रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) का अपना पहला इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) खिताब जीतने के बाद जश्न बुधवार (4 जून) को दुखद हादसे में बदल गया।
भगदड़ ने आरसीबी के आईपीएल 2025 के जश्न को तबाही में बदल दिया
4 जून को आरसीबी के होम ग्राउंड एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर एक बड़ी भगदड़ मच गई। यह आयोजन आरसीबी की 18 साल की यात्रा का जश्न मनाने के लिए रखा गया था, जो सभी लोगों के लिए खुला था न कोई टिकट, न कोई पास, सिर्फ पहले आओ पहले पाओ का नियम था। लेकिन भीड़ को संभालने की उचित तैयारी नहीं थी। भारी भीड़ और अव्यवस्था के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक 11 लोगों की मौत हो गई और 56 लोग घायल हो गए, जिनमें से 33 की हालत गंभीर है। मृतकों के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया गया, लेकिन आरसीबी पर लापरवाही के गंभीर आरोप लग रहे हैं। लोगों का कहना है कि भावनाओं को दिखाने के चक्कर में उन्होंने सुरक्षा को नजरअंदाज कर दिया।
बेंगलुरु पुलिस ने जांच शुरू की, एफआईआर में आरसीबी का नाम
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को बेंगलुरु पुलिस ने भगदड़ की घटना को लेकर दर्ज एफआईआर (प्राथमिकी) में आधिकारिक रूप से आरसीबी फ्रेंचाइज़ी को आरोपी बनाया है। यह इस कानूनी जांच में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। अब पुलिस इस घटना को एक साधारण हादसा नहीं, बल्कि खराब योजना और सार्वजनिक सुरक्षा की अनदेखी के कारण हुई एक रोकी जा सकने वाली नागरिक आपदा मान रही है।
एफआईआर में बताया गया है कि कार्यक्रम में बिना किसी टिकट या पंजीकरण के सीधा प्रवेश अनुमति था, जो भगदड़ की बड़ी वजह बनी। पुलिस का कहना है कि आयोजन में भीड़ नियंत्रण की कोई ठोस व्यवस्था नहीं थी। इस वजह से स्थल की व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ गई। आरसीबी पर अब भारतीय दंड संहिता (IPC) की उन धाराओं के तहत जांच की जा सकती है, जो लापरवाही से हुई मौत, अवैध भीड़ जुटाने और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने में विफलता से जुड़ी हैं।
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सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं: #ArrestKohli ट्रेंड
शुक्रवार, 7 जून को एक बड़ा विवाद उस समय खड़ा हो गया जब सामाजिक कार्यकर्ता एच.एम. वेंकटेश ने बेंगलुरु के कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराते हुए विराट कोहली का नाम भी भगदड़ की एफआईआर में शामिल करने की मांग की। वेंकटेश का आरोप है कि कोहली ने RCB और IPL के सबसे बड़े चेहरे के तौर पर “जुए” को बढ़ावा दिया और उनकी लोकप्रियता ने इस तरह के भारी जनसमारोहों को उकसाया, जो अंततः भगदड़ का कारण बने।
ANI के अनुसार, शिकायत में कहा गया: “बेंगलुरु RCB टीम के विराट कोहली ने इस तरह के जुए में हिस्सा लिया और लोगों को एक जगह जमा होने के लिए प्रेरित किया, जिससे यह त्रासदी हुई। हम अनुरोध करते हैं कि एफआईआर में विराट कोहली और उनकी टीम के सदस्यों को भी आरोपी बनाया जाए।”
इस शिकायत के बाद सोशल मीडिया पर #ArrestKohli ट्रेंड करने लगा। कुछ लोग कार्यकर्ता का समर्थन कर रहे हैं, जबकि ज़्यादातर लोगों ने इसका विरोध किया है। लोगों का कहना है कि कोहली ने इस विजय समारोह का आयोजन नहीं किया था, न ही वह इसकी अनुमति प्रक्रिया में शामिल थे। उनका मानना है कि एक खिलाड़ी को प्रशासन की लापरवाही के लिए दोषी ठहराना गलत है।
फैक्ट चेक: क्या एफआईआर में विराट कोहली का नाम है?
- दावा : विराट कोहली का नाम बेंगलुरु भगदड़ मामले से संबंधित एफआईआर में दर्ज किया गया है।
- स्थिति : झूठ
न्यूज़18 और हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बेंगलुरु पुलिस ने भगदड़ की घटना में दर्ज एफआईआर में कोहली का नाम नहीं लिया है। सामाजिक कार्यकर्ता एच.एम. वेंकटेश ने भले ही एक अलग शिकायत दी हो, लेकिन पुलिस ने उसे सिर्फ स्वीकार किया है और कहा है कि उसकी जांच की जाएगी।
सोशल मीडिया पर जो एफआईआर की कॉपी सामने आई है, उसमें सिर्फ RCB फ्रेंचाइज़ी को आरोपी बताया गया है। पुलिस ने साफ कहा कि वेंकटेश की शिकायत पर ध्यान दिया जाएगा, लेकिन कोहली या किसी खिलाड़ी के खिलाफ फिलहाल कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई है। अगर कोहली का नाम जोड़ना हो, तो पुलिस को इसके लिए पक्के सबूत चाहिए, जैसे कि वो घटना में सीधे शामिल हों या लोगों को इकट्ठा करने के लिए उकसाया हो। अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है।
No FIR against Virat Kohli
Never believe Indian media , they are 🤡 pic.twitter.com/hNYpPc8N9D
— 𝐃𝐈𝐏𝐓𝐀𝐍𝐔 𝕏 (@IAm_Diptanu) June 6, 2025