भारत की कार्यवाहक कप्तान स्मृति मंधाना ने इंग्लैंड के खिलाफ एक शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने अपना पहला टी20 शतक बनाया, जिसमें उन्होंने सिर्फ 62 गेंदों में 112 रन बनाए। इस बेहतरीन पारी की मदद से भारत ने ट्रेंट ब्रिज में सीरीज का पहला मैच 97 रन से जीता। लेकिन सिर्फ ये रिकॉर्ड ही खास नहीं था, बल्कि मंधाना का शतक पूरा करने के बाद का जश्न भी सबकी नजरों में आया। उन्होंने जोर से ड्रेसिंग रूम की तरफ इशारा किया, जो उनके साथी खिलाड़ी राधा यादव की चंचल और प्रेरक चुनौती का जवाब था।
स्मृति मंधाना के लिए राधा यादव की चुनौती
मंधाना ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि तीन दिन पहले उनकी साथी खिलाड़ी राधा यादव ने उन्हें बार-बार टी20 में शतक नहीं बनाने पर चिढ़ाया था। राधा कह रही थी, “अब वक्त आ गया है, तुम्हें टी20 में शतक बनाना चाहिए। तुम अक्सर 70-80 रन बनाकर आउट हो जाती हो और अपनी प्रतिभा के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पाती हो।” मंधाना ने जवाब दिया, “ठीक है राधा, अब मैं कोशिश करूंगी और इस सीरीज में किसी एक मैच में शतक बनाउंगी।”
जब मंधाना ने आखिरकार अपना पहला टी20 शतक बनाया, तो उन्होंने ड्रेसिंग रूम में राधा की ओर उंगली उठाकर जश्न मनाया। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगा था कि ये पहले मैच में होगा, लेकिन मैंने राधा को दिखाया कि मैंने ये कर दिखाया।”
यह भी पढ़ें: VIDEO: स्मृति मंधाना ने जड़ा अपना पहला T20I शतक, इंग्लैंड के खिलाफ मैच में रचा इतिहास
मंधाना का ऐतिहासिक शतक
मंधाना ने कहा कि टी20 क्रिकेट उनके लिए सबसे आसान प्रारूप नहीं है। उन्होंने बताया, “यह अच्छा महसूस होता है क्योंकि इस फॉर्मेट में मुझे लगातार खुद को बेहतर बनाना पड़ता है। यह मेरे लिए स्वाभाविक नहीं है।” उन्होंने बताया कि वह अपनी पावर हिटिंग पर कड़ी मेहनत कर रही हैं ताकि इस छोटे फॉर्मेट की मांगों को पूरा कर सकें।
उनके शतक से भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ अपना सबसे बड़ा टी20 स्कोर बनाया। साथ ही, मंधाना वह पहली भारतीय महिला बन गई हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक लगाया है। इससे वह खास खिलाड़ियों के समूह में शामिल हो गई हैं।