भारत के क्रिकेट इतिहास में कई बार कम उम्र के खिलाड़ियों को बड़े जिम्मेदार पद दिए गए हैं। शुक्रवार, 20 जून को हेडिंग्ले में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में खेलते हुए शुभमन गिल भारत के सबसे युवा टेस्ट कप्तानों में शामिल हो गए। इस खास सूची में सचिन तेंदुलकर, कपिल देव और मंसूर अली खान पटौदी जैसे महान खिलाड़ियों के नाम भी हैं।
शुभमन गिल: नई पीढ़ी के लिए युवा नेतृत्व
25 साल और 285 दिन की उम्र में, गिल भारत के क्रिकेट इतिहास के पांचवें सबसे युवा टेस्ट कप्तान बन गए हैं। यह उनकी जल्दी सफलता और चयनकर्ताओं के उन पर भरोसे को दिखाता है। उनकी कप्तानी एक महत्वपूर्ण समय पर आई है, जब भारत टीम रविचंद्रन अश्विन, रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद बदलाव के दौर से गुजर रही है। गिल की क्रिकेट की कहानी शुरू से ही खास रही है। 15 साल की उम्र में एक स्कूल मैच में 351 रन बनाने से लेकर भारत की अंडर-19 टीम में अहम भूमिका निभाने तक, उनकी प्रगति सभी ने देखी है। 2020 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने के बाद, गिल ने अपनी धैर्य और तकनीक से सबको प्रभावित किया है, खासकर जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में गाबा मैदान पर 91 रन बनाकर भारत की बड़ी जीत में मदद की थी।
सचिन तेंदुलकर: 23 साल की उम्र में नेतृत्व करने वाला खिलाड़ी
गिल से कई साल पहले, एक और युवा बल्लेबाज को कप्तानी मिली थी और वो हैं सचिन । सिर्फ 23 साल और 169 दिन की उम्र में, तेंदुलकर ने अक्टूबर 1996 में दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की टेस्ट टीम की कप्तानी की और भारत के दूसरे सबसे युवा टेस्ट कप्तान बने। उनकी कप्तानी को एक बड़े खिलाड़ी के लिए स्वाभाविक अगला कदम माना गया, क्योंकि वे पहले ही एक खास प्रतिभा के तौर पर पहचाने जा चुके थे। लेकिन तेंदुलकर का कप्तानी काल आसान नहीं था। उन्होंने 25 टेस्ट मैचों में टीम की कमान संभाली, जिसमें टीम ने सिर्फ चार मैच जीते, नौ हारे और 12 ड्रॉ हुए। उनकी जीत का प्रतिशत सिर्फ 16% था। टीम खासकर विदेशों में अच्छे प्रदर्शन नहीं कर पाई और अंत में तेंदुलकर ने कप्तानी छोड़ दी। इसके बाद सौरव गांगुली का सफल दौर शुरू हुआ। कप्तानी में टीम की सफलता नहीं मिली, लेकिन तेंदुलकर का खुद का खेल बहुत अच्छा रहा।
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युवा खिलाड़ियों को नेतृत्व सौंपने की भारत की इच्छा अक्सर दोधारी तलवार रही है – नए विचार पेश करना लेकिन कप्तानों को भारी दबाव में भी डालना। मंसूर अली खान पटौदी 21 साल की उम्र में अब तक के सबसे युवा खिलाड़ी हैं, उनके बाद तेंदुलकर, कपिल देव, रवि शास्त्री और अब गिल हैं।
खिलाड़ी | कप्तान के रूप में आयु |
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एमएके पटौदी | 21 वर्ष 77 दिन |
सचिन तेंडुलकर | 23 वर्ष 169 दिन |
कपिल देव | 24 वर्ष 48 दिन |
रवि शास्त्री | 25 वर्ष 229 दिन |
शुभमन गिल | 25 वर्ष 285 दिन |