आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के बाद क्रिकेट जगत में बहस छिड़ गई है। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटरों नासिर हुसैन, माइकल एथरटन और डेविड लॉयड की आलोचना की है। विवाद इस बात पर है कि भारत को सभी मैच दुबई में खेलने का फायदा मिला। इससे भारत को पाकिस्तान और यूएई के बीच यात्रा नहीं करनी पड़ी, जिससे उन्हें अन्य टीमों के मुकाबले बेहतर सुविधाएं और आराम मिला।
दावों पर राशिद लतीफ की प्रतिक्रिया
क्रिकेट पर अपने बेबाक विचारों के लिए मशहूरलतीफ ने इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटरों नासिर, एथरटन और लॉयड की कड़ी आलोचना की। ‘कॉट बिहाइंड’ शो पर बोलते हुए लतीफ ने उनकी टिप्पणियों को खारिज करते हुए कहा, “अगर हम (पाकिस्तान) भारत को मिले फायदे की बात करें तो समझ आता है, लेकिन इंग्लिश क्रिकेटरों को इससे क्या दिक्कत? ये तो ‘बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना’ वाली बात हो गई।”
लतीफ ने जोर देकर कहा कि शेड्यूल को सभी हितधारकों, सहित क्रिकेट बोर्ड्स, ने पहले ही मंजूरी दी थी, तो अब उस पर शिकायत करना ठीक नहीं है। उन्होंने इंग्लिश क्रिकेटरों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे भारत को मिले कथित फायदे पर तो बोल रहे हैं, लेकिन टूर्नामेंट की अन्य शेड्यूलिंग गलतियों पर ध्यान नहीं दे रहे।
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उन्होंने एक बड़ी गलती की ओर इशारा किया, जिसने सेमीफाइनल लाइनअप को प्रभावित किया। “2 मार्च को भारत ने दुबई में न्यूजीलैंड से खेला, लेकिन अगर यह मैच 1 मार्च को होता, जिस दिन इंग्लैंड ने कराची में दक्षिण अफ्रीका से खेला था, तो सेमीफाइनल लाइनअप आसानी से तय हो जाता। यह आईसीसी और सभी हितधारकों की गलती थी।”
लतीफ ने साफ कहा कि “आपका एक ही काम था – शेड्यूल को ठीक से देखना। जब आपने मंजूरी दे दी, तो अब बाहर होने के बाद रोने का कोई मतलब नहीं। क्रिकेट बोर्ड्स के प्रतिनिधियों को आईसीसी की मीटिंग में सिर्फ मौज-मस्ती के लिए नहीं जाना चाहिए, बल्कि अपना काम भी ठीक से करना चाहिए।”
भारत का नजरिया
भारत के बल्लेबाजी कोच सीतांशु कोटक और अनुभवी क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा ने टीम के प्रदर्शन का बचाव करते हुए कहा कि उनकी सफलता किसी कथित लाभ के कारण नहीं, बल्कि संतुलित टीम और बेहतरीन रणनीति की वजह से मिली। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत की जीत उनकी मजबूत टीम संयोजन और खेल योजना का नतीजा थी।
भारत ने 9 मार्च को न्यूजीलैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। पूरे टूर्नामेंट में भारतीय टीम के लगातार अच्छे प्रदर्शन की सराहना की गई। विभिन्न परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालने की उनकी क्षमता को भी उनकी सफलता का एक अहम कारण माना गया।