इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में पांच बार खिताब जीत चुकी चेन्नई सुपर किंग्स (CSK), जो मुंबई इंडियंस (MI) के साथ सबसे सफल टीमों में से एक है, आईपीएल 2025 में बेहद खराब दौर से गुजर रही है।
केकेआर के खिलाफ ऐतिहासिक हार के साथ सीएसके का बुरा सीजन चरम पर
आईपीएल 2025 में चेन्नई ने अपने पहले छह मैचों में पांच हार झेली, जिससे उनका अभियान शुरू होते ही बिगड़ गया। टीम को और झटका तब लगा जब नियमित कप्तान रुतुराज गायकवाड़ चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए। इसके बाद एमएस धोनी ने दोबारा कप्तानी संभाली और फैंस को टीम की वापसी की उम्मीद जगी। लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के खिलाफ चेन्नई के होम ग्राउंड चेपॉक में मिली करारी हार ने उन उम्मीदों को तोड़ दिया। सीएसके ने अपने इतिहास का चेपॉक में सबसे कम स्कोर बनाया। मैच सिर्फ 59 गेंद बाकी रहते ही खत्म हो गया, जो आईपीएल में सीएसके की सबसे बड़ी हारों में से एक बन गई। टीम की कमजोर बल्लेबाज़ी, खराब गेंदबाज़ी और ढीली रणनीति ने इस शर्मनाक हार में बड़ी भूमिका निभाई। ये सिर्फ एक हार नहीं, बल्कि टीम के हालात को बयां करने वाली एक बड़ी चेतावनी थी।
गेंदों के लिहाज से आईपीएल में CSK की शीर्ष 5 सबसे बड़ी हार
5) 37 गेंद शेष बनाम मुंबई इंडियंस – मुंबई, 2008

आईपीएल के पहले सीज़न में चेन्नई को मुंबई इंडियंस के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में एक बड़ी हार का सामना करना पड़ा। CSK ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 157 रन बनाए और उन्हें लगा कि वे इस स्कोर का बचाव कर लेंगे। लेकिन श्रीलंका के विस्फोटक बल्लेबाज सनथ जयसूर्या ने कुछ और ही ठान रखी थी। उन्होंने सिर्फ 48 गेंदों में नाबाद 114 रन की तूफानी पारी खेली। उनकी आक्रमक बल्लेबाज़ी ने CSK के गेंदबाज़ों को हैरान कर दिया, क्योंकि उन्होंने चारों ओर आसानी से बाउंड्री लगाईं। मुंबई ने सिर्फ 13.5 ओवर में 37 गेंद बाकी रहते यह लक्ष्य हासिल कर लिया। ये हार धोनी की कप्तानी वाली CSK के लिए बहुत दर्दनाक रही और IPL के शुरुआती दौर में यह मैच एक मिसाल बन गया।
4) 40 गेंदें शेष बनाम दिल्ली कैपिटल्स – दिल्ली, 2012

2012 के आईपीएल सीजन में चेन्नई को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ फिरोज शाह कोटला मैदान में एक बड़ी हार झेलनी पड़ी। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए CSK की टीम सिर्फ 110 रन ही बना सकी। उनके बल्लेबाज दिल्ली की तेज और उछाल भरी पिच पर टिक नहीं पाए। मोर्ने मोर्कल और उमेश यादव की शानदार गेंदबाजी के आगे पूरी टीम दबाव में आ गई। जवाब में, दिल्ली ने बहुत आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया। उन्होंने सिर्फ 13.2 ओवर में 111 रन बनाकर मैच जीत लिया। केविन पीटरसन और वीरेंद्र सहवाग ने आक्रामक बल्लेबाज़ी की और CSK की हार तय कर दी। यह मैच CSK की शुरुआती बड़ी हारों में से एक था।
3) 42 गेंदें शेष बनाम पंजाब किंग्स – दुबई, 2021

यह हार आईपीएल 2021 के आखिरी लीग मैच में हुई, जब चेन्नई का सामना दुबई में पंजाब किंग्स से हुआ। चेन्नई ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 20 ओवर में सिर्फ 134 रन बनाए, जो एक कम स्कोर था। पंजाब के गेंदबाज़ों में खासकर अर्शदीप सिंह और रवि बिश्नोई ने बेहतरीन गेंदबाज़ी की और CSK को बड़ा स्कोर नहीं करने दिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी पंजाब की टीम की ओर से कप्तान केएल राहुल ने शानदार बल्लेबाज़ी की। उन्होंने सिर्फ 42 गेंदों में नाबाद 98 रन बनाकर अकेले ही मैच का रुख पलट दिया। उन्होंने चारों ओर बाउंड्री लगाईं और सिर्फ 13 ओवर में ही टीम को जीत दिला दी। यह हार CSK के लिए चौंकाने वाली थी, क्योंकि उस सीजन में टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया था।
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2) 46 गेंदें शेष बनाम मुंबई इंडियंस – शारजाह, 2020

आईपीएल 2020 में शारजाह में चेन्नई को अपने चिर प्रतिद्वंद्वी मुंबई इंडियंस के खिलाफ बुरी हार झेलनी पड़ी। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए CSK की टीम धीमी पिच पर लड़खड़ा गई और पूरे 20 ओवर में सिर्फ 114 रन ही बना सकी। मुंबई के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट और जसप्रीत बुमराह ने शुरुआत में ही चेन्नई के टॉप ऑर्डर को आउट कर दिया, जिससे टीम दबाव में आ गई।
114 रनों का छोटा लक्ष्य लेकर उतरी मुंबई की टीम ने आसानी से जीत हासिल की। ईशान किशन और क्विंटन डिकॉक ने बिना कोई विकेट गंवाए सिर्फ 12.2 ओवर में मैच खत्म कर दिया। दोनों बल्लेबाज़ों ने शानदार बल्लेबाज़ी की और चेन्नई के गेंदबाज़ कुछ खास असर नहीं डाल सके। यह हार दिखाती है कि CSK को अपने खेल में बड़ा बदलाव लाने की ज़रूरत थी।
1) 59 गेंदें शेष बनाम कोलकाता नाइट राइडर्स – चेन्नई, 2025

सीएसके के आईपीएल इतिहास की सबसे बड़ी हार में से एक 2025 के सीज़न में चेपॉक में केकेआर के खिलाफ देखने को मिली। चेन्नई सिर्फ 103/9 रन ही बना पाई, जो स्पिन के लिए मददगार पिच पर भी बहुत कम था। टीम ने विकेटों का गिरना जारी रखा, और शिवम दूबे के अलावा कोई भी बल्लेबाज 30 रन के आंकड़े तक नहीं पहुंच सका।
केकेआर ने मात्र 10.1 ओवर में इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। क्विंटन डी कॉक और सुनील नरेन ने पावरप्ले में शानदार बल्लेबाजी की और सीएसके के गेंदबाजों को बुरी तरह से हिट किया। केकेआर ने 59 गेंदें शेष रहते मैच जीत लिया, और इस तरह सीएसके की हार का अंतर अब तक का सबसे बड़ा था।