भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर तीसरी बार यह प्रतिष्ठित खिताब जीता। यह जीत भारतीय क्रिकेट के लिए एक गौरवशाली पल था, जिससे पूरे देश में जश्न का माहौल बन गया। लेकिन इस ऐतिहासिक जीत के बाद पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज शोएब अख्तर नाराज नजर आए। उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की बड़ी लापरवाही पर सवाल उठाते हुए सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाली।
शोएब अख्तर ने क्यों जताई नाराजगी?
भारत की जीत के बाद अख्तर ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने PCB पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “जी हां, भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम कर ली है, लेकिन मैंने एक अजीब बात देखी कि पाकिस्तान का कोई भी व्यक्ति इस फाइनल में मौजूद नहीं था। पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड (PCB) का भी कोई अधिकारी ट्रॉफी देने के लिए नहीं आया। यह मेरी समझ से परे है कि एक होस्ट देश होने के बावजूद PCB ने खुद को इस बड़े अवसर से दूर रखा।”
PCB की बड़ी गलती?
ख्तर ने PCB की गैरमौजूदगी पर सवाल उठाते हुए कहा कि 29 साल बाद पाकिस्तान को किसी ICC टूर्नामेंट की मेजबानी का मौका मिला था, लेकिन बोर्ड ने इस सुनहरे अवसर को गंवा दिया। उन्होंने कहा कि PCB अधिकारियों की अनुपस्थिति से देश की छवि को नुकसान पहुंचा है और यह एक बड़ी लापरवाही है।
देखें वीडियो:
This is literally beyond my understanding.
How can this be done???#championstrophy2025 pic.twitter.com/CPIUgevFj9— Shoaib Akhtar (@shoaib100mph) March 9, 2025
यह भी पढ़ें: ‘अभी हम कोई रिटायर नहीं हो रहे’: भारत के चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जीतने के बाद विराट कोहली के साथ रोहित शर्मा की रिटायरमेंट चैट वायरल
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
अख्तर के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। कुछ प्रशंसकों ने PCB की आलोचना की और कहा कि बोर्ड को इस मौके पर जरूर मौजूद रहना चाहिए था। वहीं, कुछ लोगों ने अख्तर ने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट की फजीहत होना कोई बड़ी बात नहीं है।
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने PCB चेयरमैन मोहसिन नकवी की गैरमौजूदगी को लेकर सफाई दी। उन्होंने एक यूट्यूब चैनल पर कहा कि नकवी की तबीयत ठीक नहीं थी, इसलिए वह दुबई नहीं जा सके। हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, PCB के चीफ एग्जीक्यूटिव सुमेर अहमद और अधिकारी उस्मान वाला स्टेडियम में मौजूद थे, लेकिन उन्हें मंच पर नहीं बुलाया गया। खास बात यह है कि सुमेर खुद चैंपियंस ट्रॉफी के डायरेक्टर थे, इसके बावजूद उनकी गैरमौजूदगी सवालों के घेरे में आ गई।