कोलकाता नाइट राइडर्स ने ईडन गार्डन्स में आईपीएल 2025 के एक अहम मैच में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। केकेआर प्लेऑफ में पहुंचने की कोशिश कर रही है, जबकि सीएसके प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है, लेकिन वह सम्मान के साथ टूर्नामेंट से बाहर होना चाहती है।
केकेआर बनाम सीएसके मुकाबले में वेंकटेश अय्यर के न खेलने का कारण
कोलकाता नाइट राइडर्स को आखिरी समय में अपनी टीम में बदलाव करना पड़ा क्योंकि उनके स्टार ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर चोटिल हो गए। उनके बाएं हाथ में चोट लगने के कारण कई टांके आए, जिस वजह से वह इस मैच से बाहर हो गए। अय्यर को 23.75 करोड़ रुपये में रिटेन किया गया था। उनकी गैरमौजूदगी से टीम का संतुलन बिगड़ गया, क्योंकि वह बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी में भी योगदान देते थे।
केकेआर के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने टॉस के समय बताया, “पिछले दो मैच हमारे लिए अच्छे रहे हैं। एक बदलाव हुआ है – वेंकटेश अय्यर चोट के कारण बाहर हैं, उनकी जगह मनीष पांडे को मौका मिला है।”
अनुभवी बल्लेबाज मनीष पांडे को उनकी जगह शामिल किया गया है। पांडे दबाव में शांत रहकर पारी को संभालने के लिए जाने जाते हैं, जिससे केकेआर के मिडिल ऑर्डर को मजबूती मिलेगी। हालांकि, अय्यर की आक्रामक बल्लेबाजी और गेंदबाजी की कमी जरूर खलेगी, खासकर चेन्नई के स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ। टीम को उम्मीद है कि मनीष पांडे अपने अनुभव से इस अहम समय में मदद करेंगे।
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अय्यर का आईपीएल 2025 अभियान कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए
2025 सीज़न से पहले अय्यर को केकेआर ने सबसे महंगे खिलाड़ियों में से एक के रूप में रिटेन किया था, लेकिन उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। उन्होंने अब तक आठ मैचों में सिर्फ 132 रन बनाए हैं, वो भी 16.50 की औसत और 121 की स्ट्राइक रेट से। अय्यर की सबसे बड़ी परेशानी यह रही कि वे अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए, जिससे टीम मैनेजमेंट परेशान है।
इसके अलावा, अय्यर की गेंदबाज़ी भी इस सीज़न में देखने को नहीं मिली, जो पहले टीम के लिए एक अच्छा बैकअप विकल्प हुआ करती थी। इससे ऑलराउंडर के तौर पर उनका असर भी कम हो गया है। अब जब प्लेऑफ की दौड़ तेज़ हो गई है, तो उनका खराब फॉर्म और चोट दोनों ही केकेआर के लिए चिंता का कारण बन गए हैं। जिन्हें बड़ी रकम देकर टीम में बनाए रखा गया था, वो दांव इस सीज़न में अब तक कामयाब नहीं हुआ है। उनकी गैरमौजूदगी में केकेआर को अपनी रणनीति फिर से बनानी होगी और बाकी खिलाड़ियों को आगे आकर ज़िम्मेदारी निभानी होगी।