महान क्रिकेटर एमएस धोनी, जो अपनी ताकतवर बल्लेबाजी और शानदार कप्तानी के लिए जाने जाते हैं, आईपीएल 2025 में एक बड़ा बदलाव करने वाले हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, धोनी अब अपने भारी बल्ले की जगह हल्का बल्ला इस्तेमाल करेंगे। यह वही भारी बल्ला है, जिससे उन्होंने कई यादगार पारियां खेली हैं।
यह बदलाव ऐसे समय में हो रहा है जब धोनी चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए खेलने की तैयारी कर रहे हैं। माना जा रहा है कि यह उनका आखिरी आईपीएल सीजन हो सकता है, जिससे उनके शानदार करियर में एक और दिलचस्प मोड़ जुड़ जाएगा।
एमएस धोनी की बल्लेबाजी शैली का विकास
धोनी हमेशा भारी बल्ले से खेलने के लिए जाने जाते रहे हैं। अपने करियर में वह 1250 से 1300 ग्राम वजन वाले बल्ले का इस्तेमाल करते थे। उनकी जबरदस्त ताकत के कारण वह बड़े-बड़े छक्के आसानी से मारते थे, जो उनके खेल की पहचान बन गया।
लेकिन अब, जैसे-जैसे उनका करियर अंतिम दौर में आ रहा है, वह क्रिकेट की नई जरूरतों के हिसाब से बदलाव कर रहे हैं। अब खेल में तेजी और फुर्ती को ज्यादा अहमियत दी जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए, आईपीएल 2025 में धोनी ने हल्के बल्ले से खेलने का फैसला किया है। उन्होंने करीब 1230 ग्राम वजन का बल्ला चुना है, जो उनके पुराने बल्ले से 10-20 ग्राम हल्का है।
यह सिर्फ वजन का बदलाव नहीं है, बल्कि उनकी बल्लेबाजी में एक नई रणनीति भी दिखाता है। न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, धोनी का नया बल्ला पहले जैसा ही आकार का होगा, लेकिन हल्का होने के कारण वह ज्यादा तेजी से शॉट खेल सकेंगे।
यह भी पढ़ें: धोनी की CSK ने IPL 2025 से पहले उठाया बड़ा कदम! सहायक गेंदबाजी कोच की कर दी नियुक्ति
धोनी आईपीएल 2025 की तैयारी में जुटे हैं
आईपीएल 2025 करीब आ रहा है, और धोनी खुद को इसके लिए तैयार कर रहे हैं। भले ही उन्होंने आईपीएल को छोड़कर बाकी सभी क्रिकेट फॉर्मेट से संन्यास ले लिया हो, लेकिन वह अब भी बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए मेहनत कर रहे हैं। हाल ही में, धोनी ने रांची के जेएससीए स्टेडियम में अभ्यास किया, जहां उन्होंने बॉलिंग मशीन और इनडोर सुविधाओं का इस्तेमाल कर अपनी बल्लेबाजी पर काम किया।
झारखंड क्रिकेट संघ के एक अधिकारी ने बताया, “धोनी इनडोर सुविधा में अभ्यास कर रहे थे। यहां कोई टीम कैंप नहीं था, इसलिए उन्होंने बॉलिंग मशीन के साथ प्रैक्टिस की। उन्होंने एक टूर्नामेंट के उद्घाटन के दिन टेनिस का एक दोस्ताना मैच भी खेला।”
हालांकि, CSK के कैंप में उनकी वापसी को लेकर अभी कोई जानकारी नहीं है। BCCI के निर्देशों के कारण CSK का होम ग्राउंड, चेन्नई का एमए चिदंबरम स्टेडियम, 9 मार्च तक प्रैक्टिस के लिए उपलब्ध नहीं रहेगा। इस वजह से धोनी के टीम के साथ ट्रेनिंग शुरू करने की तारीख तय नहीं हुई है। फैंस बेसब्री से उनके लौटने का इंतजार कर रहे हैं।
धोनी के बल्ले में बदलाव का महत्व
धोनी का हल्का बल्ला इस्तेमाल करने का फैसला सिर्फ एक रणनीति नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि वह खेल में बदलाव के साथ खुद को ढालना जानते हैं। 43 साल की उम्र में भी वह नए तरीके अपनाने और सुधार करने के लिए तैयार हैं। इस बदलाव से उन्हें सीएसके के लिए फिनिशर की भूमिका निभाने में मदद मिल सकती है, जहां अंतिम ओवरों में तेजी और फुर्ती जरूरी होती है।
धोनी सिर्फ मैदान पर ही नहीं, बल्कि अपने नेतृत्व और जुझारूपन से भी सबको प्रेरित करते हैं। उन्होंने भारत को 2007 का टी20 वर्ल्ड कप और 2011 का वनडे वर्ल्ड कप जिताया। उनकी विरासत भारतीय क्रिकेट में अमिट है, और आईपीएल में उनकी मौजूदगी उनके प्रभाव को बनाए रखती है।
आईपीएल 2025 में सीएसके के फैंस के लिए रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे। सीएसके 23 मार्च को अपने पहले मैच में मुंबई इंडियंस का सामना करेगी, और सभी की नजरें धोनी पर होंगी कि उनका यह नया तरीका कितना कारगर साबित होता है। पिछले सीजन में टीम का प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा था, लेकिन रूतुराज गायकवाड़ की कप्तानी में सीएसके अब भी खिताब की मजबूत दावेदार मानी जा रही है, जहां धोनी का अनुभव और रणनीति टीम के लिए बहुत अहम होगी।