पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) 2025 को लेकर फैंस में काफी उत्साह है। सभी लोग रोमांचक मैचों और शानदार प्रदर्शन का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन टूर्नामेंट के पहले मैच से पहले जब सभी टीमों के कप्तानों की मीटिंग हुई, तो कराची किंग्स के नए कप्तान डेविड वॉर्नर वहां नजर नहीं आए। उनकी इस गैरमौजूदगी ने फैंस और मीडिया के बीच हैरानी और कई तरह के सवाल खड़े कर दिए।
अपनी लगन और प्रोफेशनल अंदाज़ के लिए पहचाने जाने वाले वॉर्नर ने कप्तानों की कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के बजाय कराची किंग्स के इंट्रा-स्क्वॉड प्रैक्टिस मैच पर ध्यान देना बेहतर समझा। टीम के सूत्रों के मुताबिक, वॉर्नर 12 अप्रैल को कराची में मुल्तान सुल्तान्स के खिलाफ पहले मैच से पहले अपनी टीम को खेलते हुए देखना चाहते थे, ताकि वह सही टीम संयोजन तय कर सकें और रणनीतियों को अंतिम रूप दे सकें। यह फैसला दिखाता है कि वॉर्नर मीडिया से ज्यादा अपनी टीम की तैयारी को अहमियत देते हैं, जो उनके समर्पित नेतृत्व का साफ उदाहरण है।
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हसन अली कराची किंग्स का प्रतिनिधित्व करते हैं
वॉर्नर की गैरमौजूदगी में कराची किंग्स की तरफ से उप-कप्तान हसन अली ने कप्तानों के सम्मेलन में हिस्सा लिया। हसन, जो मैदान पर अपने जोश और ऊर्जा के लिए मशहूर हैं, ने टीम की तैयारी और संतुलन पर पूरा भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि कराची किंग्स इस बार शानदार प्रदर्शन करने के लिए तैयार है और उन्होंने फैन्स को एक रोमांचक सीज़न का भरोसा दिलाया। टीम का लक्ष्य है कि PSL 2025 में बड़ा असर डाला जाए।
कराची किंग्स की कप्तानी तक वॉर्नर का सफर काफी दिलचस्प रहा है। आईपीएल 2025 की बड़ी नीलामी में नहीं बिकने के बाद वॉर्नर ने पीएसएल ड्राफ्ट के लिए नाम दिया, जहां कराची किंग्स ने उन्हें प्लेटिनम कैटेगरी में अपनी पहली पसंद के तौर पर टीम में शामिल किया। टीम मालिक सलमान इकबाल ने वॉर्नर को कप्तान बनाए जाने पर खुशी जताई और कहा कि उनका अनुभव और मैच जिताने की क्षमता टीम के लक्ष्य से पूरी तरह मेल खाती है।
पीएसएल 10 की शुरुआत 11 अप्रैल से हो रही है, और कराची किंग्स 12 अप्रैल को मुल्तान सुल्तान्स के खिलाफ अपना पहला मुकाबला खेलेगी। फैंस अब यह देखने को बेताब हैं कि वॉर्नर की कप्तानी और टीम की तैयारी मैदान पर कैसा असर दिखाती है। कराची किंग्स का मकसद इस बार प्लेऑफ़ में जगह बनाना और 2020 वाली जीत की लय को फिर से हासिल करना है।