• 5 बार की चैंपियन सीएसके आईपीएल 2025 में प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई है।

  • इस सीजन में सीएसके तीनों विभागों में अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रही है।

आईपीएल 2025 में CSK के खराब प्रदर्शन के पीछे 5 कारण
चेन्नई सुपर किंग्स (फोटो: X)

पांच बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) इस बार के आईपीएल में बहुत खराब प्रदर्शन के कारण प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई है। टीम को हर क्षेत्र में हार का सामना करना पड़ा, जिससे यह सीजन उनके लिए बेहद निराशाजनक बन गया। सीएसके ने अब तक 10 मैचों में सिर्फ 2 ही जीत हासिल की हैं और वे अंक तालिका में सबसे नीचे हैं। यह उनका आईपीएल इतिहास का सबसे खराब प्रदर्शन माना जा रहा है। टीम की बल्लेबाजी कमजोर रही, गेंदबाजों ने बहुत रन लुटाए और फील्डिंग में भी कई बार चूक हुई। हालांकि, टीम की शुरुआत अच्छी हुई थी, लेकिन इसके बाद वे कभी भी लय में नहीं दिखे। मुश्किलें तब और बढ़ गईं जब कप्तान रूतुराज गायकवाड़ कोहनी में चोट लगने के कारण बाहर हो गए। फिर भी, टीम ने आखिरी कुछ मैचों में कुछ अच्छे प्रदर्शन भी किए, जो भविष्य के लिए उम्मीद जगाते हैं।

आईपीएल 2025 में सीएसके के खराब प्रदर्शन के पीछे ये हैं कारण:

1. कमजोर बल्लेबाजी और पावरप्ले की दिक्कतें

आईपीएल 2025 में सीएसके की सबसे बड़ी परेशानी उनकी खराब बल्लेबाजी रही। खासकर चेन्नई के होम ग्राउंड चेपॉक स्टेडियम में उनका प्रदर्शन बहुत कमजोर रहा। कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ तो टीम सिर्फ 103/9 रन ही बना सकी, जो उनका घरेलू मैदान पर सबसे कम स्कोर है। सीजन में सीएसके ने पावरप्ले (पहले 6 ओवर) में औसतन सिर्फ 45 रन बनाए, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 57 रन था। बल्लेबाजों में आक्रामकता की कमी, गलत शॉट खेलना और साझेदारी ना बना पाना टीम की हार की वजह बनी। पावरप्ले में कई डॉट बॉल (रन न बनना) यह दिखाता है कि टीम में इरादे की भी कमी थी।

जब बाकी टीमें टी20 में 200 से ज्यादा रन आसानी से बना रही हैं, सीएसके इस साल एक भी बार 200 का आंकड़ा पार नहीं कर सकी। रचिन रविंद्र, राहुल त्रिपाठी और दीपक हुड्डा जैसे बल्लेबाज भी उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए।

2. नीलामी में गलत फैसले और टीम का असंतुलन

सीएसके की आईपीएल 2025 की नीलामी की रणनीति भी पूरी तरह फेल रही। उन्होंने रूतुराज गायकवाड़, एमएस धोनी, रवींद्र जडेजा, शिवम दुबे और मथीशा पथिराना को पहले ही टीम में बनाए रखा। लेकिन इसके बाद उन्होंने डेवोन कॉनवे जैसे अच्छे खिलाड़ी को छोड़ दिया और फिर ऊंची कीमत में दोबारा खरीदा।

जडेजा (₹18 करोड़) और रविचंद्रन अश्विन (₹9.75 करोड़) जैसे अनुभवी लेकिन उम्रदराज खिलाड़ियों पर बहुत पैसा खर्च किया गया। इसका असर यह हुआ कि टीम में युवा और तेज बल्लेबाजों की कमी रह गई। अश्विन ने सात मैचों में सिर्फ पांच विकेट लिए और उनकी इकॉनमी रेट 9.29 रही, जबकि जडेजा भी कोई खास प्रदर्शन नहीं कर सके। त्रिपाठी और  हुड्डा जैसे खिलाड़ियों को लेने के बावजूद, टीम एक अच्छे हिटर मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज को शामिल करने में नाकाम रही, जिसका नतीजा उन्हें भुगतना पड़ा।

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3. चेपॉक किला भी नहीं बचा सका

चेन्नई का एम.ए. चिदंबरम स्टेडियम, जिसे लोग सीएसके का किला मानते थे, 2025 में सिर्फ एक आम मैदान बनकर रह गया। पहली बार आईपीएल इतिहास में सीएसके को लगातार पांच घरेलू मैचों में हार झेलनी पड़ी। यह उनके दबदबे वाले रिकॉर्ड से बिलकुल उलट था। इस पिच पर आमतौर पर जडेजा और अश्विन जैसे स्पिनर कामयाब रहते थे, लेकिन इस बार विपक्षी स्पिनरों ने यहां बेहतर प्रदर्शन किया। खासकर सुनील नरेन और युजवेंद्र चहल ने सीएसके की बल्लेबाजी को आसानी से ढेर कर दिया।

चेन्नई की होम ग्राउंड पर मानसिक बढ़त भी अब नजर नहीं आई। केकेआर के खिलाफ हार के दौरान स्टेडियम की खाली सीटें यह दिखा रही थीं कि फैन्स का भरोसा भी टूट चुका है। खराब फील्डिंग और कैच छोड़ने की वजह से टीम अपने घरेलू मैदान का भी फायदा नहीं उठा सकी।

4. ज़मीन पर फील्डिंग में बड़ी चूक

क्रिकेट में कहा जाता है “कैच पकड़ो, मैच जीतो”, लेकिन सीएसके इस मामले में भी पीछे रह गई। पहले बेहतरीन फील्डिंग टीम मानी जाने वाली सीएसके की कैच पकड़ने की सफलता दर इस सीजन सिर्फ 68.5% रही, जो पिछले दो सालों की तुलना में काफी कम है (पहले 80.3%)। पंजाब किंग्स के खिलाफ मैच में टीम ने दो अहम मौके गंवाए — पहले प्रियंश आर्य और फिर प्रभसिमरन सिंह का कैच छोड़ा, जो बाद में मैच का रुख तय करने वाली पारियां बन गईं।

5. टी20 के नए दौर के साथ कदम न मिलाना

आईपीएल 2025 में टी20 क्रिकेट और भी आक्रामक और हाई-स्कोरिंग हो गया है, लेकिन सीएसके पुरानी रणनीति पर ही टिकी रही। उनका स्पिन-आधारित अटैक जो कभी उनकी ताकत था, अब विरोधी बल्लेबाजों ने आसानी से संभाल लिया। पेस अटैक में पथिराना को जरूरी मदद नहीं मिल सकी। टीम ने अनुभव को तरजीह दी, लेकिन यंग खिलाड़ियों को ज्यादा मौका नहीं मिला। जबकि दूसरी टीमें, जैसे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB), युवा और दमदार खिलाड़ियों के साथ बेहतर कर रही हैं। सीएसके ने फिनिशर और ऑलराउंडर पर निवेश नहीं किया, जिससे न वे बड़े लक्ष्य हासिल कर पाए और न ही स्कोर बचा पाए। उनकी रणनीति 2020 और 2022 जैसे पुराने नाकाम सीजन जैसी रही, जिससे साफ है कि अब टीम को पूरी तरह से नया रूप देने की ज़रूरत है।

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श्रेणी:: आईपीएल चेन्नई सुपर किंग्स फीचर्ड

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