प्रियांश आर्य की पारी की शुरुआत बेहद जबरदस्त रही। उन्होंने खलील अहमद की पहली ही गेंद पर जोरदार छक्का लगाया। हालांकि मैच के दौरान उन्हें दो बार जीवनदान भी मिला – एक बार खलील और दूसरी बार मुकेश चौधरी ने उनका कैच छोड़ दिया – लेकिन CSK को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ा।
प्रियांश ने 42 गेंदों में 8 छक्के और 9 चौकों की मदद से शानदार पारी खेली, जिसने मुल्लांपुर के स्टेडियम में मौजूद दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उनकी इस धमाकेदार बल्लेबाज़ी ने न सिर्फ पंजाब किंग्स को जीत दिलाई, बल्कि उन्होंने आईपीएल में शतक लगाने वाले आठवें अनकैप्ड (अभी तक भारत के लिए नहीं खेले) खिलाड़ी के रूप में अपना नाम दर्ज करा लिया। ये एक खास उपलब्धि है, जिसने उन्हें लीग की सबसे रोमांचक नई प्रतिभाओं में से एक बना दिया है।

प्रियांश आर्य का प्रारंभिक जीवन

18 जनवरी 2001 को जन्मे प्रियांश आर्य का सफर दिल्ली की गलियों से शुरू होकर आईपीएल के चमचमाते मंच तक पहुंचा है। यह सफर उनके खेल के प्रति प्यार और मेहनत का सबूत है। हालांकि उनके बचपन के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन यह साफ है कि बहुत कम उम्र से ही उन्हें क्रिकेट का गहरा जुनून था।
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उनकी खास प्रतिभा बचपन में ही दिखने लगी थी, जिससे साफ हो गया था कि वे आगे चलकर एक अच्छे क्रिकेटर बन सकते हैं। उनके माता-पिता दोनों स्कूल में टीचर थे और उन्होंने हमेशा आर्य को पूरा सपोर्ट किया। वे चाहते थे कि प्रियांश क्रिकेट के साथ-साथ पढ़ाई में भी अच्छा करे। करीब 9 या 10 साल की उम्र में प्रियांश ने जाने-माने कोच संजय भारद्वाज से ट्रेनिंग लेना शुरू किया। भारद्वाज वही कोच हैं जिन्होंने गौतम गंभीर और अमित मिश्रा जैसे खिलाड़ियों को तैयार किया है। यहीं से आर्य की क्रिकेट की मजबूत शुरुआत हुई।
दिल्ली के साथ घरेलू सर्किट पर दबदबा

आर्य की असली चमक घरेलू क्रिकेट में देखने को मिली, जहां उन्होंने दिल्ली की टीम की तरफ से कई मैचों में शानदार प्रदर्शन किया। खासकर भारत की बड़ी घरेलू टी20 प्रतियोगिता 2023-24 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने जबरदस्त खेल दिखाया।
इस टूर्नामेंट में आर्य ने 7 पारियों में 222 रन बनाए, वो भी 31.71 की औसत और 166.91 की स्ट्राइक रेट से। ये आंकड़े बताते हैं कि उन्होंने न सिर्फ तेज़ रन बनाए, बल्कि लगातार अच्छा खेल दिखाया। दिल्ली की टीम के लिए वो सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उनके इस प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया कि वो एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं और आने वाले समय में भारतीय क्रिकेट का बड़ा सितारा बन सकते हैं।
दिल्ली प्रीमियर लीग में सुर्खियां बटोरना

दिल्ली प्रीमियर लीग (डीपीएल) में भी आर्य ने अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से सबका ध्यान खींचा। 31 अगस्त 2024 को साउथ दिल्ली सुपरस्टार्स की ओर से खेलते हुए उन्होंने ऐसा कारनामा किया, जिसे लोग लंबे समय तक याद रखेंगे।
नॉर्थ दिल्ली स्ट्राइकर्स के स्पिनर मनन भारद्वाज के एक ओवर में आर्य ने लगातार छह छक्के लगाए। उन्होंने ओवर की हर गेंद को बाउंड्री के पार भेजा और क्रिकेट इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया। ये कमाल देखकर सर गारफील्ड सोबर्स और युवराज सिंह जैसे दिग्गजों की याद ताजा हो गई। आर्य ने इस मैच में सिर्फ 50 गेंदों में 120 रन बनाए, जिसमें 10 चौके और 10 छक्के शामिल थे। उन्होंने अपने साथी के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 286 रनों की बड़ी साझेदारी की और टीम ने 20 ओवर में 5 विकेट पर 308 रन का विशाल स्कोर बनाया। ये स्कोर टी20 क्रिकेट के सबसे बड़े टीम स्कोर में से एक माना जाता है।
आईपीएल मेगा नीलामी 2025 में पंजाब ने खरीदा

2025 की आईपीएल नीलामी में, पंजाब किंग्स ने आर्य को ₹3.80 करोड़ में खरीदा। यह रकम उनके ₹30 लाख के बेस प्राइस से काफी ज्यादा थी। ये आर्य के करियर का एक बड़ा पल था, क्योंकि पिछले साल की नीलामी में उन्हें कोई टीम नहीं मिली थी।
आर्य के लिए आगे की राह

घरेलू क्रिकेट से लेकर आईपीएल में चमकने तक प्रियांश आर्य का सफर उनकी जबरदस्त प्रतिभा और मेहनत को दिखाता है। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और तनाव में भी शांत रहने का अंदाज उन्हें किसी भी टीम के लिए एक कीमती खिलाड़ी बनाता है। जैसे-जैसे वह और अनुभव हासिल कर रहे हैं और बड़ी चुनौतियों के लिए तैयार हो रहे हैं, वैसे-वैसे फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट्स भी उनकी तरक्की पर नजर बनाए हुए हैं। सबको उम्मीद है कि आने वाले समय में आर्य के बल्ले से और भी धमाकेदार पारियां देखने को मिलेंगी।