भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सेमीफाइनल का मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। भारत को जीत के लिए 265 रन बनाने थे और 43वें ओवर तक, जब विराट कोहली आउट हुए, तब तक टीम अच्छी स्थिति में दिख रही थी। लेकिन आखिरी ओवरों में मैच कड़ा हो गया और भारत को हर गेंद पर लगभग एक रन चाहिए था। ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ दो और विकेट चाहिए थे ताकि भारत की निचली बल्लेबाजी को आजमाया जा सके, जिससे दबाव और बढ़ गया। इसी दौरान हार्दिक पंड्या मैदान पर आए। अब तक वह शांत थे, लेकिन जब टीम को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी, तो उन्होंने अपनी ताकत दिखाने का फैसला किया।
पंड्या के लिए सबसे बड़ा पल 45वें ओवर में तनवीर संघा के खिलाफ आया। इससे पहले, वह नाथन एलिस की धीमी गेंदों को खेलने में थोड़ी मुश्किल महसूस कर रहे थे। लेकिन इस बार, उन्होंने अपना अगला पैर हटाया और एक फुलटॉस गेंद को जोरदार तरीके से सीधा मैदान के बाहर भेज दिया। 106 मीटर लंबा यह छक्का दुबई की रात में ऊंचाई तक गया और रॉयल बॉक्स की खिड़की से टकराया, जहां आईसीसी के चेयरमैन जय शाह बैठे थे। शाह ने मुस्कुराते हुए गेंद उठाई और वापस मैदान में फेंक दी, जिससे इस तनावभरे मुकाबले में हल्का-फुल्का मज़ाक जुड़ गया। यह छक्का सिर्फ ताकत का प्रदर्शन नहीं था, बल्कि यह दिखाता था कि पंड्या आत्मविश्वास के साथ खेल रहे थे। इसने ऑस्ट्रेलिया के दबाव को कम किया और भारत को जीत की ओर आगे बढ़ा दिया। पंड्या की इस शानदार हिट ने स्टेडियम में मौजूद भारतीय फैंस को झूमने पर मजबूर कर दिया।
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पांड्या के लगातार छक्कों ने पलटा मैच का रुख
पंड्या का खेल यहीं खत्म नहीं हुआ था। अगले ओवर में एडम ज़म्पा के खिलाफ उन्होंने लगातार दो बड़े छक्के जड़े, जिससे ऑस्ट्रेलिया की हार तय हो गई। पहला छक्का लॉन्ग-ऑफ की ओर लगाया, जहां उन्होंने फुलर-लेंथ गेंद का पूरा फायदा उठाया। दूसरा छक्का और भी दमदार था—101 मीटर लंबा सीधा छक्का, जिसने ज़म्पा और पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को हैरान कर दिया। इन तीन छक्कों ने भारत के लिए मैच और आसान बना दिया। जहां पहले 20 गेंदों पर 24 रन चाहिए थे, वहीं अब सिर्फ 18 गेंदों पर 12 रन बाकी थे।
पंड्या की यह पारी दबाव में शानदार बल्लेबाजी का उदाहरण थी, जहां उन्होंने टीम के लिए जिम्मेदारी उठाई। हालांकि, 48वें ओवर में एलिस ने उन्हें आउट कर दिया, लेकिन तब तक भारत जीत के बेहद करीब था। इस शानदार जीत के साथ भारत चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंच गया, जहां उसका सामना दक्षिण अफ्रीका या न्यूजीलैंड में से किसी एक से होगा।