सीमा पर तनाव की वजह से एक हफ्ते तक रुका रहने के बाद, अब इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 फिर से 17 मई से शुरू होने जा रहा है। इसी बीच, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने कहा है कि उनके खिलाड़ी अगर आईपीएल के बचे हुए मैचों में खेलना चाहें या नहीं खेलना चाहें, तो यह पूरी तरह उनका व्यक्तिगत फैसला होगा और बोर्ड उनके फैसले का समर्थन करेगा। यह बयान ऐसे समय आया है जब खिलाड़ियों के मन में सुरक्षा, व्यस्त कार्यक्रम और भविष्य में आईपीएल खेलने पर असर को लेकर चिंता बढ़ रही है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने शेष आईपीएल 2025 के लिए ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की उपलब्धता पर बयान जारी किया
मंगलवार सुबह दिए गए एक बयान में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि वह अपने खिलाड़ियों के फैसले का सम्मान करेगा, चाहे वे आईपीएल के बचे हुए मैचों के लिए भारत लौटें या नहीं।
बोर्ड ने यह भी बताया कि 11 जून को लॉर्ड्स में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल की तैयारी बहुत ज़रूरी है, और जो खिलाड़ी उस मैच के लिए चुने गए हैं, उनके लिए तैयारी जल्द ही शुरू होगी। जो खिलाड़ी आईपीएल के आखिरी मैचों में खेलने का फैसला करेंगे, उनके लिए अलग से इंतजाम किए जाएंगे। सीए ने कहा, “हम टीम मैनेजमेंट के साथ मिलकर यह योजना बना रहे हैं कि आईपीएल खेलने वाले खिलाड़ियों की टेस्ट फाइनल की तैयारी कैसे की जाएगी।” साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि वे ऑस्ट्रेलियाई सरकार और बीसीसीआई के साथ लगातार सुरक्षा और हालात को लेकर संपर्क में हैं।
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कुछ स्टार ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की वापसी संदिग्ध
संशोधित आईपीएल कार्यक्रम के अनुसार फाइनल अब 3 जून को होगा, जो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल से सिर्फ एक हफ्ते पहले है। इससे ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका दोनों टीमों के खिलाड़ियों के सामने एक मुश्किल फैसला आ गया है। ऑस्ट्रेलिया के लिए पैट कमिंस, ट्रैविस हेड, जोश इंगलिस और मिचेल स्टार्क जैसे खिलाड़ी बहुत अहम माने जाते हैं। वहीं जोश हेज़लवुड चोट से जूझ रहे हैं, और कुछ खिलाड़ियों ने अभी यह नहीं बताया है कि वे आईपीएल में दोबारा खेलेंगे या नहीं।
रिपोर्टों के मुताबिक, हेज़लवुड और स्टार्क शायद आईपीएल में दोबारा शामिल नहीं होंगे, जबकि मिच मार्श अभी भी सोच रहे हैं, क्योंकि उनकी टीम प्लेऑफ की दौड़ में है। आईपीएल के 9 मई को रोके जाने के बाद, अधिकतर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी और कोच अपने देश लौट गए थे।
इस स्थिति में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने यह साफ कर दिया है कि खिलाड़ी चाहें तो आईपीएल में वापस आएं या न आएं, यह उनका फैसला होगा और इससे उनके भविष्य में आईपीएल खेलने के मौके या बीसीसीआई से रिश्ते पर कोई असर नहीं पड़ेगा। CA का यह फैसला खिलाड़ियों के मन में सुरक्षा और वापसी को लेकर बने दबाव को कम करने के लिए है।
इस समय आईपीएल के कम से कम 12 लीग मैच और 4 प्लेऑफ मैच बचे हुए हैं, और BCCI ने फ्रेंचाइज़ियों से कहा है कि वो विदेशी खिलाड़ियों की वापसी की व्यवस्था करें। हालांकि, CA का खिलाड़ियों को खुली छूट देना दिखाता है कि वे खिलाड़ियों की सुरक्षा और मानसिक स्थिति को प्राथमिकता दे रहे हैं, जबकि टूर्नामेंट अब अपने सबसे अहम दौर में है।