• मंदिरा बेदी भारतीय टेलीविजन और सिनेमा की एक प्रमुख हस्ती हैं, जिन्होंने प्रेजेंटर के रूप में काम करके खूब ख्याति पाई है।

  • मंदिरा ने अपने करियर की एक कड़वी सच्चाई को याद करते हुए बताया कि उन्हें गंभीर रूप से अपमान और भेदभाव का सामना करना पड़ा था।

मंदिरा बेदी को अपने शुरूआती करियर में झेलना पड़ा था अपमान, ‘बिम्बो, डमी’ कहकर चिढ़ाते थे लोग; स्पोर्ट्स प्रेजेंटर ने किया बड़ा खुलासा
मंदिरा बेदी (फोटो: इंस्टाग्राम)

मंदिरा बेदी भारतीय टेलीविजन और सिनेमा की एक प्रमुख हस्ती हैं, जिन्होंने 2003 के क्रिकेट वर्ल्ड कप में महिला क्रिकेट प्रेजेंटर के रूप में काम करके नए क्षेत्र में कदम रखा था। लेकिन इसकी शुरूआत में उन्हें कई चुनौतियों और आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, जिनका उन्होंने हाल ही में खुलासा किया।

मंदिरा ने अपने करियर की एक कड़वी सच्चाई को साझा करते हुए बताया कि जब उन्होंने क्रिकेट प्रेजेंटर के तौर पर शुरुआत की थी, तो उन्हें गंभीर रूप से अपमान और भेदभाव का सामना करना पड़ा। उन्होंने खुलासा किया कि उस दौर में लोग उन्हें “बिम्बो” और “डमी” जैसे अपमानजनक शब्दों से बुलाते थे और जानबूझकर बातचीत से बाहर रखते थे। सिर्फ इसलिए कि वह एक महिला थीं और ग्लैमर की दुनिया से आई थीं, कई लोगों ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया।

महसूस होता था कि कोई इज्जत नहीं है

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक,  मंदिरा ने बताया कि शुरू में जब वह पैनल में बैठती थीं, तो उन्हें नजरअंदाज किया जाता था। उन्हें कई बार ऐसा महसूस होता था कि उनकी कोई इज्जत नहीं है। पुरुषों से भरे इस माहौल में उनके सवालों को अनदेखा कर दिया जाता था। पैनल के कुछ सदस्य जानबूझकर उनके सवालों का जवाब नहीं देते थे, जिससे उन्हें बहुत दुख होता था। कई बार शो खत्म होने के बाद वह चुपचाप रो पड़ती थीं। लेकिन मंदिरा ने हार नहीं मानी। उन्होंने ठान लिया कि जब तक उन्हें जवाब नहीं मिलेगा, वह सवाल पूछती रहेंगी।

धीरे-धीरे उनका आत्मविश्वास लोगों को नजर आने लगा और माहौल बदलने लगा। अब लोग उनके सवालों को गंभीरता से लेने लगे। मंदिरा ने यह भी समझा कि ईमानदारी और आत्मविश्वास से बात करने से ही अपनी आवाज़ को सुना जा सकता है। आज, लगभग 20 साल बाद भी मंदिरा मानती हैं कि क्रिकेट का प्रसारण क्षेत्र आज भी पुरुष प्रधान है, लेकिन उनकी हिम्मत और मेहनत ने इस राह को दूसरी महिलाओं के लिए आसान बना दिया है।

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1994 में टीवी शो शांति से शुरू किया अपना करियर

मंदिरा ने 1994 में टीवी शो शांति से अपना करियर शुरू किया। इसके बाद ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’, ‘अलौकिक’ और ‘CID’ जैसे मशहूर टीवी शोज़ में भी काम किया। मंदिरा ने 2003 और 2007 के क्रिकेट वर्ल्ड कप और 2004 और 2006 की चैंपियंस ट्रॉफी में बतौर क्रिकेट प्रेजेंटर काम किया। इसके अलावा वह सोनी मैक्स और आईटीवी के लिए IPL मैचों की भी मेज़बानी कर चुकी हैं। मंदिरा एक फैशन डिज़ाइनर, फिटनेस प्रेरणा देने वाली और मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं।

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लेखक के बारे में:
क्रिकेट की दुनिया में जीते हैं। इस खेल के बारे में लिखना और देखना दोनों पसंद... धोनी के बहुत बड़े प्रशंसक। जुनूनी क्रिकेट राइटर जो दिलचस्प कंटेंट तैयार करने से पीछे नहीं हटते। पुलकित से संपर्क करने के लिए pulkittrigun@crickettimes.com पर मेल करें।