न्यूजीलैंड आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में खिताब जीतने के मजबूत दावेदारों में से एक होगा, जहां मिचेल सैंटनर उनकी नई वनडे टीम के कप्तान होंगे। ब्लैककैप्स, जो पहले यह ट्रॉफी जीत चुके हैं, एक बार फिर अपनी ताकत दिखाने के इरादे से उतरेंगे। हाल के अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में उनका शानदार प्रदर्शन, खासकर उपमहाद्वीप की पिचों पर उनकी सफलता, उन्हें इस टूर्नामेंट की सबसे खतरनाक टीमों में से एक बनाती है।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में न्यूजीलैंड की खिताब जीतने की आकांक्षा
न्यूजीलैंड के लिए पाकिस्तान के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी का पहला मैच बहुत अहम होगा, क्योंकि इससे उनके सेमीफाइनल में पहुंचने की संभावना पर असर पड़ेगा। कराची में घरेलू दर्शकों के सामने पाकिस्तान से भिड़ना सैंटनर की टीम के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। इस मुकाबले को वर्चुअल क्वार्टरफाइनल माना जा रहा है, क्योंकि दोनों टीमें ग्रुप स्टेज से आगे बढ़ने की मजबूत दावेदार हैं।
न्यूजीलैंड को ग्रुप स्टेज में भारत और बांग्लादेश से भी खेलना होगा, जो अप्रत्याशित नतीजे देने में सक्षम हैं। ब्लैककैप्स इन टीमों के खिलाफ अपने रिकॉर्ड को ध्यान में रखकर टूर्नामेंट की अच्छी शुरुआत करना चाहेंगे। पाकिस्तान के खिलाफ जीत उनके अभियान की दिशा तय करेगी, जबकि भारत के खिलाफ उनका मुकाबला एक बड़ा रोमांचक मुकाबला होगा।
न्यूजीलैंड को आत्मविश्वास इस बात से भी मिलेगा कि उन्होंने हाल ही में पाकिस्तान में त्रिकोणीय सीरीज जीती थी। लाहौर और कराची में उन्होंने पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका को हराया था, जिससे साफ होता है कि वे उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में ढलने में सक्षम हैं। इस सफलता को ध्यान में रखते हुए, न्यूजीलैंड इस टूर्नामेंट में एक और बड़ा खिताब जीतने की उम्मीद करेगा।
पाकिस्तान
ताकत: पाकिस्तान की सबसे बड़ी ताकत उनकी तेज गेंदबाजी है। शाहीन अफरीदी, नसीम शाह और हारिस रऊफ मिलकर तेज रफ्तार, स्विंग और बाउंस से बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं। अगर पिच तेज गेंदबाजों को मदद देती है, तो न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों के लिए यह मुश्किल भरा मुकाबला हो सकता है, खासकर शाहीन की शुरुआती गेंदबाजी के खिलाफ।
इसके अलावा, पाकिस्तान के पास अबरार अहमद जैसे अच्छे स्पिनर भी हैं, जो बीच के ओवरों में विकेट निकाल सकते हैं। बल्लेबाजी में बाबर आज़म और मोहम्मद रिज़वान टीम को स्थिरता देते हैं, जबकि खुशदिल शाह और सलमान आगा तेज रन बनाने में मदद कर सकते हैं।
कमजोरी: पाकिस्तान की बल्लेबाजी दबाव में लड़खड़ा सकती है। अगर बाबर और रिज़वान जल्दी आउट हो जाते हैं, तो उनका मध्य क्रम अच्छी पारी नहीं खेल पाता, जिससे टीम कम स्कोर पर सिमट सकती है। बड़े मुकाबलों में यह उनकी सबसे बड़ी समस्या रही है। फील्डिंग भी पाकिस्तान की कमजोर कड़ी है। वे अक्सर कैच छोड़ देते हैं और रन रोकने में चूक कर देते हैं, जिससे मैच का पासा पलट सकता है। न्यूजीलैंड जैसी तेज और चुस्त फील्डिंग करने वाली टीम के खिलाफ, यह गलती उन्हें भारी पड़ सकती है।
खतरा: न्यूजीलैंड के लिए सबसे बड़ा खतरा पाकिस्तान की शुरुआती गेंदबाजी होगी, जो जल्दी विकेट चटका सकती है। इसके अलावा, पाकिस्तान अनपेक्षित मौकों पर भी शानदार खेल दिखा सकता है। अगर मैच करीबी होता है, तो पाकिस्तान के पास उसे अपने पक्ष में करने की क्षमता है, जैसा कि उन्होंने 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में किया था। न्यूजीलैंड को पूरे मैच में सतर्क रहना होगा, नहीं तो वे बड़ी परेशानी में पड़ सकते हैं।
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बांग्लादेश
मजबूती: बांग्लादेश सफेद गेंद क्रिकेट में एक खतरनाक टीम बन गई है, खासकर उनके शानदार स्पिन गेंदबाजों की वजह से, जो उपमहाद्वीपीय पिचों पर बहुत प्रभावी रहते हैं। उनकी सबसे बड़ी ताकत मेहदी हसन मिराज हैं, जो खेल को नियंत्रित कर सकते हैं, दबाव बना सकते हैं और बीच के ओवरों में अहम विकेट ले सकते हैं।
उनके तेज गेंदबाजों में तस्कीन अहमद और मुस्तफिजुर रहमान शामिल हैं, जो अलग-अलग स्टाइल से गेंदबाजी करते हैं। मुस्तफिजुर अपनी धीमी गेंदों और विविधताओं से डेथ ओवरों में बल्लेबाजों को परेशानी में डाल सकते हैं, जिससे न्यूजीलैंड के फिनिशरों को दिक्कत हो सकती है। बांग्लादेश की बल्लेबाजी भी पहले से बेहतर हुई है। नजमुल हसन शांतो और महमुदुल्लाह स्थिरता देते हैं, जबकि तौहीद हृदॉय और जाकेर अली अनिक तेज रन बनाने में सक्षम हैं। इससे बांग्लादेश की बैटिंग अलग-अलग परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन कर सकती है।
कमजोरी: बांग्लादेश की सबसे बड़ी दिक्कत दबाव में अच्छा प्रदर्शन न कर पाना है। वे कई बार बड़ी टीमों को हराने में सफल रहे हैं, लेकिन ICC टूर्नामेंटों में मजबूत शुरुआत के बावजूद मैच जीतने में संघर्ष करते हैं। उनका मिडल ऑर्डर तेज गेंदबाजों के खिलाफ अस्थिर रहता है। न्यूजीलैंड के मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के सामने उन्हें रन बनाने में दिक्कत हो सकती है। साथ ही, उनके निचले क्रम में बड़े शॉट खेलने की क्षमता कम है, जिससे वे पारी के आखिरी ओवरों में तेजी से रन नहीं बना पाते।
खतरा: अगर पिच स्पिनरों के अनुकूल हुई, तो बांग्लादेश न्यूजीलैंड के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है। मेहदी हसन बीच के ओवरों में लगातार दबाव बना सकते हैं, जिससे न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को रन बनाना मुश्किल हो सकता है। अगर वे स्ट्राइक रोटेट नहीं कर पाए, तो वे अच्छा स्कोर सेट करने या चेज़ करने में संघर्ष कर सकते हैं। इसके अलावा, बांग्लादेश के अनुशासित गेंदबाज न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने नहीं देंगे। खासतौर पर, मुस्तफिजुर की डेथ ओवरों की गेंदबाजी रनगति रोक सकती है। इस वजह से न्यूजीलैंड को बांग्लादेश को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
भारत:
ताकत: भारत की सबसे बड़ी ताकत उनकी मजबूत और अनुभवी बल्लेबाजी है। रोहित शर्मा, विराट कोहली और शुभमन गिल की मौजूदगी से भारत की शुरुआत मजबूत रहती है, और वे जरूरत पड़ने पर तेज रन भी बना सकते हैं। अगर पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी हुई, तो भारतीय बल्लेबाज न्यूजीलैंड के गेंदबाजों पर दबाव बना सकते हैं। इसके अलावा, मध्य क्रम में केएल राहुल, ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ी हैं, जो संभलकर खेलने के साथ-साथ आक्रामक भी हो सकते हैं। इसका मतलब है कि भारत अगर जल्दी विकेट खो भी दे, तो भी वे अच्छी पारी बना सकते हैं। बुमराह और सिराज के न होने के बावजूद, भारत के पास संतुलित गेंदबाजी आक्रमण है।
कमजोरी: बुमराह और सिराज की गैरमौजूदगी भारत की तेज गेंदबाजी को कमजोर कर सकती है। इससे न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों, खासतौर पर केन विलियमसन, डेवोन कॉनवे और डेरिल मिचेल को शुरुआती ओवरों में भारत के गेंदबाजों का सामना करने में आसानी हो सकती है। हर्षित राणा और अर्शदीप सिंह जैसे गेंदबाज इस स्तर पर उतने अनुभवी नहीं हैं, जिससे न्यूजीलैंड के मजबूत बल्लेबाजों को फायदा मिल सकता है। एक और समस्या डेथ ओवरों में गेंदबाजी की है। भारत के पास बुमराह की यॉर्कर और सिराज की स्विंग नहीं होगी, जिससे आखिरी ओवरों में ग्लेन फिलिप्स और डेरिल मिशेल जैसे बल्लेबाज तेजी से रन बना सकते हैं।
खतरा: कुलदीप यादव की स्पिन गेंदबाजी और उनके वैरिएशन से न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को दिक्कत हो सकती है। रविंद्र जडेजा की सटीक गेंदबाजी और शानदार फील्डिंग भी बीच के ओवरों में दबाव बना सकती है। अगर पिच स्पिनरों को मदद करती है, तो न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों के लिए रन बनाना मुश्किल हो सकता है। इसके अलावा, भारत की बल्लेबाजी बहुत गहरी है। अगर न्यूजीलैंड शुरुआती विकेट ले भी ले, तो हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल और जडेजा जैसे खिलाड़ी निचले क्रम में उपयोगी रन बना सकते हैं। इससे भारत पूरे मैच में एक खतरनाक टीम बनी रहेगी और न्यूजीलैंड के लिए चैंपियंस ट्रॉफी में उन्हें हराना आसान नहीं होगा।