4 जून को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत के जश्न के दौरान भगदड़ की दुखद घटना हुई। इस पर बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने एक भावुक लेकिन संतुलित बयान दिया। उन्होंने सभी से एकता बनाए रखने, जिम्मेदारी लेने और जल्द से जल्द कार्रवाई करने की अपील की।
बेंगलुरु में आरसीबी के आईपीएल 2025 इवेंट के दौरान दुर्भाग्यपूर्ण घटना
यह दुखद घटना एक ऐसे दिन हुई, जो आरसीबी की जीत का जश्न मनाने के लिए यादगार बनना था। लेकिन भीड़ की भगदड़ ने इस ऐतिहासिक खुशी को एक बड़ी त्रासदी में बदल दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसमें कम से कम 11 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए। ये हादसा तब हुआ जब स्टेडियम के गेट के बाहर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई और हालात बेकाबू हो गए।
यह घटना उस समय घटी जब आरसीबी ने अहमदाबाद में खेले गए रोमांचक फाइनल मुकाबले में पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर पहली बार आईपीएल ट्रॉफी जीती थी। टीम जब चार्टर्ड फ्लाइट से बेंगलुरु लौटी तो पूरे शहर में खुशी की लहर दौड़ गई। दिन की शुरुआत विधान सौधा में एक सम्मान समारोह से हुई, जहां मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने खिलाड़ियों को पारंपरिक मैसूर पेटा और इलायची की माला पहनाकर सम्मानित किया।
लेकिन दोपहर होते-होते चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर माहौल बिगड़ने लगा। फ्री पास बांटे जाने और सोशल मीडिया पर वायरल खबरों की वजह से हजारों लोग स्टेडियम पहुंच गए, वो भी टीम के आने से पहले ही। भीड़ को देखते हुए पहले से तय ओपन-टॉप बस परेड को रद्द कर दिया गया था, ताकि कोई हादसा न हो। लेकिन फिर भी बाहर भगदड़ मच गई, जो किसी ने नहीं सोचा था।
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राजीव शुक्ला ने दी प्रतिक्रिया
एएनआई से बात करते हुए शुक्ला ने कर्नाटक सरकार की सराहना की, जिसने रोड शो रद्द करके स्थिति को संभालने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले से सतर्क कदम उठाए थे, लेकिन स्टेडियम के बाहर इतनी बड़ी भीड़ जुटेगी, इसका किसी को अंदाजा नहीं था।
शुक्ला ने कहा, “सरकार ने हादसे से बचने के लिए रोड शो रोक दिया था, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि स्टेडियम के बाहर भगदड़ जैसी स्थिति बन जाएगी। अब सभी को मिलकर इस नुकसान की भरपाई करनी चाहिए।” उन्होंने सभी जिम्मेदार लोगों – बीसीसीआई, राज्य सरकार, आरसीबी मैनेजमेंट और पुलिस विभाग – से मिलकर यह समझने की अपील की कि गलती कहां हुई और आगे ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए क्या कदम उठाने चाहिए।
शुक्ला ने इस मामले को राजनीतिक रंग देने से भी मना किया। उन्होंने कहा, “यह किसी भी राज्य में हो सकता था। इसके लिए सरकार या किसी पार्टी को दोष देना सही नहीं है। अगर ये किसी भाजपा शासित राज्य में होता, तो भी हम दोष नहीं देते। भीड़ बहुत ज्यादा थी। मैंने आरसीबी फ्रेंचाइजी से बात की – उन्हें भी अंदाजा नहीं था कि इतनी भीड़ आ जाएगी। यह एक अचानक हुआ हादसा था।”