आईपीएल 2025 का सीजन अब हाई-प्रेशर वाले प्लेऑफ की ओर बढ़ रहा है। इस टूर्नामेंट ने फिर से खूब ड्रामा, शानदार प्रदर्शन और दिल टूटने वाले पलों को दर्शाया है। लेकिन इतने उत्साह के बीच, कई बड़े नाम खराब फॉर्म में फंसे हुए हैं, जिससे उनके फैंस और टीम फ्रैंचाइज़ी दोनों हैरान हैं। इस साल कई बड़े खिलाड़ियों का प्रदर्शन बहुत निराशाजनक रहा है, और आलोचकों तथा पूर्व दिग्गजों ने उनकी लगन और मेहनत पर सवाल उठाए हैं। यहाँ हम आईपीएल 2025 की सबसे खराब फॉर्म में रहने वाले खिलाड़ियों की एक टीम यानी फ्लॉप XI पेश कर रहे हैं — ऐसे खिलाड़ी जिनका प्रदर्शन उम्मीद से बहुत नीचे रहा है।
आईपीएल 2025 का फ्लॉप प्लेइंग-XI
1) जेक फ्रेजर-मैकगर्क (दिल्ली कैपिटल्स):
आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने वाले ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भारतीय परिस्थितियों के अनुसार ढल नहीं पाए। 6 मैचों में सिर्फ 55 रन बनाए। उन्होंने अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाया, जिससे टीम को स्थिरता नहीं मिल पाई।
2) राहुल त्रिपाठी (चेन्नई सुपर किंग्स):
मध्यक्रम के भरोसेमंद बल्लेबाज त्रिपाठी का प्रदर्शन इस सीजन बहुत खराब रहा। तेज और स्पिन दोनों तरह की गेंदबाजी के खिलाफ संघर्ष करते हुए 5 मैचों में सिर्फ 55 रन बनाए। लगातार खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर भी होना पड़ा।
3)ऋषभ पंत (लखनऊ सुपर जायंट्स):
कप्तानी की जिम्मेदारी लंबे समय बाद संभालने वाले पंत का सीजन निराशाजनक रहा। 12 पारियों में उन्होंने केवल 151 रन बनाए। उनकी फिनिशिंग क्षमता और भारी कीमत (27 करोड़ रुपये) के बावजूद वे उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए। उनकी कप्तानी भी टीम में कोई बदलाव नहीं ला सकी।
4)ग्लेन मैक्सवेल (पंजाब किंग्स):
इस सीजन के सबसे बड़े फ्लॉप खिलाड़ी मैक्सवेल रहे। 6 मैचों में केवल 41 रन बनाए और उनकी औसत 8.20 रही। उनकी बल्लेबाजी ने टीम को निराश किया। गेंदबाजी में चार विकेट लेने के बावजूद वे अपनी बल्लेबाजी की कमजोरी पूरी तरह नहीं छुपा पाए। आलोचक और पंडित उन्हें आईपीएल को आराम समझने और मेहनत की कमी का दोषी मानते हैं।
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5)लियाम लिविंगस्टोन (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु):
महंगी कीमत के बावजूद लिविंगस्टोन भी फ्लॉप रहे। 7 मैचों में उन्होंने 87 रन बनाए और औसत सिर्फ 17.40 रही। उनके पार्ट-टाइम स्पिन से सिर्फ 2 विकेट मिले। उनके प्रदर्शन का असर इतना कम था कि उन्हें कई महत्वपूर्ण मैचों से बाहर रखा गया।
6)शिमरोन हेटमायर (राजस्थान रॉयल्स):
फिनिशर के तौर पर मशहूर हेटमायर इस बार मैच खत्म करने या अंतिम समय में रन बनाने में असफल रहे। उनकी लगातार खराब फार्म और गलत शॉट चयन टीम के लिए बड़ा झटका रहे।
7)राहुल तेवतिया (गुजरात टाइटन्स):
एक समय फिनिशर के रूप में प्रसिद्ध तेवतिया का जादू 2025 में खत्म हो गया। बल्ले और गेंद दोनों से वे कमजोर दिखे। कठिन परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके और टीम को मध्यक्रम में कमजोर छोड़ गए।
8)रविचंद्रन अश्विन (चेन्नई सुपर किंग्स):
अपनी चालाक गेंदबाजी के लिए मशहूर अश्विन ने 9 मैचों में केवल 7 विकेट लिए। उनकी गेंदबाजी प्रभावहीन रही और बल्लेबाजों ने उन्हें आसानी से पढ़ लिया। वह रन बनाने में भी कामयाब नहीं हो सके।
09)मोहम्मद शमी (सनराइजर्स हैदराबाद):
नयी गेंद से अपनी विश्वसनीयता खो चुके शमी इस सीजन में कमजोर दिखे। फॉर्म और फिटनेस दोनों से जूझते हुए उन्होंने 9 मैचों में केवल 6 विकेट लिए। उन्होंने ज्यादा रन दिए और शुरुआती सफलता नहीं दिला पाए।
10)तुषार देशपांडे (राजस्थान रॉयल्स):
देशपांडे का सीजन असंगत रहा। 9 मैचों में उन्होंने 10 विकेट लिए, लेकिन डेथ ओवरों में ज्यादा रन लुटाए और दबाव में यॉर्कर डालने में असफल रहे, जिससे कप्तान का उनका भरोसा कम हो गया।
11)मोहित शर्मा (दिल्ली कैपिटल्स):
अनुभवी तेज गेंदबाज मोहित शर्मा का प्रदर्शन बहुत कमजोर रहा। 10 मैचों में सिर्फ 2 विकेट लिए। उनकी धीमी गति और सीमित विविधताओं के कारण वे आक्रामक बल्लेबाजों के लिए आसान शिकार बने।