इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 अब अपने सबसे रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है। फाइनल मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) का सामना पंजाब किंग्स (PBKS) से होने वाला है। पूरे कर्नाटक में इस मैच को लेकर जबरदस्त जोश है।
इस जोश में सबसे आगे हैं कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, जिन्होंने खुलकर आरसीबी के लिए अपना समर्थन जताया है। उन्होंने फैंस के बीच मशहूर नारा “ई साला कप नामदे” यानी “इस बार कप हमारा है” दोहराया, जो टीम के चाहने वालों के दिल से जुड़ा हुआ है। आरसीबी फैंस पिछले कई सालों से अपनी टीम की पहली आईपीएल जीत का इंतजार कर रहे हैं, और अब जब मौका पास है, तो उनके साथ पूरा राज्य और खुद उपमुख्यमंत्री भी उम्मीदों से भरे हुए हैं।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री ने आईपीएल 2025 के फाइनल से पहले आरसीबी का समर्थन किया
एकजुटता और भावनाओं से भरे पल में, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर आरसीबी के लिए एक खास संदेश साझा किया। उन्होंने टीम की जर्सी पहनी और लिखा कि 18 साल का धैर्य, हर प्रार्थना, हर उत्साह, और हर दिल टूटने का पल आज के दिन की ओर लेकर आया है। यह सिर्फ एक मैच नहीं है।
उनके शब्दों ने आरसीबी और उसके फैंस की भावनाओं को छू लिया। उन्होंने दिखाया कि ये फाइनल मुकाबला केवल क्रिकेट नहीं है, बल्कि सालों की उम्मीद और संघर्ष का नतीजा है। शिवकुमार का यह समर्थन पूरे कर्नाटक की भावना को दर्शाता है, जहां क्रिकेट एक खेल से बढ़कर लोगों को जोड़ने वाली ताकत बन चुका है। “ई साला कप नमदे” कहते हुए उन्होंने सभी फैंस और खिलाड़ियों को याद दिलाया कि पूरा राज्य टीम के साथ है।
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आरसीबी का फाइनल तक का उतार-चढ़ाव भरा सफर और अतीत के दिल टूटने की परछाई
आईपीएल 2025 का फाइनल रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए एक बेहद खास मौका है। इस सीज़न में टीम ने शानदार खेल दिखाया है – तूफानी बल्लेबाज़ी, सोच-समझकर की गई गेंदबाज़ी और जबरदस्त टीम वर्क ने उन्हें लीग के टॉप पर पहुंचाया। कई अहम मैचों में खिलाड़ियों ने जिम्मेदारी उठाई और मुश्किल हालात को जीत में बदला। पूरी टीम ने एकजुट होकर खेला और फैंस को यादगार लम्हे दिए। “ई साला कप नमदे” यानी “इस बार कप हमारा है” का नारा सिर्फ एक उम्मीद नहीं, बल्कि उनकी जिद और संघर्ष का प्रतीक बन गया है। लेकिन इस मंज़िल तक का रास्ता आसान नहीं रहा। आरसीबी का फाइनल का इतिहास दिल तोड़ने वाला रहा है। 2009 में डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ, और 2011 में चेन्नई सुपर किंग्स से हार ने टीम के आत्मविश्वास की कड़ी परीक्षा ली। हर हार ने टीम को मजबूत बनाया और फैंस की उम्मीदों को और बढ़ाया।
अब जब आरसीबी पंजाब किंग्स से फाइनल में भिड़ने जा रही है, तो ये पुरानी हारें अब दुख नहीं, बल्कि प्रेरणा बन चुकी हैं। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री शिवकुमार और लाखों फैंस का समर्थन टीम के साथ है। लगभग 20 साल से जिस ख्वाब को जिया गया है, उसे अब हकीकत में बदलने का वक्त आ गया है।