28 मई से 1 जून 2025 तक, लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज़ होगी। यह दौरा सिर्फ एक मुकाबला नहीं है, बल्कि दोनों देशों के टी20 क्रिकेट के विकास का नया चरण है, खासकर ICC टी20 वर्ल्ड कप 2026 को ध्यान में रखते हुए। पहले यह दौरा तीन वनडे और तीन टी20 मैचों का था, लेकिन बाद में इसे सिर्फ तीन टी20 मैचों की सीरीज़ में बदल दिया गया है। सभी मैच एक ही स्टेडियम में खेले जाएंगे। यह बदलाव सुविधाजनक है और दोनों टीमों को बिना किसी परेशानी के अपने खेल पर ध्यान देने का मौका देगा।
पाकिस्तान की टीम में बड़े खिलाड़ियों की अनुपस्थिति
पाकिस्तान की टीम में बाबर आजम, मोहम्मद रिज़वान और शाहीन अफरीदी के न खेलने से बड़ा बदलाव आया है। शुरू में यह आराम या रोटेशन लगता था, लेकिन अब यह साफ हो गया है कि यह लंबे समय तक टीम का पुनर्गठन है। नए कोच माइक हेसन की योजना है कि वे घरेलू टी20 प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ियों को मौका दें। साहिबजादा फरहान और सैम अयूब जैसे खिलाड़ी, जो PSL में अच्छा कर चुके हैं, उनसे सिर्फ रन बनाने ही नहीं बल्कि टीम की अगुवाई करने की भी उम्मीद है। गेंदबाजी में हसन अली और नसीम शाह ने अनुभव और आक्रामकता का अच्छा मेल दिखाया है।
चोटों से जूझ रहा है बांग्लादेश
वहीं, बांग्लादेश टीम को भी चोटों और आराम की वजह से खिलाड़ियों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। तेज गेंदबाज तस्कीन अहमद चोटिल हैं और मेहदी हसन मिराज को आराम दिया गया है। नाहिद राणा व्यक्तिगत सुरक्षा कारणों से टीम से बाहर हो गए हैं। इससे टीम का संतुलन बिगड़ सकता है। कप्तान लिटन दास अब टीम को संभाल रहे हैं और उन्होंने होनहार तंजीम हसन साकिब पर भी भरोसा जताया है। हालांकि, यह मौके नए खिलाड़ियों जैसे रिशाद हुसैन और शमीम हुसैन के लिए अच्छा है, जो विश्व कप से पहले खुद को साबित करना चाहते हैं।
PAK बनाम BAN T20I सीरीज़ में इन 5 खिलाड़ियों पर रहेगी सबकी नज़र
1. शादाब खान
- भूमिका: उप कप्तान, ऑलराउंडर (लेग-स्पिन + मध्य-क्रम बल्लेबाजी)

पाकिस्तान की टीम में उप-कप्तान और सबसे अनुभवदार खिलाड़ी शादाब खान की भूमिका बहुत बड़ी है। वह सिर्फ गेंदबाजी और बल्लेबाजी तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि उनके हर फैसले जैसे गेंदबाज बदलना, फील्डिंग की योजना बनाना और बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करना टीम के भविष्य को प्रभावित करता है। उनकी कलाई स्पिन खासकर मध्य ओवरों में बहुत काम आती है, खासकर जब उन्हें ह्रोदय और लिटन जैसे बल्लेबाजों का सामना करना होता है। बल्लेबाजी में भी शादाब कभी टीम को संभालते हैं और कभी जोरदार फिनिश करते हैं। उनकी गेंद और बल्ले दोनों में अच्छा प्रदर्शन और टीम को नेतृत्व देना इस पूरी सीरीज़ के नतीजे पर बड़ा असर डाल सकता है।
2. नसीम शाह
- भूमिका: तेज गेंदबाज

पाकिस्तान के तेज गेंदबाज नसीम शाह फिर से टीम में जगह बनाने को लेकर काफी उत्साहित हैं। उनकी तेज गेंदबाजी और आक्रामक अंदाज के कारण गेंदबाजी आक्रमण और मजबूत हो गया है। नसीम के पास बांग्लादेश की पावरप्ले बल्लेबाजी को रोकने के लिए अच्छे हथियार हैं। जब शाहीन अफरीदी नहीं होंगे, तब नसीम नई गेंद से टीम की शुरुआत संभाल सकते हैं। वह तेज गेंद स्विंग कर सकते हैं, सटीक यॉर्कर फेंक सकते हैं और धीमी पिचों पर गेंद का अच्छा उछाल भी दे सकते हैं। पाकिस्तान टीम नसीम पर शुरुआत में विकेट लेने और अंत के ओवरों में कड़ी गेंदबाजी के लिए भरोसा करेगी। लिटन दास और ह्रदय त्रिपाठी के खिलाफ उनकी टक्कर इस सीरीज़ का बड़ा मुकाबला हो सकता है।
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3. सैम अयूब
- भूमिका: बाएं हाथ का शीर्ष क्रम बल्लेबाज
बाबर और रिजवान के नहीं होने पर, सैम अयूब अब टीम के शीर्ष बल्लेबाज बन गए हैं। वह बाएं हाथ के अच्छे खिलाड़ी हैं, जो पावरप्ले में जल्दी रन बना सकते हैं और बीच के ओवरों में स्पिनर के खिलाफ भी अच्छी बल्लेबाजी करते हैं। यह सीरीज़ उनके लिए अच्छा मौका है खुद को साबित करने का कि वे दबाव में भी अच्छा खेल सकते हैं। अगर वे अच्छे स्ट्राइक रेट से लगातार रन बनाएंगे, तो पाकिस्तान को बड़े स्कोर बनाने में मदद मिलेगी। अयूब की जोड़ी साहिबजादा फरहान या मोहम्मद हारिस के साथ बन सकती है, और वे आने वाले दो साल में पाकिस्तान के टी20 टीम के लिए अहम खिलाड़ी साबित हो सकते हैं।
4. लिटन दास
- भूमिका: कप्तान, विकेटकीपर-बल्लेबाज

पहली बार स्थायी टी20 कप्तान बनकर, लिटन अब बांग्लादेश की सफेद गेंद वाली टीम के दिल की धड़कन हैं। वह बल्लेबाजी में स्थिर रहते हैं, जरूरत पड़ने पर तेज़ रन बनाते हैं और दबाव में भी शांत और समझदार नेतृत्व करते हैं। लिटन अच्छी तरह से गेंद को स्ट्राइक करते हैं और स्पिन गेंदबाजी को भी संभालना जानते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि पाकिस्तान के खिलाफ नई रणनीति में उनके फैसलों की परीक्षा होगी, जैसे कि मुस्तफ़िज़ुर और तंजीम साकिब जैसे गेंदबाजों का सही इस्तेमाल और फील्डिंग का प्रबंधन। अगर लिटन रन बनाए और अच्छे नेतृत्व से टीम को संभाले, तो बांग्लादेश बेहतर प्रदर्शन कर सकता है।
5. तंजीम हसन साकिब
- भूमिका: तेज गेंदबाज

तस्कीन के नहीं खेलने के बाद, 21 साल के तंजीम बांग्लादेश की तेज गेंदबाजी की नई उम्मीद बन गए हैं। यूएई सीरीज़ में उनका अच्छा प्रदर्शन हुआ, जहाँ उन्होंने तेज़ गेंदबाजी और सीम की अच्छी कंट्रोल दिखाई। तंजीम गेंद को सही लंबाई पर डालने में माहिर हैं और नई गेंद को दोनों तरफ़ घुमा सकते हैं। लाहौर की सपाट पिच पर उनकी धीमी गेंदें और कटर बहुत काम आएंगे और पाकिस्तान के बल्लेबाजों को रोकेंगे। अगर वे सटीक और आक्रामक गेंदबाजी करते हैं, तो यह सीरीज़ उनके करियर का महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है।