भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की बार-बार होने वाली पीठ की चोटें चिंता का कारण बन गई हैं। न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज शेन बॉन्ड, जिन्होंने अपने करियर में ऐसी ही समस्याओं का सामना किया था, ने चेतावनी दी है कि अगर बुमराह के कार्यभार को सही तरीके से नहीं संभाला गया तो इसका लंबी अवधि में गंभीर असर हो सकता है।
बुमराह को पहली बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के दौरान पीठ में चोट लगी थी, जहां उन्होंने पांच टेस्ट मैचों में 32 विकेट झटके, लेकिन सिडनी में हुए आखिरी मुकाबले में चोट के कारण उन्हें दिक्कत हुई। मार्च 2023 में उनकी पीठ की सर्जरी हुई, जिसके बाद से वह रिहैबिलिटेशन से गुजर रहे हैं। बार-बार चोट की समस्या के चलते वह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जैसे बड़े टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे।
करियर खत्म करने वाली चोट का जोखिम
बॉन्ड, जो खुद पुरानी पीठ की चोटों के कारण समय से पहले रिटायर हो गए थे, ने बुमराह के भविष्य को लेकर चिंता जताई है। बॉन्ड ने चेतावनी दी कि बुमराह की सर्जरी जिस जगह हुई थी, उसी जगह पर एक और चोट लगने से उनका करियर खत्म हो सकता है। उन्होंने बताया कि आगे की सर्जरी संभव नहीं हो सकती है, इसलिए रोकथाम महत्वपूर्ण है। ईएसपीएनक्रिकइन्फो के हवाले से बॉन्ड ने कहा, “अगर उन्हें उसी जगह पर एक और चोट लगती है, तो यह उनके करियर को खत्म कर सकता है क्योंकि मुझे यकीन नहीं है कि आप उस जगह पर फिर से सर्जरी करवा सकते हैं।”
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बॉन्ड ने बुमराह के कार्यभार को सही तरीके से संभालने की जरूरत पर जोर दिया, खासकर बड़े टूर्नामेंट और महत्वपूर्ण दौरों के दौरान। उन्होंने सुझाव दिया कि इंग्लैंड में होने वाली पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला के दौरान बुमराह को लगातार दो से ज्यादा टेस्ट नहीं खेलने देना चाहिए। बॉन्ड ने आईपीएल से सीधे टेस्ट क्रिकेट में जाने को जोखिम भरा बताया, क्योंकि इसमें गेंदबाजी की तीव्रता और कार्यभार में बड़ा बदलाव होता है। उन्होंने कहा, “आईपीएल से टेस्ट क्रिकेट में जाना बहुत बड़ा जोखिम होगा। वह अगले विश्व कप और अन्य बड़े टूर्नामेंट के लिए बेहद अहम हैं। इसलिए, इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों के दौरान, मैं उन्हें लगातार दो से ज्यादा मुकाबलों में नहीं खिलाना चाहूंगा।”