भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने क्रिकेट में लार के इस्तेमाल पर लगा प्रतिबंध हटा दिया है। इसके साथ ही एक नया नियम भी लागू किया गया है, जिसके तहत IPL मैचों की दूसरी पारी में एक नई गेंद का इस्तेमाल किया जा सकेगा। यह फैसला मुंबई में 20 मार्च को हुई बैठक के बाद लिया गया, जिसमें BCCI और IPL प्रबंधन ने टीमों के कप्तानों और मैनेजमेंट के साथ चर्चा की। इस बैठक के बाद इन अहम बदलावों की घोषणा की गई।
The 10 skippers gather for the IPL 2025 Captains’ Meet in Mumbai 🤩
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— CricketTimes.com (@CricketTimesHQ) March 20, 2025
ओस के प्रभाव को कम करने के लिए दूसरी गेंद का नियम
रात के मैचों में ओस का असर कम करने के लिए बीसीसीआई ने नया नियम लागू किया है। अब आईपीएल मैचों की दूसरी पारी में 11वें ओवर से टीमें एक नई गेंद का इस्तेमाल कर सकती हैं। इस बदलाव का मकसद गेंदबाजों और बल्लेबाजों के बीच बराबरी बनाए रखना है, ताकि ओस के कारण लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम को ज्यादा फायदा न मिले। बीसीसीआई को उम्मीद है कि इससे टॉस का असर भी कम होगा, क्योंकि ओस के चलते पीछा करने वाली टीम को अब तक ज्यादा फायदा मिलता रहा है। क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, अंपायर मैदान पर ओस की मात्रा देखकर फैसला करेंगे कि गेंद बदलनी है या नहीं।
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कोविड-19 नियमों के बाद लार पर प्रतिबंध हटाया गया
अब गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर लगा प्रतिबंध हटा दिया गया है। यह प्रतिबंध COVID-19 महामारी के दौरान वायरस के फैलाव को रोकने के लिए लगाया गया था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने इसे एक सुरक्षा उपाय के रूप में लागू किया था। लेकिन अब जब महामारी का खतरा टल गया है, तो भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी समेत कई खिलाड़ियों और विशेषज्ञों ने इस नियम को हटाने की मांग की थी। उनका कहना था कि लार से गेंद की स्विंग और तेज गेंदबाजों की प्रभावशीलता बनी रहती है। इस नए फैसले के बाद खिलाड़ी एक बार फिर लार का इस्तेमाल कर सकेंगे, जिससे खासतौर पर तेज गेंदबाजों को फायदा मिलेगा, खासकर टेस्ट और लंबे प्रारूप के मैचों में। बीसीसीआई ने इन बदलावों के जरिए आईपीएल को और रोमांचक और संतुलित बनाने की कोशिश की है, ताकि सभी टीमों को बराबरी का मौका मिले और मुकाबले ज्यादा प्रतिस्पर्धी बनें।