया। वहां से मेरी जर्नी शुरू हो गई।

सवाल: 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले अपने डेब्यू टेस्ट में आपने पांच विकेट झटके थे। आपके लिए उस पल के क्या मायने थे?

प्रीति: मैं बहुत खुश थी। हम वनडे, टेस्ट सीरीज और एक टी20 खेलने गए थे। जब इस दौरे के लिए मेरा सेलेक्शन हुआ था तब मुझसे ज्यादा खुशी मेरी मम्मी को हुई थी क्योंकि मुझे खेलते हुए देखने उनका सपना था। मैंने जब इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में पांच विकेट झटके जब मम्मी को फोन किया तो उन्होंने बताया कि वह जान चुकी हैं कि मैनें शानदार बॉलिंग की है। वो बहुत खास मोमेंट था। एक गर्व की बात ये थी कि वहां से सेलेक्टर्स को पता चला कि जो उनका टीम सेलेक्शन था वो वाकई में सही थी।

सवाल: आपने मिताली राज की कप्तानी में काफी खेला, आप उन्हें कैसा कप्तान मानती हैं?

प्रीति: वह बहुत अच्छी प्लेयर होने के साथ एक अच्छी कप्तान थीं। एक अच्छे कप्तान का रोल होता है- प्रदर्शन भी करना और टीम को आगे लेकर चलना। साथ ही बाकी के बैटर्स को भी सपोर्ट करना, बॉलर्स पर भी ध्यान देना। वह इन सारे मामलों में एक अच्छी कप्तान रही हैं। मैं उनके साथ इंडिया टीम के अलावा इंडियन रेलवे के लिए खेली हूं। हम कम से कम 18 साल साथ में खेले हैं। बहुत हार्ड वर्किंग रही हैं और हमने उनसे बहुत कुछ सीखा है।

सवाल: भारतीय क्रिकेट में इक्वल मैच फीस की चर्चा काफी समय से होती रही है। बीसीसीआई ने बड़ा कदम उठाते हुए मेंस और वुमेंस दोनों की हर मैच से होने वाली कमाई को बराबर कर दिया। इस फैसले को कैसे देखती हैं आप?

प्रीति: मैं इस फैसले को अच्छा मानती हूं क्योंकि लड़कियां स्ट्रगल कर रही हैं, उनके लिए ये अच्छा है। बशर्ते अब उन्हें और मेहनत करनी होगी। हालांकि, उनको जो सुविधाएं मिल रही है जो हमें नहीं मिली। देखिए, आईसीसी हॉल ऑफ फेम में नीतू डेविड का नाम आया है। मैं उनके साथ करीब 15 साल क्रिकेट खेली हूं, उस समय हम लोगों की कुछ मैच फीस नहीं थी। उन्होंने इतने रिकॉर्ड्स बनाए हुए हैं जो आज भी नहीं टूटे हैं। अब जो बच्चों को पैसा मिल रहा है, ये बहुत खुशी की बात है।

सवाल: महिला टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया सेमीफाइनल में जगह नहीं बना पाई। आपको क्या लगता है, भारतीय टीम से कहां गलती हुई?

प्रीति: मुझे लगता है कि भारतीय टीम में फिटनेस और स्ट्रेंथ को लेकर कुछ समस्या है। टूर्नामेंट में विदेशी खिलाड़ियों की फिटनेस लेवल काफी अच्छी थी। जबकि भारतीय खिलाड़ियों का फिटनेस लेवल गिरता हुआ दिखा। विकेटों के बीच में दौड़, बैटिंग, बॉलिंग, फिल्डिंग ये सभी फिटनेस का हिस्सा हैं और इन सारे डिपार्टमेंट में हमारी टीम पिछड़ गई। फिटनेस पर काम करना पड़ेगा। टीम के खराब परफॉर्मेस की ये बड़ी वजह है।

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सवाल: क्या अब वह समय आ गया है कि स्मृति मंधाना को भारत का कप्तान बना देना चाहिए?

प्रीति: देखिए किसी का नाम लेना मुझे नहीं लगता सही होगा। कप्तान का रोल होता है टीम को साथ लेकर चलना और खिलाड़ी से परफॉर्मेस निकलवाना। अभी टीम इंडिया में कुछ प्लेयर इतनी सीनियर हो चुकी हैं कि उन्हें पता है कि क्या करना है। अगर सभी खिलाड़ी अपना रोल अच्छे से निभाते हैं तो जीत मिलनी ही है। फिलहाल, उनके परफॉर्मेस में कमी देखने को मिली है तो मुझे नहीं लगता है कि कप्तान इतनी बड़ी समस्या है। लेकिन, जहां तक कप्तानी चेंज का सवाल है, ये सेलेक्टर्स के हाथों में है। जिस खिलाड़ी ने पिछले चार सालों में लगातार परफॉर्म किया है, हम उसे कप्तान देख सकते हैं।

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श्रेणी:: क्रिकेट टाइम्स- एक्सक्लूसिव प्रीति डिमरी

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