2025 की इंग्लैंड बनाम भारत टेस्ट सीरीज़ ने क्रिकेट दुनिया का ध्यान खींचा हुआ है और इसी बीच भारत के सबसे महान बल्लेबाज़ को लेकर पुरानी बहस फिर से शुरू हो गई है। इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी एलन लैम्ब, जिन्होंने तीन वर्ल्ड कप और 79 टेस्ट मैचों में भारतीय बल्लेबाजों का सामना किया है, ने इस पर साफ़ जवाब दिया है।
इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी ने सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली में से अपना पसंदीदा बल्लेबाज बताया
लैम्ब ने महान बल्लेबाजों की बहस में सचिन तेंदुलकर को सर्वश्रेष्ठ बताया, और उनके अनुभवों का जिक्र किया। उन्होंने पीटीआई को बताया कि उन्हें सचिन ने पहली बार तब प्रभावित किया, जब वे 18 साल के थे और लैम्ब ने उन्हें स्लिप में पकड़ा था, लेकिन फिर सचिन ने 100 रन बनाए। लैम्ब ने खुद कहा, “मैं ही था जिसने तुम्हारा नाम बनाया।”
लैम्ब की राय में सचिन, विराट कोहली और सुनील गावस्कर से बेहतर हैं, क्योंकि उन्होंने सचिन को अपने टेस्ट करियर के सबसे कठिन विरोधी बताया। उन्होंने बताया, “कोहली शानदार खिलाड़ी हैं, लेकिन अगर सबसे बेहतरीन भारतीय बल्लेबाज की बात करें जिन्हें मैंने बल्लेबाज़ी करते देखा, तो वह सचिन हैं, सनी (गावस्कर) से भी आगे।”
लैम्ब को एक चीज़ का अफ़सोस है: वह सचिन को 1980 के दशक के वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाजों के खिलाफ बल्लेबाज़ी करते नहीं देख पाए, जिनके खिलाफ गावस्कर ने भी शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने कहा कि अगर सचिन ने उनके सामने वह चुनौती स्वीकार की होती, तो वह शायद उन तेज गेंदबाज़ों के खिलाफ भी रन बनाने वाले एकमात्र भारतीय बैट्समैन होते।
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तेंदुलकर और कोहली की अमूर्त विरासत और उनके पसंदीदा भारतीय खिलाड़ी
क्रिकेट की महानता पर अक्सर आंकड़ों की चर्चा होती है, लेकिन एलन लैम्ब ने उन खास गुणों की बात की जो असली दिग्गजों को अलग बनाते हैं। सचिन तेंदुलकर का करियर 24 साल लंबा था, जिसमें उन्होंने 34,000 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रन बनाए और 100 शतक जड़े। ये रिकॉर्ड लगातार अच्छे प्रदर्शन और बेहतरीन खेल का परिचय देते हैं। वहीं विराट कोहली ने भी कई रिकॉर्ड तोड़े हैं, खासकर वनडे में तेंदुलकर के शतकों की संख्या पार की है। कोहली को उनकी आक्रामक बल्लेबाजी, हर तरह के मैच में खुद को ढालने और मुश्किल हालात में रन बनाने की काबिलियत के लिए जाना जाता है।
लेकिन लैम्ब के लिए सचिन की खास बात यह है कि उन्होंने ऐसे समय में खेला जब हालात और गेंदबाज दोनों बहुत चुनौतीपूर्ण थे। कोहली की प्रतिभा सब मानते हैं, लेकिन लैम्ब के लिए सचिन के खिलाफ खेलने का अनुभव बेहद खास था। उन्होंने कहा, “अगर आप सबसे बेहतरीन खिलाड़ी जानना चाहते हैं जिसके खिलाफ मैंने खेला है, तो वह सचिन तेंदुलकर हैं।”
दिलचस्प बात यह है कि लैम्ब के लिए सबसे पसंदीदा भारतीय क्रिकेटर बल्लेबाज नहीं, बल्कि उनके टीममेट कपिल देव हैं। लैम्ब ने कपिल के आत्मविश्वास और बहुमुखी प्रतिभा की तारीफ करते हुए बताया कि वे नॉर्थम्पटन शायर टीम में साथ खेले थे। कपिल ने कहा था, “मैं अपनी गेंदबाजी सुधारने नहीं आया, बल्कि अपनी बल्लेबाजी बेहतर बनाने आया हूँ। मैं यहाँ एक बल्लेबाज के रूप में आया हूँ।” लैम्ब को यह बात बहुत पसंद आई। यानी, क्रिकेट में महानता सिर्फ आंकड़ों से नहीं बल्कि खिलाड़ी की शैली, आत्मविश्वास और मैदान पर प्रभाव से भी मापी जाती है।