पिछले हफ्ते दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेटर हेनरिक क्लासेन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी, जिससे क्रिकेट जगत में हलचल मच गई। क्लासेन अपने शानदार शॉट खेलने की क्षमता, शांत स्वभाव और बढ़िया विकेटकीपिंग के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने पिछले कुछ सालों में सभी फॉर्मेट्स में दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए कई अहम मौकों पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है और टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।
हेनरिक क्लासेन ने अचानक संन्यास लेने के पीछे का मुख्य कारण बताया
एक हफ्ते पहले क्लासेन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा करते हुए इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट शेयर की। उन्होंने लिखा कि यह फैसला लेना उनके लिए बहुत मुश्किल था, लेकिन अब वह अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिताना चाहते हैं और यही उन्हें मानसिक शांति देगा।
हाल ही में रैपॉर्ट से बातचीत के दौरान क्लासेन ने अपने संन्यास के पीछे की और भी वजहें बताईं। उन्होंने कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से पहले उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कोच रॉब वाल्टर से लंबी बात की थी। क्लासेन ने माना कि उन्हें खेलने में पहले जैसा मज़ा नहीं आ रहा था और उनका मन खेल से हट रहा था।
उन्होंने कहा, “चैंपियंस ट्रॉफी से पहले मैंने रॉब से खुलकर बात की और बताया कि मुझे अपने दिल में ठीक नहीं लग रहा। मैं खेल का उतना आनंद नहीं ले रहा था। हमने शांतिपूर्वक बातचीत की और भविष्य की योजना बनाई, जिसमें 2027 वर्ल्ड कप तक का रोडमैप भी शामिल था।” इस फैसले से यह साफ है कि क्लासेन ने सोच-समझकर और पूरी तरह आत्मविश्वास के साथ यह कदम उठाया है।
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क्लासेन का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रदर्शन
क्लासेन ने यह भी माना कि लंबे समय तक उन्हें अपने खेल या टीम की जीत-हार की ज्यादा परवाह नहीं थी। उन्होंने कहा, “मुझे लंबे समय तक ऐसा लगा कि मुझे अपने प्रदर्शन या टीम की जीत-हार की परवाह नहीं है। यह सही सोच नहीं है। मैं गलत जगह पर था।”
दाएं हाथ के बल्लेबाज़ क्लासेन का अंतरराष्ट्रीय करियर भले ही बहुत लंबा न रहा हो, लेकिन उन्होंने जब भी खेला, असरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने सभी फॉर्मेट मिलाकर 120 से ज़्यादा मैच खेले और लगभग 2,350 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट खास रहा — टी20 इंटरनेशनल में 140 से ज़्यादा और वनडे में 117 से ऊपर, जो उनकी आक्रामक बल्लेबाज़ी को दिखाता है। क्लासेन अपनी तेज़ रन बनाने की क्षमता और ताबड़तोड़ शॉट्स के लिए मशहूर थे। उनकी यादगार पारियों में 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेंचुरियन में खेली गई 83 गेंदों पर 174 रनों की धमाकेदार पारी खास रही। इस तरह की पारियों ने उन्हें दक्षिण अफ्रीका के मिडल ऑर्डर में एक मजबूत और भरोसेमंद बल्लेबाज़ बना दिया।