रवींद्र जडेजा का एक शानदार टेस्ट ऑलराउंडर बनना उनके धैर्य, मेहनत और कई हुनरों की कहानी है। पिछले कुछ सालों में वह भारतीय टेस्ट टीम के अहम खिलाड़ी बन गए हैं, जो गेंद और बल्ले दोनों से टीम को अच्छा संतुलन देते हैं। उनकी बाएं हाथ की स्पिन घूमती पिचों पर बल्लेबाज़ों के लिए मुश्किल बन जाती है, वहीं उनका शांत और समझदारी भरा बैटिंग स्टाइल भारत के मिडिल और लोअर ऑर्डर को मज़बूती देता है।
हाल के समय में, भले ही उन्होंने सफेद गेंद वाले क्रिकेट और आईपीएल पर ज्यादा ध्यान दिया हो, लेकिन उन्होंने यह साफ कर दिया है कि टेस्ट क्रिकेट के लिए उनका जुनून और प्रदर्शन अब भी बहुत मजबूत है।
रवींद्र जडेजा ने 2025 के इंग्लैंड दौरे से पहले नई उपलब्धि हासिल की
20 जून से इंग्लैंड के खिलाफ भारत की पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ से पहले जडेजा ने एक अनोखी और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। वह ICC के नंबर 1 टेस्ट ऑलराउंडर बने रहने वाले सबसे लंबे खिलाड़ी बन गए हैं। वह 1,151 दिनों तक लगातार इस रैंकिंग में शीर्ष पर रहे, जो कि 38 महीने से ज्यादा का समय है। यह रिकॉर्ड जडेजा की असाधारण क्षमता को दर्शाता है, जिन्होंने लगातार विभिन्न टेस्ट सीरीज़ में शानदार प्रदर्शन किया, चाहे वह परिस्थितियां या विरोधी टीम कुछ भी रही हो।
🚨 HISTORY 🚨
– Ravindra Jadeja now holds the record for being the No. 1 Test all-rounder for the longest time in history, 1151 days 🔥🙌#Cricket #ravindrajadeja #TeamIndia #TestCricket #History @imjadeja pic.twitter.com/QQPSKvMwEN
— CricketTimes.com (@CricketTimesHQ) May 14, 2025
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जडेजा के रिकॉर्ड तोड़ने के सफर की नींव 9 मार्च, 2022 को रखी गई थी, जब उन्होंने ICC टेस्ट ऑलराउंडर रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए वेस्टइंडीज के जेसन होल्डर को पछाड़ दिया था। यह अवधि लगभग तीन वर्षों तक चली, जिसके दौरान उन्होंने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभागों में लगातार शानदार प्रदर्शन किया।
टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए जडेजा का शानदार प्रदर्शन
जडेजा ने सिर्फ रैंकिंग में नंबर एक स्थान हासिल नहीं किया, बल्कि अपने शानदार प्रदर्शन से इसे साबित भी किया है। मार्च 2022 से उन्होंने 23 टेस्ट मैच खेले, जिनमें 36.71 की औसत से 1,175 रन बनाए। इनमें तीन शतक और पांच अर्द्धशतक शामिल हैं, जो अक्सर ऐसे समय में बनाए गए जब भारत को मैच में स्थिरता या गति की जरूरत थी।
गेंदबाजी में भी जडेजा ने शानदार प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने 22.34 की औसत से 91 विकेट लिए। जडेजा की टेस्ट यात्रा 2012 में शुरू हुई थी, और पिछले कुछ वर्षों में वह एक गेंदबाजी ऑलराउंडर से एक पूर्ण टेस्ट क्रिकेटर बन गए हैं। अब तक, उन्होंने 80 टेस्ट मैचों में 35 की औसत से 3,370 रन बनाए हैं, जिनमें तीन शतक और 19 अर्द्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 219 चौके और 49 छक्के भी लगाए हैं, जो उनकी आक्रामक और भरोसेमंद बल्लेबाजी शैली को दिखाता है।
गेंदबाजी में उनका योगदान और भी खास है। उन्होंने 323 विकेट लिए हैं, जिनमें एक पारी में 7/42 और एक मैच में 10/110 का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी शामिल है। इस तरह, जडेजा भारत के सबसे सफल स्पिनरों में से एक बन गए हैं।