इंडियन प्रीमियर लीग 2025 के दौरान एक अहम फैसले में, सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) ने चोटिल ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर एडम जम्पा की जगह 21 साल के स्मरण रविचंद्रन को टीम में शामिल किया है। आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी में स्मरण को 30 लाख रुपये के बेस प्राइस पर खरीदा गया था। वह कर्नाटक क्रिकेट की नई युवा खोज माने जा रहे हैं।
हालांकि स्मरण का नाम अभी बड़ा नहीं है, लेकिन घरेलू क्रिकेट में उनके अच्छे प्रदर्शन और दबाव में बेखौफ खेलने की क्षमता ने उन्हें यह मौका दिलाया है। SRH का यह फैसला दिखाता है कि टीम नई प्रतिभाओं को मौका देने में भरोसा रखती है। स्मरण एक बहु-हुनर वाला खिलाड़ी है, जो खुद को साबित करने के लिए तैयार है।
स्मरण रविचंद्रन का प्रारंभिक जीवन और उनका घरेलू क्रिकेट सफर
5 मई 2003 को कर्नाटक के मैसूर में जन्मे स्मरण का क्रिकेट से जुड़ाव थोड़ा अलग था। बचपन में वे काफी शरारती थे, इसलिए उनके माता-पिता ने उनकी ऊर्जा को सही दिशा देने के लिए उन्हें वल्चर क्रिकेट क्लब में दाखिल करवा दिया। शुरू में स्मरण को क्रिकेट में ज्यादा दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन जब उन्होंने कुमार संगकारा और माइकल हसी जैसे बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों को खेलते देखा, तो उन्हें इस खेल में मज़ा आने लगा।
उनकी प्रतिभा पहली बार सबके सामने तब आई जब उन्होंने 2018 के अंडर-16 केएससीए इंटर-क्लब टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाते हुए शतक, दोहरा शतक और तिहरा शतक जड़ा। स्मरण की क्रिकेट की असली शुरुआत बेंगलुरु के जेपी नगर में सैयद ज़बीउल्ला की अकादमी से हुई, जहां उन्होंने अपने खेल को निखारा और मजबूत नींव तैयार की।

अक्टूबर 2024 में कर्नाटक की ओर से फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू करते ही स्मरण ने अपना असर दिखा दिया। 2024-25 रणजी ट्रॉफी सीज़न में उन्होंने 10 पारियों में 65.57 की शानदार औसत से 516 रन बनाए, जिसमें पंजाब के खिलाफ खेला गया उनका दोहरा शतक खास रहा।
लिस्ट ए क्रिकेट में भी स्मरण का प्रदर्शन बेहतरीन रहा। 2024-25 विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने 7 पारियों में 72.17 की औसत और 100.23 की स्ट्राइक रेट से कुल 433 रन बनाए। फाइनल में उन्होंने 92 गेंदों पर 101 रन की तेज़ शतकीय पारी खेली, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। इस पारी ने यह साबित कर दिया कि वह दबाव में भी शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024-25 और स्थानीय लीगों में स्मरण का प्रभाव
स्मरण 2024 महाराजा टी20 ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन कर सुर्खियों में आए, जहां उन्होंने शानदार बल्लेबाज़ी की। नौ पारियों में उन्होंने 43.14 की औसत और 145.19 की तेज़ स्ट्राइक रेट से 302 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने दो अर्धशतक और एक धमाकेदार शतक लगाया। उनके इस प्रदर्शन ने उन्हें टूर्नामेंट के उभरते सितारों में से एक बना दिया और उनके टैलेंट को सबने पहचाना।

प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन के बाद स्मरण को कर्नाटक की ओर से सभी फॉर्मेट में घरेलू क्रिकेट खेलने का मौका मिला। तब से उन्होंने सात फर्स्ट क्लास मैच, दस लिस्ट ए मुकाबले और छह टी20 मैचों में अपने राज्य का प्रतिनिधित्व किया है, जिससे उनका घरेलू करियर लगातार मजबूत होता जा रहा है। स्मरण ने अपना टी20 डेब्यू 2024-25 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में किया, जहां उन्होंने अपनी आक्रामक बल्लेबाज़ी का दम दिखाया। छह मैचों में उन्होंने 34 की औसत और 212 की जबरदस्त स्ट्राइक रेट से 170 रन बनाए।

स्मरण के सबसे यादगार प्रदर्शनों में से एक त्रिपुरा के खिलाफ रहा, जहां उन्होंने 31 गेंदों पर 57 रन बनाकर कर्नाटक को 186 रन के लक्ष्य तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई। इस शानदार पारी के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। सिक्किम के खिलाफ एक और मुकाबले में, स्मरण ने सिर्फ 7 गेंदों में नाबाद 19 रन बनाकर टीम को आसान जीत दिलाई। इस पारी ने दिखाया कि वे मैच को तेजी से खत्म करने की क्षमता रखते हैं।
एक साल पहले स्मरण RCB टीम का भी हिस्सा थे, लेकिन उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले। फिर भी, उनकी यात्रा – एक लोकल क्रिकेट अकादमी से आईपीएल तक – भारतीय घरेलू क्रिकेट में छुपी हुई प्रतिभा का बेहतरीन उदाहरण है। सनराइजर्स हैदराबाद के साथ उनका नया अनुबंध न सिर्फ जम्पा की कमी को पूरा करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि स्मरण अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को साबित करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
