भारतीय टीम के स्टार स्पिनर आर अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर सीरीज के बीच में ही संन्यास की घोषणा कर सभी को चौंका दिया था। ब्रिस्बेन में तीसरा टेस्ट खत्म होते ही अश्विन ने कप्तान रोहित शर्मा के साथ मिलकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से रिटायर होने की जानकारी दी। इसके बाद से सोशल मीडिया पर चर्चा तेज हो गई कि स्टार स्पिनर को लगातार मौके नहीं मिल रहे थे, लिहाजा उन्होंने यह फैसला लिया। कहा तो ये भी गया कि संन्यास के लिए टीम मैनेजमेंट ने बाध्य किया।
मामले ने तूल तो तब पकड़ी जब खुद अश्विन के पिता ने स्टार स्पिनर के रिटायरमेंट का जिम्मेदार भारतीय टीम मैनेजमेंट को ही बताया। हालांकि, बाद में अश्विन ने खुद सोशल मीडिया पर आकर अपने पिता के दिए बयान का खंडन किया। तब जाकर कही मामला शांत हुआ। वहीं, अब स्टार स्पिनर ने इस बात का खुलासा किया है कि उनमें अब भी क्रिकेट खेलने का दम था, तो साथ ही इशारों ही इशारों में ये भी समझा दिया कि अगर वह प्लेइंग-XI में फिट नहीं बैठते तो रिटायरमेंट लेने का फैसला लेना ज्यादा बेहतर लगा।
अपने यू-ट्यूब चैनल पर बात करते हुए अश्विन ने फेयरवेल मैच न होने का जिक्र करते हुए कहा, “मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि विदाई मैच का कोई खास महत्व नहीं है। मैं बस ईमानदार रहना चाहता हूं। सोचिए, अगर मुझे विदाई टेस्ट मिलता है लेकिन मैं टीम में अपनी जगह के लायक नहीं हूं, तो मुझे खुशी नहीं होगी। मेरे क्रिकेट में दम था, लेकिन मुझे लगता है कि खेल छोड़ना हमेशा बेहतर होता है जब लोग पूछें ‘क्यों’ और ‘क्यों नहीं’।”
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इसके साथ ही टीम मैनेजमेंट पर लग रहे आरोपों का भी जवाब देते हुए अश्विन ने कहा, “आपको पता होना चाहिए कि कभी-कभी फैसले सहज रूप से लिए जाते हैं। लोग कई तरह की बातें कर रहे हैं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। उस समय मुझे लगा कि मेरी रचनात्मकता खत्म हो रही है। अंत सुखद भी हो सकते हैं। ज्यादा अटकलें लगाने की कोई जरूरत नहीं।”
अश्विन ने भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, लेकिन वह अभी भी आईपीएल जैसी लीग में खेलते नजर आएंगे। आईपीएल 2025 सीजन के लिए चेन्नई सुपर किंग्स ने 9.75 करोड़ में उन्हें अपनी टीम में शामिल किया है।