भारत 20 जून 2025 को लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की बड़ी सीरीज खेलेगा। यह नई विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) की शुरुआत होगी। इस सीरीज को लेकर बहुत उम्मीदें हैं, क्योंकि इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की टीम ने कड़ी चुनौती दी है। साथ ही, यह सीरीज इसलिए भी खास है क्योंकि भारतीय टीम के तीन बड़े सितारे—रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन—अब टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। इससे टीम में नई पीढ़ी आ गई है। अब नए कप्तान और नए खिलाड़ी को जल्दी फॉर्म पकड़ना होगा और खासकर इंग्लैंड की कठिन परिस्थितियों में अपना दम दिखाना होगा।
इंग्लैंड की बैजबॉल का मुकाबला करने के लिए रविचंद्रन अश्विन की प्रमुख रणनीति
जैसे-जैसे टेस्ट सीरीज का समय करीब आता है, फैन्स और विशेषज्ञ भारत की प्लेइंग-XI को लेकर चर्चा कर रहे हैं। इसी बीच, अश्विन ने अपने संन्यास के बाद भी पहले टेस्ट के लिए टीम की सलाह दी है। अश्विन ने खासतौर पर कुलदीप यादव का समर्थन किया है। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि भारत को कलाई स्पिनर कुलदीप को जरूर टीम में शामिल करना चाहिए ताकि इंग्लैंड की तेज गेंदबाजी रणनीति का सामना किया जा सके। उन्होंने कहा कि जब तक पिच पूरी तरह हरी-भरी न हो, तब तक कुलदीप को टीम से बाहर नहीं करना चाहिए। अगर पिच ग्रीन बेल्ट हो तो एक स्पिनर को हटाया जा सकता है। अश्विन ने कहा, “अगर इंग्लैंड तेज गेंदबाजी करेगा तो हमें कुलदीप जैसे स्पिनर के साथ खेलना चाहिए। ये मेरी टीम होगी पहले टेस्ट के लिए।” अश्विन का मानना है कि कुलदीप की गेंदबाजी से खेल का रुख बदलेगा, खासकर जब इंग्लैंड तेजी से रन बनाना चाहेगा।
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हेडिंग्ले में पहले टेस्ट के लिए आर अश्विन की भारतीय एकादश
हेडिंग्ले टेस्ट के लिए अश्विन की पसंदीदा एकादश युवा और अनुभवी खिलाड़ियों के संतुलित मिश्रण को दर्शाती है, तथा कोहली-रोहित युग के बाद नए संयोजनों को तलाशने की इच्छा को भी दर्शाती है:
- सलामी बल्लेबाज: केएल राहुल, यशस्वी जयसवाल
- शीर्ष और मध्य क्रम: साई सुदर्शन, शुबमन गिल, रवींद्र जड़ेजा
- विकेटकीपर-बल्लेबाज: ऋषभ पंत
- बल्लेबाजी/ऑलराउंडर स्थान: करुण नायर या नितीश रेड्डी
- गेंदबाजी आक्रमण: शार्दुल ठाकुर, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज
इस लाइनअप में कई बाएं-दाएं बल्लेबाजों का अच्छा मेल है और गेंदबाजी में भी कई तरह के विकल्प हैं, जिससे टीम हर परिस्थिति में अच्छा खेल सकती है। खासकर करुण नायर या नितीश कुमार रेड्डी को टीम में लेना बड़ा संकेत है, क्योंकि ये दोनों लाल गेंद वाले मैचों में नंबर 6 या 7 पर टीम को संतुलन देते हैं। अश्विन की टीम ने वरिष्ठ खिलाड़ियों के ना होने पर शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन जैसे युवा खिलाड़ियों पर पूरा भरोसा जताया है। जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा और मोहम्मद सिराज तेज गेंदबाजी कर रहे हैं, जबकि शार्दुल ठाकुर हरफनमौला खिलाड़ी के रूप में टीम को मदद दे रहे हैं। अगर युवा बल्लेबाज अपनी जगह मजबूत बनाए रखें, तो भारत एक मजबूत और संतुलित टीम है।