पाकिस्तान के सीनियर क्रिकेटर शोएब मलिक ने घरेलू क्रिकेट में मेंटर की भूमिका से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला उन्होंने अपनी निजी जिम्मेदारियों को देखते हुए लिया है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) अपने मेंटरशिप प्रोग्राम में बड़े बदलाव करने और घरेलू टूर्नामेंट की संख्या कम करने की सोच रहा है।
मलिक उन पाँच पूर्व क्रिकेटरों में शामिल थे जिन्हें पीसीबी ने मेंटर बनाया था। इनके साथ सकलैन मुश्ताक, मिस्बाह-उल-हक, सरफराज़ अहमद और वकार यूनुस भी थे। इन सभी को 2027 तक के लिए तीन साल का अनुबंध दिया गया था। लेकिन अब खबरें आ रही हैं कि बोर्ड इन सभी की सेवाएं खत्म करने पर विचार कर रहा है।
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शोएब मलिक ने इस्तीफा क्यों दिया?
मलिक ने एक बयान में कहा, “यह फैसला लेना आसान नहीं था, लेकिन अपनी निजी और प्रोफेशनल जिम्मेदारियों को देखते हुए मैंने सोचा कि मैं एक साथ सब कुछ ठीक से नहीं निभा पाऊंगा। मैं पाकिस्तान क्रिकेट के साथ-साथ अपनी बाकी प्राथमिकताओं के साथ न्याय नहीं कर पाऊंगा। इसलिए यह सही समय है पीछे हटने का।” उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि उन्हें पाकिस्तान के होनहार खिलाड़ियों के साथ काम करने का मौका मिला और यह अनुभव उनके लिए यादगार रहेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीसीबी यह फैसला वित्तीय कारणों और मेंटर प्रोग्राम की प्रभावशीलता की समीक्षा के बाद ले रहा है। बताया जा रहा है कि हर मेंटर को करीब 5 लाख पाकिस्तानी रुपये प्रति माह दिए जा रहे थे। हालाँकि, मलिक ने इस्तीफे की वजह निजी कारण बताई है, लेकिन उनका यह कदम पीसीबी की संभावित योजना के साथ मेल खा रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि शायद पूरा मेंटरशिप प्रोग्राम ही बंद हो सकता है।