पूर्व भारतीय क्रिकेटर सौरव गांगुली ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों पर तीखी टिप्पणी की है। मैदान पर शांत रहने के लिए प्रसिद्ध गांगुली ने कहा कि 23 अप्रैल को कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत को पाकिस्तान से सभी संबंध तोड़ने चाहिए। गांगुली के विचार बहुत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वह भारतीय क्रिकेट के बड़े खिलाड़ी रहे हैं और दो दशक पहले कई बार पाकिस्तान दौरे पर गए थे।
भारत को पाकिस्तान से सभी संबंध तोड़ देने चाहिए: सौरव गांगुली
एएनआई से बात करते हुए गांगुली ने कहा कि भारत को पाकिस्तान से सभी संबंध तोड़ देने चाहिए और सख्त कार्रवाई की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह कोई मामूली मामला नहीं है, क्योंकि हर साल आतंकवाद का चक्र जारी रहता है। यह बयान जम्मू और कश्मीर के पहलगाम घाटी में हुए आतंकवादी हमले के बाद आया, जिसमें 26 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों पर पूछे जाने पर गांगुली ने कहा, “100 प्रतिशत संबंध तोड़ने चाहिए, सख्त कार्रवाई जरूरी है। यह मजाक नहीं है, हर साल ऐसा होता है।”
बीसीसीआई उपाध्यक्ष ने भविष्य में भारत-पाकिस्तान मैचों के बारे में खुलकर बात की
हाल ही में एक साक्षात्कार में बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों पर बोर्ड का रुख भारत सरकार की स्थिति पर आधारित है। शुक्ला ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के साथ बीसीसीआई की नीति पहले जैसी बनी हुई है। उन्होंने बताया, “हम सरकार के रुख के कारण पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलते हैं और आगे भी नहीं खेलेंगे।” बीसीसीआई का यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा और भारत-पाकिस्तान के बीच राजनयिक तनाव जैसी कई वजहों से प्रभावित है। भारत और पाकिस्तान केवल ICC आयोजनों में भाग लेते हैं, और उनके बीच द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध लगभग खत्म हो गए हैं।
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सौरव गांगुली – एक ऐसा क्रिकेट आइकन जिसने भारतीय क्रिकेट को बदल दिया
गांगुली, जिन्हें प्यार से “दादा” कहा जाता है, ने भारतीय क्रिकेट पर अपनी गहरी छाप छोड़ी है। 2000 से 2005 तक कप्तान रहते हुए, उन्होंने टीम को एक आक्रामक और निडर नजरिया दिया, जिससे भारतीय टीम एक मजबूत ताकत बन गई। गांगुली एक स्टाइलिश बाएं हाथ के बल्लेबाज थे और उन्होंने 113 टेस्ट और 311 वनडे मैचों में 38 शतकों सहित 18,000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाए। रिटायरमेंट के बाद, गांगुली ने भारतीय क्रिकेट को आकार देने के लिए बीसीसीआई अध्यक्ष (2019-2022) के रूप में कार्य किया। एक प्रमुख टिप्पणीकार के रूप में, वे अपनी विशेषज्ञता और स्पष्ट विचार साझा करते हैं, जिससे उनका प्रभाव क्रिकेट से परे भी महसूस होता है। गांगुली की राय अक्सर खेल और राष्ट्रीय मुद्दों पर सार्वजनिक चर्चा को बढ़ाती है, जो उनके क्रिकेट और विचारक के रूप में प्रतिष्ठा को मजबूत करती है।