इंडियन प्रीमियर लीग यानि आईपीएल 2025 अपने अंतिम पड़ाव पर है। प्लेऑफ में चार टीमों (पंजाब किंग्स, गुजरात टाइटन्स, रॉयल चैलैंजर्स बेंगलुरू, मुंबई इंडियंस) ने अपनी जगह पक्की कर ली है। ऐसे में फैंस की नजरें अब प्लेऑफ मुकाबलों पर टिकी हुई है। इसी बीच पीबीकेएस की सह-मालकिन और बॉलीवुड अभिनेत्री प्रीति जिंटा ने कोर्ट का किया रूख किया। इस खबर ने फ्रेंचाइजी जगत में हलचल मचा दी है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, जिंटा ने अपनी ही टीम के दो सह-मालिकों – मोहित बर्मन और नेस वाडिया – के खिलाफ कानूनी कदम उठाया है। यह विवाद 21 अप्रैल 2025 को हुई एक अहम मीटिंग (EGM – एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी जनरल मीटिंग) को लेकर है, जिसे जिंटा ने गलत और नियमों के खिलाफ बताया है।
जिंटा का आरोप है कि उन्होंने 10 अप्रैल को ईमेल के माध्यम से EGM के आयोजन पर आपत्ति जताई थी, लेकिन इसके बावजूद बैठक आयोजित की गई। प्रीति का कहना है कि पंजाब किंग्स की मालिक कंपनी KPH ड्रीम क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड की इस मीटिंग में सही तरीका नहीं अपनाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि नेस वाडिया को बैठक का अध्यक्ष बनाने की प्रक्रिया ठीक नहीं थी। प्रीति और एक और सह-निदेशक करन पॉल ने इसका विरोध किया, लेकिन फिर भी बैठक आगे बढ़ी। इस मीटिंग में मुनीश खन्ना को नया निदेशक (नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर) भी बनाया गया, जिसका प्रीति ने विरोध किया और इसे कंपनी के नियमों का उल्लंघन कहा।
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कोर्ट में क्या हुआ?
जिंटा ने चंडीगढ़ की अदालत में केस दायर किया है। उन्होंने मांग की है कि यह मीटिंग अवैध घोषित की जाए और इसमें लिए गए सभी फैसले रद्द किए जाएं। अदालत ने कंपनी और दोनों सह-मालिकों को नोटिस भेजा है। अगली सुनवाई 27 मई को होगी।
किसके पास कितनी फीसदी हिस्सेदारी
बताते चलें कि पंजाब किंग्स टीम में मालिकाना हिस्सेदारी इस तरह बंटी हुई है: मोहित बर्मन के पास सबसे ज़्यादा 48% हिस्सा है। प्रीति जिंटा और नेस वाडिया के पास बराबर-बराबर 23% हिस्सा है। बाकी बचे 6% हिस्से के मालिक करन पॉल हैं।