आईपीएल की चमक-धमक में जहां बड़े खिलाड़ी अक्सर छाए रहते हैं, वहीं एक युवा क्रिकेटर ने अपने शानदार डेब्यू से सभी का ध्यान खींचा। केरल के मलप्पुरम के 24 साल के चाइनामैन गेंदबाज विग्नेश पुथुर ने आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और मुंबई इंडियंस (MI) के मैच में कमाल कर दिया। चेपॉक स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में उन्होंने CSK के मजबूत बल्लेबाजी क्रम के खिलाफ 3/32 का शानदार प्रदर्शन किया। उनकी साधारण शुरुआत से लेकर आईपीएल में जगह बनाने तक का सफर प्रेरणादायक रहा है।
पुथुर की शानदार शुरुआत
पुथुर की कहानी मेहनत और संघर्ष की मिसाल है। 2 मार्च 2001 को जन्मे विग्नेश के पिता सुनील कुमार एक ऑटो-रिक्शा चालक हैं, जबकि उनकी मां केपी बिंदु गृहिणी हैं। आर्थिक मुश्किलों के बावजूद, उनके परिवार ने हमेशा उनके क्रिकेट के सपने का समर्थन किया। विग्नेश ने त्रिशूर के सेंट थॉमस कॉलेज से पढ़ाई की और अभी साहित्य में मास्टर ऑफ आर्ट्स कर रहे हैं। पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने क्रिकेट के प्रति अपने जुनून को भी बनाए रखा। शुरुआत में वे एक तेज गेंदबाज थे, लेकिन कोच मोहम्मद शेरिफ के मार्गदर्शन में उन्होंने स्पिन गेंदबाजी को अपनाया और इसमें महारत हासिल की।
एमआई की स्काउटिंग प्रक्रिया
विग्नेश को पहचान दिलाने में केरल क्रिकेट लीग (केसीएल) में उनके शानदार प्रदर्शन का बड़ा योगदान रहा। इसी प्रदर्शन ने मुंबई इंडियंस (एमआई) की स्काउटिंग टीम का ध्यान खींचा। आईपीएल 2025 की नीलामी में, एमआई ने उन्हें 30 लाख रुपये के आधार मूल्य पर अपनी टीम में शामिल किया, जबकि उन्होंने केरल की सीनियर टीम के लिए अब तक कोई मैच नहीं खेला था। यह फैसला दिखाता है कि एमआई प्रतिभा की खोज के लिए पारंपरिक तरीकों से आगे बढ़कर नए खिलाड़ियों को मौका देती है।
मुंबई इंडियंस को हमेशा से अपने मजबूत स्काउटिंग सिस्टम के लिए जाना जाता है, जिसने जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पंड्या जैसे शानदार खिलाड़ी खोजे हैं। टीम की संस्थापक-अध्यक्ष नीता अंबानी भी घरेलू क्रिकेट से नई प्रतिभाओं को तलाशने पर जोर देती हैं। विग्नेश का चयन इसी सोच का नतीजा है, क्योंकि एमआई युवा खिलाड़ियों को मौका देकर एक मजबूत टीम बनाना चाहती है।
विग्नेश ने एमआई के दिग्गजों के साथ लिया ट्रेनिंग
आईपीएल नीलामी के बाद, विग्नेश को दक्षिण अफ्रीका में SA20 टूर्नामेंट के दौरान नेट बॉलर के रूप में MI केप टाउन से जुड़ने का मौका मिला। यहाँ उन्हें राशिद खान जैसे दिग्गज स्पिनरों के साथ ट्रेनिंग करने का अवसर मिला। इस अनुभव ने न केवल उनके गेंदबाजी कौशल को निखारा बल्कि उन्हें दबाव में खेलना भी सिखाया।
भारत लौटने के बाद, उन्होंने मुंबई इंडियंस के कोचिंग स्टाफ की देखरेख में अभ्यास किया। वे अभ्यास मैचों और सिमुलेशन गेम्स में खेले, जहाँ हेड कोच महेला जयवर्धने और बॉलिंग कोच पारस म्हाम्ब्रे ने उनकी प्रतिभा को पहचाना। म्हाम्ब्रे ने बताया कि रोहित शर्मा और सूर्यकुमार यादव जैसे अनुभवी खिलाड़ियों से मिले सकारात्मक फीडबैक ने टीम को यह फैसला लेने में मदद की कि विग्नेश को CSK के खिलाफ प्लेइंग-इलेवन में शामिल किया जाए।
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विग्नेश ने अपने आईपीएल डेब्यू पर प्रभाव छोड़ा
जब विग्नेश ने CSK के खिलाफ मुंबई इंडियंस के लिए इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में मैदान में कदम रखा, तो उन पर भारी दबाव था, लेकिन उन्होंने इसे धैर्य और आत्मविश्वास के साथ संभाला। अपने पहले ही ओवर में उन्होंने CSK के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ का विकेट लेकर MI को शानदार शुरुआत दिलाई। इसके बाद उन्होंने शिवम दुबे और दीपक हुड्डा को भी पवेलियन भेजकर अपनी उपयोगिता साबित की।
दबाव में शांत रहते हुए शानदार गेंदबाजी करने की उनकी क्षमता ने न सिर्फ टीम के साथियों और प्रशंसकों को प्रभावित किया, बल्कि महेंद्र सिंह धोनी जैसे दिग्गज क्रिकेटर ने भी मैच के बाद उनकी प्रतिभा की सराहना की। विग्नेश के इस प्रदर्शन ने न सिर्फ MI समर्थकों बल्कि पूरे क्रिकेट जगत का ध्यान खींचा।
केरल के एक छोटे से शहर से निकलकर आईपीएल की सबसे प्रतिष्ठित टीमों में से एक मुंबई इंडियंस के लिए खेलना, उनकी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है। उनके डेब्यू ने क्रिकेट प्रेमियों में उत्सुकता बढ़ा दी है, और अब सबकी निगाहें इस पर होंगी कि वह पूरे सीजन में कैसे प्रदर्शन करते हैं।