सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने सोमवार को ऑपरेशन सिंदूर की प्रेस वार्ता के दौरान विराट कोहली को ट्रिब्यूट दिया। कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के बाद, उन्होंने उन्हें अपना “पसंदीदा क्रिकेटर” बताया। यह पूरी घटना राष्ट्रीय सुरक्षा और खेल भावना का बेहतरीन मिलाजुला उदाहरण रही।
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास पर प्रतिक्रिया दी
सेना मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था, जिसमें मुख्य रूप से सीमा पार आतंकी ढांचे को निशाना बनाने वाले बड़े सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नतीजों पर चर्चा की गई। लेकिन जब सवाल सैन्य रणनीति से हटकर राष्ट्रीय गौरव से जुड़े विषयों पर आए, तो लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने भारतीय क्रिकेट के दिग्गज कोहली के योगदान को मान्यता देने के लिए एक पल लिया। उन्होंने कहा, “आज शायद क्रिकेट के बारे में भी बात करनी चाहिए, क्योंकि मैंने देखा कि विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। कई भारतीयों की तरह, वो मेरे भी पसंदीदा क्रिकेटर हैं।”
डीजीएमओ की यह टिप्पणी सुनकर वहां मौजूद मीडिया और सैन्य अधिकारियों ने मुस्कुराया और तालियां बजाईं, जिससे कोहली की भारतीय क्रिकेट के लिए महत्वपूर्ण भूमिका और उनकी व्यापक पहचान को सराहा गया।
#VIDEO | Special Defence Briefing on India-Pakistan military action: Referring to #Indian skipper Virat Kohli's retirement announcement earlier in the day, DGMO Lieutenant General Rajiv Ghai drew a parallel between cricket and military operations. Here's what he said:
"I was… pic.twitter.com/izxJKTru6l
— Greater Kashmir (@GreaterKashmir) May 12, 2025
कोहली ने उसी दिन पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी, जिससे उनके 14 साल के शानदार करियर का अंत हो गया। उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में 48.7 की औसत से 9,230 रन बनाए, जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल थे। उनके आक्रामक खेल और नेतृत्व ने भारत के टेस्ट क्रिकेट को नया दिशा दी, और वह 68 मैचों में 40 जीत के साथ भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बने।
कोहली का यह फैसला इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले आया, जिससे भारतीय क्रिकेट में एक युग का समापन हुआ। वहीं, ऑपरेशन सिंदूर को डीजीएमओ ने बड़ी सफलता बताया। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान में स्थित प्रमुख आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिसके परिणामस्वरूप 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया गया।