भारतीय मूल की कनाडाई मॉडल और क्रिकेट प्रस्तोता येशा सागर ने चटगांव किंग्स फ्रैंचाइज़ी के साथ अनुबंध विवाद के कारण बांग्लादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल) के 2025 सीजन को बीच में ही छोड़ दिया। सागर के अचानक चले जाने से बीपीएल 2025 को लेकर विवाद और बढ़ गया, जो विदेशी खिलाड़ियों के साथ भुगतान के मुद्दों की खबरों से प्रभावित था।
कनाडा के टोरंटो में रहने वाली यशा चटगांव किंग्स के लिए एक एंकर के रूप में काम कर रही थीं। वह प्री-मैच और पोस्ट-मैच प्रस्तुतियों के साथ-साथ प्रायोजन-संबंधी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार थी, ठीक वैसे ही जैसे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मिस्टर नाग्स रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए हैं। येशा का चटगांव किंग्स से जुड़ाव उनके सोशल मीडिया पर भी दिखता था, जहां उनके काफी फॉलोअर्स हैं।
यशा सागर के खिलाफ अनुबंध उल्लंघन का आरोप
येशा और चटगांव के बीच विवाद बढ़ गया, जिसके बाद फ्रैंचाइजी ने उन्हें कानूनी नोटिस भेज दिया। किंग्स ने येशा पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने अनुबंध की शर्तों का पालन नहीं किया। टीम के मुताबिक, येशा को एक आधिकारिक स्पॉन्सर डिनर में आना था, लेकिन वह नहीं पहुंचीं। साथ ही, उन्हें कुछ प्रमोशनल शूट और स्पॉन्सर के लिए शाउट-आउट करने थे, लेकिन उन्होंने ये भी पूरा नहीं किया।
यह भी पढ़ें: रोहित शर्मा और ऋषभ पंत ने नन्हें फैन का बनाया दिन, दिया ऑटोग्राफ; दिल को छू लेने वाली मुलाकात का वीडियो वायरल
चटगांव किंग्स के मालिक समीर कादर चौधरी ने कहा कि येशा ने उनके अनुबंध के क्लॉज 9 का उल्लंघन किया, जिससे टीम को आर्थिक और प्रतिष्ठा का नुकसान हुआ। नोटिस में यह भी कहा गया कि उन्हें आधिकारिक रूप से बुलाया गया था, लेकिन फिर भी उन्होंने जरूरी प्रमोशनल काम नहीं किया।
यशा सागर की प्रतिक्रिया और बीपीएल 2025 से प्रस्थान
कानूनी नोटिस के जवाब में, येशा ने सार्वजनिक बयान जारी न करने का फैसला किया। इसके बजाय, उसने बांग्लादेश छोड़ने का विकल्प चुना। वह भारत लौट आई और वर्तमान में लीजेंड्स 90 लीग की मेजबानी में व्यस्त है। जबकि चटगाँव किंग्स का कहना है कि येशा ने उनके अनुबंध का उल्लंघन किया है। मॉडल-ट्यून-एंकर ने अभी तक घटनाओं के बारे में अपना संस्करण नहीं दिया है। विवाद का पूरा विवरण अस्पष्ट है, और केवल सागर ही उसके जाने के पीछे की असली कहानी जानता है।
बीपीएल 2025 में व्यापक मुद्दे
येशा का जाना इस सीजन में बीपीएल को परेशान करने वाला एकमात्र विवाद नहीं है। दरबार राजशाही फ्रैंचाइजी को अपने विदेशी खिलाड़ियों को भुगतान करने में विफल रहने के कारण कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा। इसका नतीजा यह हुआ कि टीम ने रंगपुर राइडर्स के खिलाफ़ मैच में पूरी तरह से बांग्लादेशी खिलाड़ियों को मैदान में उतारा, जिससे लीग के नियमों का उल्लंघन हुआ जिसके अनुसार प्रत्येक टीम में कम से कम दो विदेशी खिलाड़ी होने चाहिए। इन घटनाओं ने बीपीएल पर गहरा असर डाला है, जिससे कुछ फ्रैंचाइज़ के प्रबंधन और वित्तीय स्थिरता को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं।