भारतीय क्रिकेट स्टार शुभमन गिल, जो इस समय आईपीएल 2025 में गुजरात टाइटन्स के कप्तान हैं, ने अपनी लव लाइफ को लेकर चल रही अफवाहों को साफ तौर पर नकार दिया है। हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया को दिए इंटरव्यू में गिल ने कहा कि वे पिछले तीन साल से सिंगल हैं और किसी को डेट नहीं कर रहे हैं।
शुभमन गिल ने विभिन्न हस्तियों के साथ अपने रिश्तों की अफवाहों पर खुलकर बात की
गिल का नाम कई बार अलग-अलग सेलिब्रिटीज़ के साथ जोड़ा गया है, खासकर सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा तेंदुलकर और बॉलीवुड एक्ट्रेस अवनीत कौर के साथ। लेकिन अब 24 साल के गिल ने इन सभी अफवाहों को खारिज कर दिया है। उन्होंने इन्हें “हास्यास्पद” बताया और कहा कि वो तीन साल से ज्यादा समय से सिंगल हैं। गिल ने कहा, “कई बार मुझे उन लोगों से जोड़ा जाता है जिन्हें मैंने कभी देखा तक नहीं। यह सुनना अजीब लगता है कि मैं फलां-फलां के साथ रिलेशनशिप में हूं, जबकि सच्चाई यह है कि मैं अपने करियर पर पूरी तरह फोकस कर रहा हूं।”
उन्होंने हंसते हुए कहा कि कुछ अफवाहें इतनी अजीब होती हैं कि खुद उन्हें भी समझ नहीं आता कि लोग इन पर कैसे विश्वास कर लेते हैं। गिल ने बताया कि उनका शेड्यूल इतना व्यस्त होता है कि उन्हें रिश्तों के लिए समय ही नहीं मिलता। गुजरात टाइटन्स के कप्तान ने कहा, “मैं अपने करियर को लेकर बहुत सीरियस हूं। साल के करीब 300 दिन हम अलग-अलग जगहों पर ट्रैवल कर रहे होते हैं। ऐसे में किसी रिश्ते को निभाना बहुत मुश्किल हो जाता है।”
गिल ने स्टेडियम में भीड़ के नारों से निपटने पर बात की
गिल ने बताया कि जब मैदान पर लोग उन्हें चिढ़ाने के लिए पुराने अफवाहों से जुड़े नाम लेकर नारे लगाते हैं, तो वे इन चीजों पर ध्यान नहीं देते। उन्होंने कहा कि जब वो बल्लेबाजी कर रहे होते हैं, तो उन्हें स्टेडियम के शोर का बिल्कुल भी एहसास नहीं होता। गिल ने समझाया, “मैंने कई बार कहा है, लेकिन मुझे लगता है जैसे कोई ऑटोमैटिक स्विच ऑन हो जाता है। जब हम बैटिंग कर रहे होते हैं, तो हम इतना फोकस्ड होते हैं कि बाहर की आवाज़ें सुनाई ही नहीं देतीं। हम सिर्फ उस खेल पर ध्यान देते हैं जो हमें करना है।”
उन्होंने ये भी कहा कि मैच के दौरान दिमाग पूरी तरह इस बात में लगा होता है कि कौन गेंदबाजी कर रहा है, कितने रन बनाने हैं, कहां शॉट लगाना है और अगला कदम क्या होगा। हालांकि, गिल ने माना कि जब वो फील्डिंग कर रहे होते हैं, खासकर बाउंड्री लाइन के पास, तब चीजें थोड़ी अलग होती हैं। उन्होंने कहा, “उस वक्त आप दर्शकों के काफ़ी पास होते हैं, और आपके पास सुनने का समय भी होता है। इसलिए तब उनके नारे या बातें सुनाई देती हैं। लेकिन बैटिंग करते समय आप इतने ज़्यादा खेल में डूबे होते हैं कि कुछ और सुनाई नहीं देता।”