• महिला एकदिवसीय त्रिकोणीय सीरीज से श्रीलंका को आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप से पहले घरेलू स्तर पर अहम बढ़त मिलेगी।

  • भारत और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टीम की कमान चमारी अटापट्टू संभालेंगी।

भारत और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ महिला वनडे त्रिकोणीय सीरीज के लिए श्रीलंका की बेस्ट प्लेइंग-XI
महिला वनडे त्रिकोणीय सीरीज (फोटो:X)

श्रीलंका महिला वनडे त्रिकोणीय सीरीज 2025 की मेज़बानी करेगा, जिसमें भारत और दक्षिण अफ़्रीका भाग लेंगे। 27 अप्रैल से 11 मई तक चलने वाले इस मैच के सभी मैच आर. प्रेमदासा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले जाएँगे। यह सीरीज इस साल के अंत में होने वाले ICC महिला क्रिकेट विश्व कप से पहले एक महत्वपूर्ण तैयारी मंच के रूप में काम करेगी। प्रत्येक टीम राउंड-रॉबिन प्रारूप में दो बार एक-दूसरे से भिड़ेगी, जिसका समापन 11 मई को शीर्ष दो टीमों के बीच फ़ाइनल में होगा।

श्रीलंका को घरेलू मैदान पर खेलने का रणनीतिक लाभ

घरेलू मैदान पर खेलना श्रीलंका के लिए काफी फायदेमंद होता है। आर. प्रेमदासा स्टेडियम की पिच को अच्छी तरह से जानना और स्थानीय दर्शकों का समर्थन टीम के प्रदर्शन को बेहतर बना सकता है। यह सीरीज़ वर्ल्ड कप से पहले टीम की रणनीति को सुधारने और खिलाड़ियों की फॉर्म को परखने का अच्छा मौका है। कप्तान चमारी अटापट्टू, जो अपनी आक्रामक बल्लेबाज़ी और शानदार नेतृत्व के लिए जानी जाती हैं, टीम को सही दिशा देने में अहम भूमिका निभाएंगी।

उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रिकॉर्ड 195* रन बनाकर अपनी धमाकेदार बल्लेबाज़ी का दम दिखाया था। उप-कप्तान हर्षिता समरविक्रमा टीम की बैटिंग लाइनअप को मजबूती देती हैं। भारत के खिलाफ एशिया कप फाइनल में उनकी नाबाद 69 रन की पारी ने श्रीलंका को पहली बार खिताब जिताने में बड़ी भूमिका निभाई थी।

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महिला वनडे त्रिकोणीय सीरीज 2025 के लिए श्रीलंका की शीर्ष पसंद प्लेइंग-XI

  1. चमारी अटापट्टू (कप्तान और सलामी बल्लेबाज)

चमारी श्रीलंका महिला टीम की जान हैं। वह एक ताकतवर बाएं हाथ की ओपनर और आक्रामक कप्तान हैं। उनकी मौजूदगी शुरुआत से ही टीम को मजबूती देती है। चमारी किसी भी गेंदबाज़ी आक्रमण का सामना करने में सक्षम हैं और शुरू से ही मैच की लय बना लेती हैं। उनका अनुभव और मैच का रुख बदलने वाली पारियां उन्हें टीम के लिए बेहद ज़रूरी खिलाड़ी बनाती हैं।

  1. विश्मी गुणरत्ने (प्रारंभिक बल्लेबाज)

युवा और शांतचित्त, विशमी अपनी स्थिरता के लिए जानी जाती हैं, जो चमारी की आक्रामकता के साथ मेल खाती है। एक ओपनर के रूप में, उनकी भूमिका पारी को स्थिर रखना, स्ट्राइक रोटेट करना और लंबे समय तक खेलना है। उन्होंने अपनी उम्र से ज्यादा परिपक्वता दिखाई है और दबाव में भी पारी को संभालने में अहम भूमिका निभाई है।

  1. हर्षिता समरविक्रमा (उप-कप्तान और शीर्ष क्रम बल्लेबाज)

तकनीकी रूप से मजबूत बाएं हाथ की बल्लेबाज़ हर्षिता श्रीलंका के शीर्ष क्रम में निरंतरता लाती हैं। वह अक्सर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाती हैं। शुरुआती विकेट गिरने के बाद दबाव को सहने और टीम को संभालने की उनकी क्षमता बहुत महत्वपूर्ण है। उनकी हाल की मैच जिताऊ पारियां और एशिया कप में बेहतरीन प्रदर्शन यह दिखाते हैं कि वह एक शांत और भरोसेमंद खिलाड़ी हैं।

  1. नीलाक्षी डी सिल्वा (मध्यक्रम बल्लेबाज)

नीलाक्षी मध्यक्रम में स्थिरता लाने वाली महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। अपने अनुभव और संयम के साथ, वह मुश्किल परिस्थितियों में भी अच्छे से खेलती हैं और जब ज़रूरत होती है, तो फिनिशर की भूमिका निभाती हैं। विकेटों के बीच उनकी तेज दौड़ और गियर बदलने की क्षमता उन्हें मध्य ओवरों में पारी को आगे बढ़ाने या तेज़ी लाने में मदद करती है।

  1. कविशा दिलहारी (ऑलराउंडर)

कविशा टीम में बेहतरीन संतुलन लाती हैं। वह मध्यक्रम की भरोसेमंद बल्लेबाज़ और उपयोगी ऑफ स्पिनर हैं, जो मध्य ओवरों में अहम भूमिका निभाती हैं। दोनों विभागों में उनकी क्षमता टीम को लचीलापन देती है, जिससे श्रीलंका को या तो स्पिन अटैक करने या बल्लेबाजी को मजबूत करने का मौका मिलता है।

  1. अनुष्का संजीवनी (विकेटकीपर-बल्लेबाज)

अनुष्का स्टंप के पीछे बहुत सुरक्षित हैं और निचले मध्यक्रम में एक मजबूत हाथ देती हैं। वह तेज स्टंपिंग और साफ-सुथरे दस्ताने के काम के लिए जानी जाती हैं, जो खासकर स्पिन के अनुकूल परिस्थितियों में मददगार होते हैं। बल्ले से, वह स्ट्राइक रोटेट कर सकती हैं और जल्दी रन बनाकर पारी को खत्म करने में मदद करती हैं।

  1. हसिनी परेरा (मध्यक्रम बल्लेबाज)

बाएं हाथ की बल्लेबाज़ हसिनी निचले मध्यक्रम में आक्रामक खेल लाती हैं। वह पारी की गति बदल सकती हैं और स्पिन के खिलाफ अच्छा खेलती हैं। उनका अनुभव उन्हें दबाव में स्थिति को संभालने और पुछल्ले बल्लेबाज़ों को सही मार्गदर्शन देने में मदद करता है, जो करीबी मैचों में बहुत फायदेमंद होता है।

  1. इनोका रानावीरा (स्पिनर)

इनोका श्रीलंका की सबसे अनुभवी गेंदबाज़ों में से एक हैं। उनकी बाएं हाथ की स्पिन उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में किफायती और प्रभावी है। वह अक्सर मध्य ओवरों में अच्छा प्रदर्शन करती हैं, दबाव बनाती हैं और अहम विकेट लेती हैं। उनकी रणनीतिक समझ गेंदबाजी टीम को मजबूती देती है।

  1. सुगंधिका कुमारी (स्पिनर)

सुगंदिका, इनोका के साथ मिलकर एक खतरनाक स्पिन जोड़ी बनाती हैं। उनकी भूमिका है कड़ी लाइन बनाए रखना और रन रोकना, खासकर आक्रामक बल्लेबाजों के खिलाफ। कोलंबो के टर्निंग ट्रैक पर, उनका नियंत्रण और विविधताएं टीम के लिए फायदेमंद हैं, खासकर मध्य ओवरों में विरोधियों को बांधने में।

  1. अचिनी कुलसुरिया (तेज गेंदबाज)

अचिनी एक अनुभवी मध्यम गति की गेंदबाज़ हैं, जो नई गेंद से स्विंग और अनुशासन लाती हैं। वह पावरप्ले और डेथ ओवर दोनों में प्रभावी हैं। साझेदारी तोड़ने और बल्लेबाजों पर नियंत्रण रखने की उनकी क्षमता उन्हें श्रीलंका के पेस डिपार्टमेंट में एक अहम खिलाड़ी बनाती है।

  1. रश्मिका सेववंडी (तेज गेंदबाज)

रश्मिका अपनी दाएं हाथ की मध्यम-तेज गेंदबाजी से पेस अटैक में गहराई जोड़ती हैं। गेंद से मूवमेंट पैदा करने और सही लाइन बनाए रखने की उनकी क्षमता उन्हें एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाती है, खासकर जब पिच से शुरुआती मदद मिल रही हो। उनके टीम में शामिल होने से गेंदबाजी इकाई मजबूत होती है, जिससे विविधता और संतुलन मिलता है।

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श्रेणी:: फीचर्ड महिला क्रिकेट वनडे श्रीलंका

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