इस महीने की शुरुआत में रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भारतीय क्रिकेट में बड़ा बदलाव हुआ है। अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली बीसीसीआई की चयन समिति ने इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए शुभमन गिल को भारत का 37वां टेस्ट कप्तान चुना है।
अजीत अगरकर ने बताया कि जसप्रीत बुमराह को भारत की टेस्ट कप्तानी के लिए क्यों नहीं चुना गया
25 साल के गिल को इतनी बड़ी जिम्मेदारी देना तो चर्चा का विषय बना ही, लेकिन उससे भी ज्यादा लोगों को हैरानी इस बात पर हुई कि जसप्रीत बुमराह को कप्तानी की दौड़ से बाहर क्यों रखा गया, जबकि उन्होंने पहले भारत के लिए तीन टेस्ट में कप्तानी की है।
इस पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में चयन समिति के प्रमुख अगरकर ने साफ किया कि बुमराह को कप्तान न बनाने का फैसला उनकी फिटनेस और वर्कलोड को देखते हुए लिया गया है। अगरकर ने बताया कि मेडिकल टीम ने चयनकर्ताओं को पहले ही जानकारी दे दी थी कि बुमराह इंग्लैंड दौरे के सभी पांच टेस्ट खेलने के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे। अगरकर ने कहा कि लंबी टेस्ट सीरीज में कप्तानी करना आसान नहीं होता, क्योंकि 15-16 खिलाड़ियों को संभालना मानसिक और शारीरिक रूप से बहुत थका देने वाला काम है, खासकर तेज गेंदबाज के लिए, जो पहले ही बहुत मेहनत करता है।
उन्होंने कहा, “बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया में उपकप्तानी की थी और एक टेस्ट में कप्तानी भी की थी, लेकिन अब जब वो सभी टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं हैं, तो हमारे लिए वो एक गेंदबाज के रूप में ज्यादा जरूरी हैं। हम चाहते हैं कि वो फिट रहें और वैसी ही शानदार गेंदबाजी करें, जैसी वो करते हैं। कप्तानी का बोझ उन पर न डालकर हम उन्हें फिट रखने की कोशिश कर रहे हैं, और वो खुद भी यही चाहते हैं।”
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आईपीएल 2025 के रूप में लंबे ब्रेक के बाद बुमराह की क्रिकेट में वापसी
बुमराह को चोट की समस्या काफी पहले से है, खासकर उनकी पीठ में। इस वजह से वह इस साल की शुरुआत में भारत की चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली कई बड़ी सीरीज से बाहर रहे। हालांकि, उन्होंने आईपीएल 2025 में मुंबई इंडियंस के लिए अच्छा खेल दिखाकर वापसी की है, लेकिन बीसीसीआई के मेडिकल स्टाफ उनकी फिटनेस और लंबी समय तक खेलने की क्षमता को लेकर सतर्क हैं।
अगरकर ने बताया कि बुमराह को वापस खेलते देखना खुशी की बात है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजों को कई पारियों में 20-30 ओवर गेंदबाजी करनी पड़ती है, इसलिए उन्हें सावधानी से संभालना होगा। अगर बुमराह तीन या चार टेस्ट मैच खेल भी लें, तो वे टीम के लिए बहुत मददगार साबित होंगे। लेकिन उन्हें कप्तान बनाना उनकी सेहत के लिए खतरा हो सकता है और चीजें जटिल हो सकती हैं।
अगरकर ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि बुमराह पांच टेस्ट मैचों के लिए फिट रहेंगे, जैसा कि हमारे फिजियो और डॉक्टरों ने बताया है। चाहे तीन या चार मैच हों, हम देखेंगे कि सीरीज कैसी चलती है और उनका शरीर कैसा काम करता है। वह हमारे लिए बहुत जरूरी खिलाड़ी हैं। अगर वह तीन-चार मैच खेल भी लें, तो वे टीम को जीत दिला सकते हैं। हमें खुशी है कि वह फिट हैं और ऑस्ट्रेलिया में जो चोट लगी थी, वह ज्यादा गंभीर नहीं थी। उन्होंने फिर से खेलना शुरू कर दिया है। मैं जानता हूं कि अभी आईपीएल में खेल रहे हैं, लेकिन उन्होंने वहां क्या किया है, वो सब देखा गया है। मैं खुश हूं कि वह टीम का हिस्सा हैं।”